Editor-Ravi Mudgal
जयपुर, 17 फरवरी 2021 – बसंत पंचमी के अवसर पर मंगलवार शाम को कलाश्रय ढ़ूढाड़ आर्ट्स काउंसिल की ओर से ‘द क्वेंच’ और ‘थिरक इंडिया’ द्वारा शास्त्रीय संध्या का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम थिरक इंडिया कल्चरल सोसाइटी के फेसबुक पेज पर लाइव स्ट्रीम किया गया था। कार्यक्रम में डॉ. ज्योति भारती गोस्वामी, एसएनए अवार्डी प्रेरणा श्रीमाली, डॉ. मंजरी किरण सहित कई अन्य भारतीय शास्त्रीय क्षेत्र के प्रसिद्ध और प्रतिभाशाली कलाकारों ने मन मोहक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का आयोजन कला और कलाकारों को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से किया गया था, जिन्होंने महामारी के दौरान बहुत संघर्ष किया है। कलाकारों ने इस शानदार कार्यक्रम में सभी को एक मंच पर साथ लाने के लिए आयोजकों के प्रयासों की सराहना की। क्वेंच की निदेशक श्वेता वालिया ने कहा कि वे ‘क्वेंच’ को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के हब के रूप में विकसित करना चाहती हैं।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती पूजा और हवन के साथ हुई। इसके बाद ‘संगीत योग’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें प्रख्यात कलाकारों ने विभिन्न संगीतमय प्रस्तुतियों के माध्यम से देवी सरस्वती की वंदना की। कई शास्त्रीय कलाकारों ने अपनी कला का संक्षिप्त प्रदर्शन किया। थिरक इंडिया के छात्रों के समूह ने शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति दी। मुजफ्फर रहमान ने तबले पर ‘घूमर’ आधारित ‘ताल तीनताल’ और ‘ठुमरी’ पर परफॉर्मेंस दी। कथक कलाकार, मेहा झा ने राधा कृष्ण पर ‘ठुमरी’ का प्रदर्शन किया। रश्मि उप्पल और डॉ. स्वाति अग्रवाल ने अपने नृत्य प्रदर्शन के दौरान शानदार अभिव्यक्ति के साथ-साथ ही फुटवर्क और हैंडवर्क भी प्रस्तुत किया।
इसके बाद, डॉ. मंजरी किरण ने अपने छात्रों के साथ ‘बंदिश’, ‘तत्कार’, और ‘भाव’ प्रस्तुत किया। डॉ. ज्योति भारती गोस्वामी ने ‘तिहाई’ का प्रदर्शन किया। प्रेरणा श्रीमाली ने ‘विलम्बित’ के सुंदर प्रदर्शन और ‘सरस्वती कवित’ का पाठ करके दर्शकों का मन मोह लिया। शास्त्रीय संध्या का समापन मोहम्मद अमान द्वारा विशेष हिंदुस्तानी वोकल प्रस्तुती के साथ हुआ। उनके साथ उनके पिता उस्ताद ज़फर मोहम्मद हारमोनियम पर और तबले पर मुज़फ़्फ़र रहमान भी थे। उन्होंने ‘राग बसंत’ और ‘राग बहार’ प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मनीषा गुल्यानी भी मौजूद थीं, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को क्यूरेट किया था।