Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 11 फरवरी 2021 मर्चेन्ट्स के लिए भारत की अग्रणी फाइनैंशियल सर्विसेज़ कंपनी भारतपे ने आज ऐलान किया है कि इसने 900 मिलियन अमेरिकी डाॅलर के अवमूल्यन पर सीरीज़ डी इक्विटी राउण्ड में 108 मिलियन अमेरिकी डाॅलर की राशि जुटाई है। कंपनी ने बताया कि इसने प्राइमरी फंडरेज़िंग के दौरान 90 मिलियन अमेरिकी डाॅलर जुटाए हैं और इसके एंजल निवेशकों एवं कर्मचारियों के लिए कुल 18 मिलियन अमेरिकी डाॅलर का सैकण्डरी एक्ज़िट भी सुनिश्चित किया है। इस राउण्ड का नेतृत्व कंपनी के मौजूदा निवेशक कोएट्यू मैनेजमेन्ट के द्वारा किया गया। सभी 7 मौजूदा संस्थागत निवेशकों- कोएट्यू मैनेजमेन्ट, रिबिट कैपिटल, इनसाईट पार्टनर्स, स्टीडव्यू कैपिटल, बीनेक्स्ट, एम्पलो और सिकोइया कैपिटल ने इस राउण्ड में हिस्सा लिया। इस राउण्ड के साथ कंपनी अब तक इक्विटी और डेब्ट में 268 मिलियन अमेरिकी डाॅलर की राशि जुटा चुकी है।
यह भारत में किसी स्टार्ट-अप के लिए सबसे तेज़ राउण्ड क्लोज़र्स में से एक था। सीरीज़ डी राउण्ड को दिसम्बर 2020 के आखिरी 2 सप्ताह में बहुत ज़्यादा सब्सक्राइब किया गया। सीरीज़ डी राउण्ड में कंपनी के मौजूदा निवेशकों ने कैप टेबल के समेकन का इरादा व्यक्त किया और इसलिए भारतपे ने सभी निवेशकों एवं ईएसओपी धारकों को लिक्विडेट करने का अवसर प्रदान किया।
इस अवसर पर अश्नीर ग्रोवर, सह-संस्थापक एवं सीईओ, भारतपे ने कहा, ‘‘भारतपे में हम फंडरेजिंग का जश्न नहीं मनाते, यह कच्चे माल की प्राप्ति के लिए आवश्यक है। हमें खुशी है कि हम एंजल्स और सभी ईएसओपी धारकों को रु 125 करोड़ की पूंजी लौटा चुके हैं और उन्हें निवेश पर सबसे ज़्यादा रिटर्न दे रहे हैं। टीम सभी हितधारकों- निवेशकों, ऋणदाताओं, खरीददारों, कर्मचारियों और बैंकों के लिए धन बनाने हेतु प्रतिबद्ध है। बैलेंस शीट के उचित पूंजीकरण (बैंक में 200 मिलियन अमेरिकी डाॅलर से अधिक) के साथ अब हम अपने व्यय कम करने जा रहे हैं और 30बी टीपीवी अमेरिकी डाॅलर डिलीवर करेंगे तथा मार्च 2023 तक छोटे मर्चेन्ट्स को 700 मिलियन अमेरिकी डाॅलर का ऋण प्रदान करेंगे।’’
अश्नीर ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, ‘‘2020 सभी के लिए अप्रत्याशित साल रहा है। हालांकि भारतपे में हमने कई गुना तेज़ी से विकास किया है- हमारे भुगतान का कारोबार 5 गुना बढ़ा है और हमारे ऋण कारोबार में भी पिछले 12 महीनों में 10 गुना बढ़ोतरी हुई है। यह विकास छोटे मर्चेन्ट्स एवं किराना स्टोर्स के हममें भरोसे की पुष्टि करता है। यह हमारी यात्रा की शुरूआत है और हम भारत की सबसे बड़ी बी2बी फाइनैंशियल सर्विसेज़ कंपनी बनने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो छोटे मर्चेन्ट्स के लिए वन-स्टाॅप गंतव्य की भूमिका निभाए। भारतपे के लिए मर्चेन्ट्स हमेशा से सभी गतिविधियों का आधार रहे हैं।’’
पिछले महीने कंपनी ने ऐलान किया कि इसने एक ही रेजिं़ग में तीन प्रतिष्ठित वेंचर ऋण प्रदाताओं- अल्टेरिया कैपिटल, इनोवेन कैपिटल और ट्राईफेक्टा कैपिनटल से रु249 करोड़ (35 मिलियन अमेरिकी डाॅलर) जुटाए हैं। भारतपे ने ट्राईफेक्टा कैपिटल से रु 50 करोड़, अल्टेरिया कैपिटल से रु 90 करोड़ और इनोवेन कैपिटल से रु 60 करोड़ तथा आईसीआईसीआई बैंक से रु 49 करोड़ जुटाए हैं।
भारतपे देश के सबसे बड़े बी2बी फिनटेक लीडर्स में से एक है, जो हर माह अपने एनबीएफसी पार्टनर्स के माध्यम से मर्चेन्ट पार्टनर्स को रु 200 करोड़ से अधिक का ऋण देती है। यह भुगतान क्षेत्र में तेज़ी से विकसित हो रही है। नवम्बर 2020 में भारतपे, गूगलपे को पीछे छोड़ यूपीआई पी2एम कैटेगरी में तीसरे स्थान पर आ गई। इसक अलावा भारतपे ने 50,000 पीओएस मशीनें इन्सटाॅल की हैं तथा अपनी पीओएस मशीनों पर रु 900 करोड़ /माह से अधिक के लेनदेन को सक्षम बनाया है। साथ ही कंपनी तेज़ी से विस्तार कर रही है और वर्तमान में देश के 75 शहरों में इसकी सशक्त मौजूदगी है।
भारतपे के बारे में
भारतपे की स्थापना 2018 में अश्नीर ग्रोवर और शाश्वत नकरानी के द्वारा की गई। भारतीय मर्चेन्ट्स के लिए वित्तीय समावेशन को वास्तविकता में बदलना इसका मूल दृष्टिकोण है। भारतपे ने भारत के पहले यूपीआई इंटरोपरेबल क्यूआर कोड, पहली ज़ीरो एमडीआर पेमेन्ट एक्सेप्टेन्स सर्विस, पहली यूपीआई पेमेन्ट बैक्ड मर्चेन्ट कैश अडवान्स सर्विस का लाॅन्च किया है। 2020 में कोविड के बाद भारतपे ने भारत के पहले ज़ीरो एमडीआर कार्ड एक्सेप्टेन्स टर्मिनल- भारत स्वाइप का लाॅन्च किया। वर्तमान में 75 शहरों के 60 लाख से अधिक मर्चेन्ट्स को अपनी सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी यूपीआई आॅफलाईन लेनदेन में अग्रणी है और एक माह में 8 करोड़ से अधिक यूपीआई लेनदेन प्रसंस्कृत करती है (सालाना 7 बिलियन अमेरिकी डाॅलर से अधिक लेनदेन)। कंपनी अपने लाॅन्च के बाद से अपने मर्चेन्ट्स को रु 800 करोड़ से अधिक वितरण कर चुकी है। लाॅन्च के मात्र 5 महीने के अंदर भारतपे का पीओएस बिज़नेस 2 बिलियन अमेरिकी डाॅलर के सालाना लेनदेन तक बढ़ चुका है। भारतपे ने अब तक इक्विटी और डेब्ट में तकरीबन 268 मिलियन अमेरिकी डाॅलर की राशि जुटाई है। कंपनी के प्रमुख निवेशकों की सूची में कोएट्यू मैनेजमेन्ट, रिबिट कैपिटल, इनसाईट पार्टनर्स, स्टीडव्यू कैपिटल, बीनेक्स्ट, एम्प्लो और सिकोइया कैपिटल शामिल हैं।
1ः मर्चेन्ट्स के लिए भारत की अग्रणी फाइनैंशियल सर्विसेज़ कंपनी भारतपे ने आज ऐलान किया है कि इसने 900 मिलियन अमेरिकी डाॅलर के अवमूल्यन पर सीरीज़ डी इक्विटी राउण्ड में 108 मिलियन अमेरिकी डाॅलर की राशि जुटाई है। कंपनी ने बताया कि इसने प्राइमरी फंडरेज़िंग के दौरान 90 मिलियन अमेरिकी डाॅलर जुटाए हैं और इसके एंजल निवेशकों एवं कर्मचारियों के लिए कुल 18 मिलियन अमेरिकी डाॅलर का सैकण्डरी एक्ज़िट भी सुनिश्चित किया है। इस राउण्ड का नेतृत्व कंपनी के मौजूदा निवेशक कोएट्यू मैनेजमेन्ट के द्वारा किया गया। सभी 7 मौजूदा संस्थागत निवेशकों- कोएट्यू मैनेजमेन्ट, रिबिट कैपिटल, इनसाईट पार्टनर्स, स्टीडव्यू कैपिटल, बीनेक्स्ट, एम्पलो और सिकोइया कैपिटल ने इस राउण्ड में हिस्सा लिया। इस राउण्ड के साथ कंपनी अब तक इक्विटी और डेब्ट में 268 मिलियन अमेरिकी डाॅलर की राशि जुटा चुकी है।
यह भारत में किसी स्टार्ट-अप के लिए सबसे तेज़ राउण्ड क्लोज़र्स में से एक था। सीरीज़ डी राउण्ड को दिसम्बर 2020 के आखिरी 2 सप्ताह में बहुत ज़्यादा सब्सक्राइब किया गया। सीरीज़ डी राउण्ड में कंपनी के मौजूदा निवेशकों ने कैप टेबल के समेकन का इरादा व्यक्त किया और इसलिए भारतपे ने सभी निवेशकों एवं ईएसओपी धारकों को लिक्विडेट करने का अवसर प्रदान किया।
इस अवसर पर अश्नीर ग्रोवर, सह-संस्थापक एवं सीईओ, भारतपे ने कहा, ‘‘भारतपे में हम फंडरेजिंग का जश्न नहीं मनाते, यह कच्चे माल की प्राप्ति के लिए आवश्यक है। हमें खुशी है कि हम एंजल्स और सभी ईएसओपी धारकों को रु 125 करोड़ की पूंजी लौटा चुके हैं और उन्हें निवेश पर सबसे ज़्यादा रिटर्न दे रहे हैं। टीम सभी हितधारकों- निवेशकों, ऋणदाताओं, खरीददारों, कर्मचारियों और बैंकों के लिए धन बनाने हेतु प्रतिबद्ध है। बैलेंस शीट के उचित पूंजीकरण (बैंक में 200 मिलियन अमेरिकी डाॅलर से अधिक) के साथ अब हम अपने व्यय कम करने जा रहे हैं और 30बी टीपीवी अमेरिकी डाॅलर डिलीवर करेंगे तथा मार्च 2023 तक छोटे मर्चेन्ट्स को 700 मिलियन अमेरिकी डाॅलर का ऋण प्रदान करेंगे।’’
अश्नीर ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, ‘‘2020 सभी के लिए अप्रत्याशित साल रहा है। हालांकि भारतपे में हमने कई गुना तेज़ी से विकास किया है- हमारे भुगतान का कारोबार 5 गुना बढ़ा है और हमारे ऋण कारोबार में भी पिछले 12 महीनों में 10 गुना बढ़ोतरी हुई है। यह विकास छोटे मर्चेन्ट्स एवं किराना स्टोर्स के हममें भरोसे की पुष्टि करता है। यह हमारी यात्रा की शुरूआत है और हम भारत की सबसे बड़ी बी2बी फाइनैंशियल सर्विसेज़ कंपनी बनने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो छोटे मर्चेन्ट्स के लिए वन-स्टाॅप गंतव्य की भूमिका निभाए। भारतपे के लिए मर्चेन्ट्स हमेशा से सभी गतिविधियों का आधार रहे हैं।’’
पिछले महीने कंपनी ने ऐलान किया कि इसने एक ही रेजिं़ग में तीन प्रतिष्ठित वेंचर ऋण प्रदाताओं- अल्टेरिया कैपिटल, इनोवेन कैपिटल और ट्राईफेक्टा कैपिनटल से रु249 करोड़ (35 मिलियन अमेरिकी डाॅलर) जुटाए हैं। भारतपे ने ट्राईफेक्टा कैपिटल से रु 50 करोड़, अल्टेरिया कैपिटल से रु 90 करोड़ और इनोवेन कैपिटल से रु 60 करोड़ तथा आईसीआईसीआई बैंक से रु 49 करोड़ जुटाए हैं।
भारतपे देश के सबसे बड़े बी2बी फिनटेक लीडर्स में से एक है, जो हर माह अपने एनबीएफसी पार्टनर्स के माध्यम से मर्चेन्ट पार्टनर्स को रु 200 करोड़ से अधिक का ऋण देती है। यह भुगतान क्षेत्र में तेज़ी से विकसित हो रही है। नवम्बर 2020 में भारतपे, गूगलपे को पीछे छोड़ यूपीआई पी2एम कैटेगरी में तीसरे स्थान पर आ गई। इसक अलावा भारतपे ने 50,000 पीओएस मशीनें इन्सटाॅल की हैं तथा अपनी पीओएस मशीनों पर रु 900 करोड़ /माह से अधिक के लेनदेन को सक्षम बनाया है। साथ ही कंपनी तेज़ी से विस्तार कर रही है और वर्तमान में देश के 75 शहरों में इसकी सशक्त मौजूदगी है।
भारतपे के बारे में
भारतपे की स्थापना 2018 में अश्नीर ग्रोवर और शाश्वत नकरानी के द्वारा की गई। भारतीय मर्चेन्ट्स के लिए वित्तीय समावेशन को वास्तविकता में बदलना इसका मूल दृष्टिकोण है। भारतपे ने भारत के पहले यूपीआई इंटरोपरेबल क्यूआर कोड, पहली ज़ीरो एमडीआर पेमेन्ट एक्सेप्टेन्स सर्विस, पहली यूपीआई पेमेन्ट बैक्ड मर्चेन्ट कैश अडवान्स सर्विस का लाॅन्च किया है। 2020 में कोविड के बाद भारतपे ने भारत के पहले ज़ीरो एमडीआर कार्ड एक्सेप्टेन्स टर्मिनल- भारत स्वाइप का लाॅन्च किया। वर्तमान में 75 शहरों के 60 लाख से अधिक मर्चेन्ट्स को अपनी सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी यूपीआई आॅफलाईन लेनदेन में अग्रणी है और एक माह में 8 करोड़ से अधिक यूपीआई लेनदेन प्रसंस्कृत करती है (सालाना 7 बिलियन अमेरिकी डाॅलर से अधिक लेनदेन)। कंपनी अपने लाॅन्च के बाद से अपने मर्चेन्ट्स को रु 800 करोड़ से अधिक वितरण कर चुकी है। लाॅन्च के मात्र 5 महीने के अंदर भारतपे का पीओएस बिज़नेस 2 बिलियन अमेरिकी डाॅलर के सालाना लेनदेन तक बढ़ चुका है। भारतपे ने अब तक इक्विटी और डेब्ट में तकरीबन 268 मिलियन अमेरिकी डाॅलर की राशि जुटाई है। कंपनी के प्रमुख निवेशकों की सूची में कोएट्यू मैनेजमेन्ट, रिबिट कैपिटल, इनसाईट पार्टनर्स, स्टीडव्यू कैपिटल, बीनेक्स्ट, एम्प्लो और सिकोइया कैपिटल शामिल हैं।