Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 01 फरवरी 2021 – जयपुर एक फरवरी, महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव व समेकित बाल विकास सेवाएं की निदेशक डॉ0 प्रतिभा सिंह ने सोमवार को यहां सहकारी प्रबंधन संस्थान में समेकित बाल विकास सेवाएं केतहत संचालित योजनाओं के लिए शुरू किये गये दो दिवस सामाजिक अंकेक्षण प्रशिक्षण का शुभारम्भ किया।
महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव डॉ0 के.के. पाठक ने प्रशिक्षण में उपस्थित सम्भागियों को सम्बोधित करते हुए कहां कि सामाजिक अंकेक्षण की परमपरा सदियों पुरानी चली आ रही है। उन्होने कहां कि नरेगा योजना के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग में पायलेट आधार पर प्रदेश के 12 जिलों की विभिन्न आंगनबाडी केन्द्रों को सामाजिक अंकेक्षण के लिए चयनित किया गया है। उन्होने कहां कि प्रदेश के हर आंगनबाडी केन्द्र पर हर लाभार्थी का डाटा दिखे यह प्रयास विभाग द्वारा एक अप्रेल से लागू करने जा रहे है। उन्होने प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित महिला पर्यवेक्षक, बाल विकास परियोजना अधिकारी से कहां कि वे यह सुनिश्चित करे कि पायलेट आधार पर चयन किये गये आंगनबाडी केन्द्रों का सामाजिक अंकेक्षण के दौरान सक्रिय रह कर कार्य करे।
उन्होने कहां कि प्रदेश में संचालित सभी 62 हजार 500 आंगनबाडी केन्द्रों से लगभग 40 लाख से अधिक बच्चे, गर्भवती व धात्री महिलाएं विभाग की संचालित योजनाओं से जुड़कर लाभान्वित हो रही है तथा वर्तमान में कोविड-19 महामारी के असन्न संकट के दौरान विभाग द्वारा पंजीकृत समस्त श्रेणी के लाभार्थी को स्वच्छ वायरस मुक्त कच्ची सामग्री के रूप वितरण किया जा रहा है। उन्होने कहां कि आंगनबाडी केन्द्रों पर दी जा रही सुविधाआें में पादर्शिता, गुणवत्ता बढ़ाने के लिए विविधता लाने के प्रयास किये जाये।
इस अवसर पर समेकित बाल विकास सेवाएं की निदेशक डॉ0 प्रतिभा सिंह ने कहां कि मुख्यमंत्री द्वारा वित्त एवं विनियोग विधेयक, 2020 पर चर्चा के दौरान आंगनबाडी केन्द्रों पर दी जा रही सेवाओं की पादर्शिता, गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए पायलेट आधार पर सामाजिक अंकेक्षण किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। उन्होने कहां कि सामाजिक अंकेक्षण प्रशिक्षण में शामिल सभी सदस्य प्रशिक्षण के दौरान अपनी संकाओं को दूर करने के साथ यह सुनिश्चित करे कि वास्तविक लाभार्थी को लाभ मिले यह सभी को प्रयास किये जाये। प्रशिक्षण के दौरान सहायक निदेशक (पोषाहार) श्रीमती मन्जू यादव सहित सामाजिक अंकेक्षण दल के सदस्य सहित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।