Editor-Dinesh Bhardwaj
जयपुर, 19 फरवरी 2021 – जवाहर कला केंद्र (जेकेके) की ओर से शुक्रवार को जेकेके के सेंट्रल डोम में ‘पपेट डिसप्ले’ के तहत कठपुतलियों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन रोजाना सुबह 11 बजे से रविवार 21 फरवरी तक होगा। नागौर जिले के जिजोट गांव के कलाकार श्री बंगाली भट्ट ने कठपुतलियों का नृत्य प्रस्तुत किया। गौरतलब है कि उनका परिवार 7 पीढ़ियों से कठपुतली का प्रदर्शन करता आ रहा है। कार्यक्रम में ढोलक और गायन के साथ जोगी सपेरा, मैजिक मैन, राजा महाराजा, लैला मजनू और चरी नृत्य जैसे कठपुतली के खेल दिखाए गए। कठपुतलियां बिक्री के लिए भी उपलब्ध हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य कला और कलाकारों को पुनर्जीवित करना है, जिन्होंने अपनी आजीविका अर्जित करने के लिए लॉकडाउन अवधि के दौरान कड़ा संघर्ष किया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से दर्शकों को कठपुतली कला की अंतर्निहित क्षमताओं को भी दिखाया जा रहा है।
इस अवसर पर, श्री बंगाली भट्ट ने कहा कि, “हम यह कठपुतलियां हाथों से बनाते हैं। कठपुतली के चेहरे को पेंट किया जाता है और उनके परिधानों को भी हम बड़ी सहजता के साथ तैयार करते हैं। यह कला हमारे परिवार में पीढ़ियों से चली आ रही है। हम देश और विदेशों में यात्रा करके अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। कोविड महामारी के कारण हम कलाकारों को काफी संघर्ष करना पड़ा है। हालांकि, हमें उम्मीद है कि अब धीरे-धीरे लोगों के घरों से बाहर निकलने से हमारी स्थिति बेहतर होगी।”