Editor-Rashmi Sharma
जयपुर, 23 फरवरी, 2021 – इस 32वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह (18 जनवरी- 17 फरवरी 2021) के दौरान, होण्डा 2 व्हीलर्स इंडिया नेएक माह तक चलने वाले विशेष सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान के साथ सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ;डवत्ज्भ्द्ध द्वारा निर्धारित विषय ‘सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा’ को आगे बढ़ाया।
32वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के दौरान होण्डा 1.2 लाख बच्चों और व्यस्कों तक पहुंची। होण्डा ने सड़क सुरक्षा जागरुकता को महानगरों के दायरे से बाहर ले जाने के लिए कई आरटीओ, यातायात पुलिस विभागों, सरकारी स्वास्थ्य विभागों, ओद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थानों, स्कूलों, काॅॅलेजों, काॅर्पोरेट्स एवं अपनेे 6300 से अधिक सेल्स एवं सर्विस टचपाॅइन्ट्स के साथ हाथ मिलाए।
देश भर में होण्डा ने कई सड़क सुरक्षा जागरुकता गतिविधियों का आयोजन किया, जिनमें 58 शहरों में 97 सड़क सुरक्षा संवर्धन रैलियों और 4 वाॅकाथोन्स का आयोजन किया गया। उत्तर-पूर्व में होण्डा ने आसाम परिवहन विभाग के सहयोग से गुवाहाटी, आसाम में 7वें एसडीईसी का उद्घाटन किया। दक्षिण में होण्डा की सुरक्षा टीम ने त्रिची में पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया; पश्चिम में, ठाणे स्वास्थ्य विभाग से सरकारी डाॅक्टरों को सड़क पर ज़िम्मेदारियों के बारे में प्रशिक्षित किया गया। डिजिटल की क्षमता का उपयोग करते हुए, होण्डा के सेफ्टी इन्स्ट्रक्टर्स ने 50000 से अधिक लोगों को 300 डिजिटल होण्डा सड़क सुरक्षा ई-गुरूकुल के माध्यम से प्रशिक्षण दिया है।
होण्डा के 12 अडाॅप्टेड टेªनिंग पार्कों ने डिजिटल माध्यमों के ज़रिए 183 स्कूलों, काॅलेजों एवं काॅर्पोरेट्स के 22,000 बच्चों और व्यस्कों को प्रशिक्षित किया।
इसके अलावा, 9600 लर्निंग लाइसेंस के आवेदनकर्ताओं और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों को होण्डा के 5 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों (विशाखापटनम, विजयवाड़ा, ऊना, रांची, बैंगलोर) और 3 टैªफिक पार्कों (करनाल, त्रिची, कोयम्बटूर) में यातायात नियमों एवं सड़क अनुशासन पर कक्षा प्रशिक्षण दिया गया।
होण्डा के अब तक के सबसे बड़े एक माह तक चलने वाले सड़क सुरक्षा संवर्धन अभियान के बारे में विस्तार से बताते हुए श्री प्रभु नागराज- सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट, ब्राण्ड एण्ड कम्युनिकेशन्स, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने कहा, ‘‘मोबिलिटी बिज़नेस से जुड़ा काॅर्पोरेट होने के नाते होण्डा न केवल सुरक्षित उत्पादों के निर्माण के लिए बल्कि सड़कों पर लोगों को सुरक्षित बनाए रखने के लिए भी प्रतिबद्ध है। इस 32वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अवसर पर होण्डा परिवार ने सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा के संदेश को सभी आयुवर्गों के 1.2 लाख लोगों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया- इन लोगों में स्कूूली और काॅलेज छात्रों से लेकर पहली बार लाइसेंस आवेदनकर्ता, तथा बस चालकों से लेकर सड़क पर पैदल चलने वाले लोगों तक सभी शामिल थे। आने वाले समय में भी हम देश भर के शहरों में लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाते रहेंगे।’’
राजस्थान में 4000 से अधिक बच्चों और व्यस्कों ने होण्डा के साथ सीखे सड़क सुरक्षा के नियम
32वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के दौरान जयपुर के 1900 से अधिक बच्चों और व्यस्कों को साइन्स पार्क स्थित होण्डा के अडाॅप्टेड टैªफिक टेªनिंग पार्क में 7 प्रमुख क्षेत्रों (अच्छे समारितन कानून, वाहन जागरुकता अधिनियम, पैदल यात्री की सुरक्षा के बारे में जागरुकता, सड़क सुरक्षा के सुनहरे नियम, सड़क इंजीनियरिंग, स्कूली बस चालकों के लिए प्रशिक्षण, वाहन के स्वास्थ्य की जांच और दस्तावेज) पर प्रशिक्षण दिया गया।
नए एवं मौजूदा राइडरों के लिए सड़क सुरक्षा जागरुकता को महत्व देते हुए, होण्डा 2 व्हीलर्स इंडिया ने जयपुर के काॅर्पोरेट पेशेवरों और रावत पीजी गल्र्स काॅलेज के 800 से अधिक छात्रों के लिए डिजिटल सड़क सुरक्षा प्रशिक्षण का आयोजन भी किया। जयपुर में होण्डा के डीलरों ने सड़क सुरक्षा वाॅकाथोन और क्विज़ प्रतियोगिताआंे का आयोजन भी किया, जिसमें 200 से अधिक उपभोक्ताओं ने सक्रियता से हिस्सा लिया।
राजस्थान में सड़क सुरक्षा के संदेश को और अधिक प्रसारित करते हुए, कोटा युनिवर्सिटी, मोहनलाल सुखाड़िया युनिवर्सिटी, उदयपुर के तकरीबन 500 छात्रों एवं जोधपुर के काॅर्पोरेट कर्मचारियों ने डिजिटल माध्यमों से सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलु सीखे। इसके अलावा होण्डा ने कोटा, उदयपुर, जोधपुर, ब्यावर और चित्तौढ़गढ़ में 16 वर्ष से अधिक उम्र के 500 से अधिक उपभोक्ताओं के लिए कई गतिविधियों जैसे वर्चुअल राइडिंग सिमुलेटर प्रशिक्षण, सुरक्षा पत्रकों का वितरण तथा सड़क सुरक्षा प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
सड़क सुरक्षा संवर्धन में होण्डा की भूमिकाः
1970 के बाद से, जब होण्डा सुरक्षा शिक्षा प्रदान करने वाली पहली आॅटोमोबाइल निर्माता बन गई, यह ‘हर किसी की सुरक्षा’ के दृष्टिकोण को दुनिया के 41 देशों में विस्तारित कर चुकी है। भारत में भी होण्डा सड़क सुरक्षा शिक्षा को बढ़ावा देने वाली पहली दोपहिया निर्माता थी। 20 सालों के दौरान होण्डा स्कूलों, काॅलेजों एवं काॅपोर्रेट्स में नियमित शिविरों के माध्यम से तथा अपने 12 अडाॅप्टेड टैªफिक ट्रनिंग पार्कों, 7 सुरक्षा ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों, देश भर में सभी 1000 से अधिक डीलरशिप्स के द्वारा 39 लाख से अधिक लोगों को सड़क सुरक्षा पर शिक्षित और प्रशिक्षित कर चुकी है। इसके अलावा होण्डा ने अपनी डिजिटल सड़क सुरक्षा पहल- होण्डा रोड सेफ्टी ई-गुरूकुल’ के माध्यम से 3 लाख से अधिक लोगों को जागरुक बनाया है।