Editor-Manish Mathur
जयपुर 25 फरवरी 2021 – विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के तहत चल रही कोविड-19 संवेदीकरण और जागरूकता गतिविधियों को जारी रखते हुए महामारी के दौरान दंत चिकित्सा संकाय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने रोगियों को मास्क और सैनिटाइज़र का मुफ्त वितरण किया।
नि:शुल्क मास्क और सेनिटाइजर वितरण “कोरोना निवारण अभियान” के तहत आज संकाय के रिसेप्शन क्षेत्र में किया गया, जहां डॉ. नाज़िम हुसैन अल-जाफरी, कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक, जामिइ ने संकाय में उपचार के लिए आने वाले रोगियों को हैंड सैनिटाइज़र और फेस मास्क वितरित किए।
कार्यक्रम के दौरान रिसेप्शन क्षेत्र में प्रो. संजय सिंह, डीन, दन्त चिकित्सा संकाय के साथ सभी विभागों के प्रभारी, कर्मचारी तथा प्रशिक्षु और सामान्य ओपीडी कर्मचारी उपस्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए डॉ नाज़िम हुसैन अल-जाफ़री ने उन सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों के दृढ़ संकल्प और साहस की सराहना की जो इस असाधारण चुनौतीपूर्ण समय में लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने संकाय में प्रदर्शित किए जा रहे निर्देशों और नोटिसों को पढ़ने और उनका पालन करने के लिए रोगियों को प्रोत्साहित किया और उन्हें सामाजिक दूरी, हाथों की स्वच्छता और मास्क पहनने के लिए जागरूक किया।
प्रोफेसर संजय सिंह ने महामारी के वर्तमान परिदृश्य और संकाय में काम करने वाले सभी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों द्वारा अपनाए जा रहे विभिन्न कोविड प्रोटोकॉल पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने आगे घोषणा की कि संकाय न केवल विश्वविद्यालय में बल्कि बाहर समुदाय में भी इस तरह के मुफ्त मास्क-सैनिटाइजर वितरण और कोविड-संवेदीकरण अभियानों का अधिक से अधिक आयोजन करना जारी रखेगा।
इसके बाद सभी क्लीनिक और विभागों का संक्षिप्त दौरा किया गया, जहाँ डॉ. नाज़िम हुसैन अल-जाफ़री ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए सभी संकायों, कर्मचारियों और प्रशिक्षुओं द्वारा की बरती जा रही सावधानियों की सराहना की।
इससे पहले, कोविड-19 वैक्सीन रोल आउट पर यूजीसी के साल भर के अभियान के तहत, फैकल्टी पहले ही लोगों को कोविड-19 निवारण के लिए प्रोटोकॉल का पालन करने हेतु प्रोत्साहित करने के साथ-साथ भारत के कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिए आगे आने के लिए कई पोस्टर प्रदर्शित कर चुकी है। संकाय ने पहले भी 3 फरवरी 2021 को “कोविड-19 वैक्सीन-ए अपडेट” पर एक ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया था, ताकि पूरे विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को कोविड-19 टीकाकरण के बारे में जागरूक किया जा सके।