Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 25 फरवरी 2021 – युवा मामलात एवं खेंल मंत्रालय भारत सरकार और महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौधोगिकी विश्वविद्यालय के साझा तत्वावधान में छात्र कल्याण निदेशालय के अर्न्तगत हाल ही में स्थापित एम्पेनल्ड ट्रेनिंग इन्सटिट्ंयूशन ;ई.टी.आई.द्ध के द्वारा आयोजित सात दिवसीय आन लाइन ष्अभिविन्यास प्रशिक्षण कार्यक्रमष् का समापन हुआ। इसमें राष्ट्रीय सेवा योजना के राजस्थान राज्य के 35 कार्यक्रम अधिकारी प्रशिक्षित हुए।
समापन कार्यक्रम के प्रारम्भ में राष्ट्रीय सेवा योजना का गीत एवं विश्वविद्यालय कुलगीत का वादन किया गया। उसके पश्चात डॉ. सुधीर जैन कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना एवं निदेशक, एम्पेनल्ड ट्रेनिंग इन्सटिट्ंयूशन तथा छात्र कल्याण अधिकारी ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करतें हुए बताया कि उक्त कार्यक्रम में राजस्थान के विभिन्न महाविद्यालयों कें विभिन्न जिलों उदयपुर, जयपुर, झालावाड,, सार्दुल शहर, सवाई माधोपुर, चित्तोडगढ, श्रीगंगानगर, दौसा, खेरवाडा अजमेर, भरतपुर, मालसीसर, प्रतापगढ़, सीकर, राजोता खेडी, साभर, नीम का थाना, झुनझुनु , टोंक, बांदीकुई, बॉसवाडा,पाली, लालसोट, बुंदी, बागर, कॉलेजो से ने भाग लिया, जो कि राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी हैं।
डा सुधीर जैन, निदेशक ई.टी.आई. प्रशिक्षण केन्द्र ने बताया कि राज्य भर में 3600 कार्यक्रम अधिकारी विभिन्न कॉलेजों कार्यरत है। इन्हीं के द्वारा राष्ट्र निर्माण के विभिन्न सेवा कार्यो से छात्रां को अवगत कराया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान सरकार के फ्लेगशिप कार्यक्रमों, स्वास्थ्य, योगा, डिजास्टर मेनेजमेंट, सामाजिक कुरितियों का निवारण, गा्रमीण क्षेत्रों में विकास, जल भंडारण एवं संरक्षण, ऊर्जा, प्राकृतिक संसाधनों का संधारण, इतिहास जैसें विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई एवं राष्ट्र निर्माण तथा छात्रों के सर्वागिण विकास की ओर अभूतपूर्व कार्य किया गया।
डॉ. जैन ने समापन अवसर पर कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों के भाग लेकर सफल बनानें में सहयोग की सराहना करतें हुए बताया कि प्रतिदिन विभिन्न वक्ताओ द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के सन्दर्भ में युवाओ की गतिविधियों, कार्यक्षमता, आनेवाली बाधाओं, कार्यशैलियों, आधुनिक तकनीकी के उपयोग एवं निराकरण हेतु धैर्यता, समर्पण सहिष्णु बनकर सभी मसलों का निराकरण करनें वालें तरीकों कों समझाया गया ।
डॉ. जैन ने कहा कि इस 7 दिवसीय कार्यक्रम में अपनें अपनें क्षैत्र के पारगंत वक्ताओं डॉ. रेखा व्यास, डॉ. पी.के. जैन, डॉ. सुधीर जैन, डॉ. रितु मेहरा, डॉ. पी.के. सिंह, डॉ. एस.एस. सिसोदिया, डॉ. सुनील जोशी, डॉ.ईरा भटनागर, डॉ गिरधारी लाल जी, डॉ विरेन्द्र नेपालिया, डॉ अभय मेहता नें विभिन्न विषयों पर चर्चा की जो कि छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण में अभूतपुर्व योगदान का कारक होगी। बीकानेर के डुंगर कॉलेज से डॉ. सत्यनारायण जटोलिया ने प्रशिक्षण के दोरान हुए विभिन्न विषयो की वार्ताओं पर प्रशिक्षणर्थीयों से चर्चा की और उनसे फीडबेक लिया। प्रतिभगियों में से डा.ॅ मनीषा चौहान ने स्कॉउअ एवं गाइड रॉवर्स एवं रेंजर्स के बारे में जानकारी दी।
अन्त में कार्यक्रम निदेशक डॉ. सुधार जैन ने 7 दिवसीय कार्यक्रम से जुडे हुए प्रतिभागियों को अपने प्रतिदिन की गतिविधियों के संचालन एवं व्यवस्थित दिनचर्या को समझाते हुए कहा कि हमें जीवन में व्यवस्थित दिनचर्या जीवन में कभी थकान का अनुभव नही होने देती मेरा मानना है कि यह हमें सफलता की ओंर अग्रसर करती है। सभी प्रतिभगियों को उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने हेतु बधाई दी एवं धन्यवाद दिया साथ ही विभिन्न विषयों पर जिन उच्च अधिकारियों ने प्रतिभागियों को जानकारी से अवगत कराया का आभार प्रकट किया।