Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 25 फरवरी 2021 : भारतीय संचालन के अपने 20वें वर्ष में होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने आज घोषणा की है कि उत्तरी भारत (जम्मु-कश्मीर, लद्दाख, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचलप्रदेश, दिल्ली और चण्डीगढ) में इसके दोपहिया वाहनों की समग्र बिक्री 7 लाख युनिट्स के आंकड़े को पार कर गई है।
उत्तरी भारत में 70 लाख दोपहिया वाहनों की उपलब्धि तक पहुंचने की होण्डा की यात्रा
2001 में, होण्डा 2व्हीलर्स ने अपने पहले दोपहिया वाहन एक्टिवा के साथ अपना संचालन शुरू किया। इसे उत्तरी भारत में पहले 35 लाख उपभोक्ताओं तक पहुंचने में 15 साल लगे।
3 गुना गति के साथ अपने उपभोक्ताओं को संतोषजनक सेवाएं प्रदान करते हुए उत्तरी भारत में होण्डा के उपभोक्ताओं की संख्या सफलतापूर्वक दोगुनी हो गई है, मात्र 5 वर्षों में हाल ही के 35 लाख उपभोक्ता इसके साथ जुड़े हैं। इसी के साथ होण्डा अब सिर्फ उत्तरी क्षेत्र में 70 लाख से अधिक दोपहिया उपभोक्ताओं को राइडिंग का उत्कृष्ट अनुभव प्रदान कर रही है।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उपभोक्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए श्री यदविंदर सिंह गुलेरिया, डायरेक्टर-सेल्स एण्ड मार्केटिंग, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने कहा, ‘‘हम पूरे उत्तरी क्षेत्र में अपने 70 लाख उपभोक्ताओं के प्रति आभारी हैं जिन्होंने होण्डा को अपना पसंदीदा दोपहिया वाहन बनाया है। वास्तव में उत्तरी क्षेत्र में हमारी पहली फैक्टरी की शुरूआत 2001 में हरियाणा में हुई। मांग बढ़ने के साथ उत्तरी क्षेत्र में ही राजस्थान में दूसरी फैक्टरी शुरू की गई। होण्डा भारत में अपने तीसरे दशक की शुरूआत करने जा रही है, इसी के साथ हम उत्तरी क्षेत्र पर ध्यान केन्द्रित करते रहेंगे। होण्डा अपने दिग्गज ब्राण्ड एक्टिवा के साथ स्कूटर सेगमेन्ट में अपने नेतृत्व को सशक्त बनाती रहेगी। साथ ही, हमारी नई BS-VI मोटरसाइकल श्रृंखला भी क्वाइट रेवोल्यूशन को प्रोत्साहित कर रही है। आने वाले समय में हमें अपने भरोसेमंद रैड विंग (डोमेस्टिक स्कूटर और मोटरसाइकल श्रृंखला) और एक्सक्लुज़िव सिल्वर विंग (300 सीसी से 1800 सीसी की रेंज में प्र्रीमियम मोटरसाइकलें) दोनों से बहुत अधिक उम्मीदें हैं।’
2001 में दिग्गज ब्राण्ड एक्टिवा के नेतृत्व में होण्डा ने उत्तर भारत में स्कूटरीकरण की लहर का नेतृत्व किया। 7 शानदार BS-VI मोटरसाइकलें (सीडी 110 ड्रीम, लीवो, एसपी125, शाईन, यूनिकॉर्न, एक्स-ब्लेड और होर्नेट 2.0) इस लहर को आगे बढ़ा रही हैं।
प्रीमियम मोटरसाइकल बिज़नेस की बात करें, तो होण्डा अपने एक्सक्लुज़िव बिग विंग नेटवर्क के माध्यम से अपने प्रशंसकों तक पहुंच रही है।
पहले से, जयपुर और लुधियाना में होण्डा के 2 बिगविंग (300-500 सीसी मिड-साइज़ प्रीमियम मोटरसाइकल के लिए) और गुरूग्राम में 1 होण्डा बिगविंग टॉपलाईन (300 सीसी से शुरू होने वाली सम्पूर्ण प्रीमियम मोटरसाइकल रेंज के लिए) अपना संचालन शुरू कर चुके हैं और जल्द ही उत्तरी क्षेत्र में कई और बिग विंग नेटवर्क शामिल किए जाएंगे।
उत्तरी क्षेत्र में समाज के प्रति होण्डा की प्रतिबद्धता
कारोबार के दायरे से आगे बढ़कर, होण्डा समाज के अनुकूल कंपनी बनने के लिए प्रयासरत है। उत्तरी क्षेत्र में होण्डा की 2 मैनुफैक्चरिंग युनिट्स हैं जो मनेसर (हरियाणा) और तापुकारा (राजस्थान) में हैं।
ग्रामीण शिक्षा, महिला सशक्तीकरण, स्वास्थ्यसेवा, सड़क सुरक्षा शिक्षा और सामुदायिक विकास के क्षेत्र में अपनी सीएसआर पहलों के माध्यम से होण्डा उत्तरी क्षेत्र में 9 लाख से अधिक लोगों को लाभान्वित कर चुकी है।
इसके अलावा एक ज़िम्मेदार कॉर्पोरेट होने के नाते, होण्डा अपने 5 टै्रफिक ट्रेनिंग पार्कों (जयपुर, लुधियाना, करनाल, दिल्ली) और ऊना स्थित 1 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटर के माध्यम से सड़क सुरक्षा पर जागरुकता का प्रसार कर रही है।
साथ ही, होण्डा के 11 अडॉप्टेड कौशल संवर्धन केन्द्र (आईटीआई) नौकरी उन्मुख तकनीकी कौशल के साथ गुरूग्राम, रोहतक, पानीपत, बद्दी, भटिंडा, जोधपुर, कोटा, पटियाला, दिल्ली (3) के स्थानीय युवाओं को सशक्त बना रहे हैं।