Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 11 फरवरी 2021 – एचपी इंडिया और नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएसडीसी) ने देशभर में होम लर्निंग तथा बाल्यावस्था में कौशल विकास में मदद के लिए, वैज्ञानिक तरीके से तैयार वर्कशीट और कॉन्टेंट उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गठबंधन की घोषणा की है। इसके अंतर्गत, एनएसडीसी अपने डिजिटल कुशलता प्लेटफॉर्म ई-स्किल इंडिया पर एचपी के प्रिंट लर्न सेंटर के कॉन्टेंट को उपलब्ध कराएगी ताकि इसे लाखों संभावित उपयोगकर्ताओं को मुफ़्त उपलब्ध कराया जा सके। प्रिंट लर्न सेंटर (एचपी-पीएलसी) एचपी की पहल है जो शिक्षाविदों और कौशल विकास विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए प्रिंट करने योग्य लर्निंग मॉड्यूल उपलब्ध कराता है।
एचपी का प्रिंट लर्न सेंटर कॉन्टेंट अंग्रेज़ी और सात भारतीय भाषाओं (कन्नड़, तमिल, तेलुगू, बांग्ला, हिंदी, गुजराती और मराठी) में उपलब्ध कराया जाएगा। एचपी-पीएलसी कॉन्टेंट को विभिन्न कौशलों को सीखने में मदद के लिए तैयार किया गया है और यह स्कूलों के नियमित पाठ्यक्रम के पूरक के तौर पर काम करेगा। इससे छात्रों में समस्याओं का समाधान करने, विश्लेषण की क्षमता, गिनती करने और नेतृत्व करने की क्षमता जैसी आधुनिक कुशलताएं विकसित करने में मदद मिलेगी। इस सहयोग के माध्यम से एचपी और एनएसडीसी का उद्देश्य शुरुआती समय से ही बच्चों में व्यापक कौशल विकास सुनिश्चित करना है।
इस गठबंधन की घोषणा करते हुए, डॉ मनीष कुमार, प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, एनएसडीसी ने कहा, “कुशलताएं सिखाने के लिए टैक्नोलॉजी को बड़े पैमाने पर अपनाने से सुविधा होती है और छात्रों के अनुभव को बेहतर बनाने में भी मदद मिलती है। एचपी-पीएलसी कॉन्टेंट और ई-स्किल प्लेटफॉर्म के माध्यम से इसकी डिलिवरी को इस तरह से ढाला गया गया है कि यह बच्चों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर सके और उन्हें सीखने का संवादपरक एवं आसान माहौल उपलब्ध कराए।“
इस मौके पर श्री केतन पटेल, प्रबंध निदेशक, एचपी इंडिया मार्केट ने कहा, “महामारी के बाद, पूरे देश के छात्रों को सीखने के प्राथमिक माध्यम के तौर पर ई-लर्निंग को अपनाना पड़ा। पढ़ाई के नियमित तरीकों के उपलब्ध न होने पर अभिभावकों और शिक्षकों पर शुरुआती अवधारणाओं को बच्चों की सिखाने का दबाव बढ़ गया। प्रिंट लर्न सेंटर इस कमी की भरपाई करने का एचपी का प्रयास है और एनएसडीसी के साथ हमारे सहयोग के माध्यम से हमें उम्मीद है कि हम इस कॉन्टेंट को देश भर के लाखों छात्रों और शिक्षकों तक पहुंचा सकेंगे। साथ ही, देश की भावी पीढ़ी को ज़रूरी कुशलताएं विकसित करने में अपनी भूमिका निभा सकेंगे।“
ई-स्किल इंडिया, एनएसडीसी की ओर से डिजिटल माध्यम से शुरू किया गया कुशलता से जुड़ा प्रयास है जो विभिन्न भारतीय और वैश्विक नॉलेज पार्टनरशिप के ज़रिये ई-लर्निंग से जुड़े संसाधनों को एकत्र करता है, ताकि भारतीय बच्चों के लिए सबसे बेहतर कॉन्टेंट जुटाया जा सके। फिलहाल, अलग-अलग भाषाओं में विभिन्न क्षेत्रों के 28,000 से ज़्यादा मिनट के डिजिटल कोर्स और कॉन्टेंट उपलब्ध हैं। इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य सीखने वालों को उन टेक्नोलॉजी और कुशलताओं के बारे में जानकारी देना है जिनकी ज़रूरत तेज़ी से बदलती डिजिटल दुनिया में आगे बढ़ने के लिए है।
एचपी प्रिंट लर्न सेंटर मॉड्यूल सीखने की प्रक्रिया में इनोवेशन लेकर आते हैं जिससे घर पर सीखने में मदद मिलती है और इससे शारीरिक स्वास्थ्य और मोटर कुशलताओं, भाषा और ज्ञान संबंधी कुशलताएं, स्टेम कुशलताएं, तार्किक सोच, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास, संवेदना और अनुभव संबंधी विकास, रचनात्मक एवं कलात्मक विकास और ऐसी अनेक कौशलों को बढ़ावा मिलता है।
इस कॉन्टेंट को एनएसडीसी के ई-स्किल इंडिया या एचपी के प्रिंट लर्न सेंटर का इस्तेमाल करके मुफ़्त सब्सक्रिप्शन के ज़रिये ऐक्सेस किया जा सकता है। पंजीकृत उपयोगकर्ताओं को हर महीने 100 लर्निंग वर्कशीट का ऐक्सेस मिलेगी। यह कॉन्टेंट विभिन्न श्रेणी के सीखने वालों के लिए उपलब्ध होगा।