अधिक से अधिक युवा उद्यमी बनेंः डा. नीरज के पवन

Editor-Dinesh Bhardwaj 

जयपुर 01 फरवरी 2021झालाना स्थित उद्यमिता एवं प्रबंध विकास संस्थान में पांच दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इस निशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वरोजगार आरंभ करने के इच्छुक युवा भाग ले रहे हैं। इस पांच दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गम 18 से 45 वर्ष के युवाओं को उद्यमिता के लाभ ,सफल उद्यमी बनने के गुण, विभिन्न वित्तीय तथा विकास प्रेरक संस्थानों में स्वरोजगार प्रारंभ करने के गुर सिखाये जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में स्वरोजगार में इच्छुक 18 से 45 वर्ष की आयु , न्यूनतम 10 वी पास और विभाग की किसी भी योजना के अन्तर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवा भी भाग ले सकते हैं। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए झालाना स्थित ईएमआई में सम्पर्क किया जा सकता है अथवा राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के पोर्टल पर भी लिंक द्वारा भी आनलाईन रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।

‘‘युवा यदि आजीविका के रूप में उद्यमिता का मार्ग अपनाते हैं तो वे न सिर्फ स्वयं के लिए रोजगार का सृजन करते हैं बल्कि दूसरों को भी रोजगार प्रदान करते है’’। यह विचार मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोन्धित करते हुए श्री नीरज कुमार पवन, सचिव कौशल नियोजन एंव उद्यमिता विभाग ने व्यक्त किए। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री प्रदीप के गवांडे, प्रबन्ध निदेशक राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा की गई। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री गवांडे ने कहा कि युवाओं को नौकरी के आकर्षण में न पडकर स्वरोजगार अपनाकर रोजगार प्रदाता बन देश की बेरोजगारी की समस्या के निवारण में योगदान देना चाहिए, तभी देश आत्मनिर्भर हो सकेगा। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में संयुक्त निदेशक ईएमआई डा. मुक्ता अरोडा, मणिपाल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर श्री टी के जैन एवं आरएसएलडीसी के उप महाप्रबंधक प्रथम श्री आर के जैन उपस्थित थे।

 

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