Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 25 फरवरी 2021 – कौशल एवं प्रतिभा विकास की वैश्विक कंपनी और मैनेज्ड ट्रेनिंग सेवाएं उपलब्ध कराने वाली अग्रणी कंपनी एनआईआईटी लिमिटेड ने भारत में 5जी नेटवर्क की कारोबारी संभावनाओं का पूर्ण दोहन करने के लिए दूरसंचार एवं आईटी में करियर बनाने के इच्छुक पेशेवरों और युवाओं की मदद के लिए नोकिया का 5जी प्रमाणन कार्यक्रम शुरू करने की आज घोषणा की।
नोकिया और एनआईआईटी लिमिटेड के साथ मिलकर सीओएआई (सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) द्वारा आयोजित वेबिनार स्किलिंग डिजिटल इंडिया फॉर 5जीः इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन प्रोग्राम में इस कार्यक्रम को शुरू करने की घोषणा की गई। इस वेबिनार के मुख्य वक्ता दूरसंचार विभाग के डीडीजी (आईसी) श्री आर.के. पाठक रहे।
इस लांचिंग के दौरान डीडीजी, एनटीआईपीआरआईटी श्री यू.के. श्रीवास्तव, जियो प्लेटफॉर्म्स के अध्यक्ष श्री पीके भटनागर, एयरटेल के कार्यकारी उपाध्यक्ष (नेटवर्क रणनीति) श्री संदीप गुप्ता, सीओएआई के महानिदेशक डॉक्टर एसपी कोचर, सीओएआई के उप महानिदेशक श्री विक्रम तेवतिया, नोकिया ईडीयू के उपाध्यक्ष श्री सर्जियो फैसे, नोकिया के कस्टमर एंड पार्टनर लर्निंग की प्रमुख सुश्री एलिसन बर्न्स, नोकिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं भारतीय बाजार के प्रमुख श्री संजीव मलिक, नासकॉम के सीईओ (आईटी एवं इससे जुड़े क्षेत्र की कौशल परिषद) श्री अमित अग्रवाल, एनआईआईटी लिमिटेड के सीईओ श्री सप्नेश लल्ला और एनआईआईटी लिमिटेड के मुख्य रणनीति अधिकारी श्री उदय सिंह ने अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर दूरसंचार विभाग के डीडीजी (आईसी) श्री आरके पाठक ने कहा, हाल के वर्षों में इंटरनेट और स्मार्टफोन का प्रसार जबरदस्त ढंग से बढ़ा है जिससे भारत को वैश्विक स्तर पर एक प्रौद्योगिकी आपूर्तिकर्ता के रूप में उभरने में मदद मिली है। हमारा मानना है कि भारत के डिजिटल परिवर्तन में 5जी, अगले उत्प्रेरक के तौर पर काम करेगा। 5जी सरकार को इस अर्थव्यवस्था को निश्चित रूप देने में समर्थ बनाएगा और अन्य क्षेत्रों खासकर कोविड-19 के दौरान स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दूरसंचार और प्रौद्योगिकी की भूमिका बढ़ाने में मदद करेगा। वर्तमान में, दूरसंचार विभाग, भारत को 5 जी के लिए तैयार करने में एमईआईटीवाई एवं अन्य संगठनों के साथ काम कर रहा है। इस मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ने के लिए हम समर्थ हो सकें, इसके लिए शिक्षा और कौशल भी जरूरी है। मैं अपनी तरह के पहले प्रमाणन कार्यक्रम की शुरूआत कर 5जी पर उद्योग के पेशेवरों को कुशल बनाने में सीओएआई, एनआईआईटी और नोकिया के प्रयासों की सराहना करना चाहूंगा। मैं इस अति आवश्यक कौशल की पहल में हर किसी को शुभकामना देता हूं।
नोकियाईडीयू के उपाध्यक्ष सर्जियो फैसे ने कहा, ऐसी कंपनियां और लोग जिन्हें पूरी जानकारी है और 5 जी के अवसरों को पहचानने के योग्य हैं, उन्हें इस क्रांतिकारी प्रौद्योगिकी और इसके महत्वपूर्ण नेटवर्क से सबसे अधिक लाभ होने जा रहा है। नोकिया पूरे भारत में व्यक्तियों और संगठनों के लिए 5 जी प्रमाणन लाने के लिए एनआईआईटी और सीओएआई (सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के साथ साझीदारी को लेकर उत्साहित है।
इस अवसर पर सीओएआई के महानिदेशक ले.जनरल डॉक्टर एसपी कोचर ने कहा, एक व्यापक 5 जी नेटवर्क तैयार करना एक बहुत बड़ा काम है, लेकिन इसे संभव बनाने के लिए कार्यबल तलाशना एक चुनौती है। कई कंपनियों के लिए तो मौजूदा ढांचे को अद्यतन करना और उसका रखरखाव करना भी महत्वपूर्ण मुद्दा है। अगली पीढ़ी की वायरलेस टेक्नोलॉजी की नयी दुनिया में कारोबारियों का मार्गदर्शन करने के लिए 5 जी प्रमाणन कार्यक्रम एक शानदार पहल है। इस कार्यक्रम के दायरे में 5 जी के मौलिक सिद्धांत और तकनीकी स्तंभ आएंगे और इसके प्रमुख कारोबारी पहलुओं से 5 जी रणनीति और नियोजन की पहल में सीखने वाला व्यक्ति योगदान कर सकेगा।
एनआईआईटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सप्नेश लल्ला ने कहा, हम इस अनूठे 5 जी प्रमाणन कार्यक्रम को प्रस्तुत करने के लिए नोकिया और सीओएआई के साथ साझीदारी को लेकर उत्साहित हैं। यह कार्यक्रम पूरे भारत में पेशेवरों और संगठनों के लिए अपनी तरह का पहला अवसर है। जब बात प्रौद्योगिकी शिक्षा की हो तो एनआईआईटी का प्रयास इस खेल में आगे रहने का होता है और यह प्रमाणन नोकिया की अगुवाई में 5जी क्रांति के लिए खुद को तैयार करने के लिहाज से व्यक्तियों और संगठनों के लिए एक बड़ा अवसर है।
नोकिया बेल लैब्स 5 जी प्रमाणन कार्यक्रम अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है जो सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) उद्योग के पेशेवरों को प्रमाणन के दो स्तरों-एसोसिएट और प्रोफेशनल की पेशकश करता है। इनके तहत 5 जी नेटवर्क की बुनियादी बातों से लेकर पेशेवर स्तर के नियोजन एवं डिजाइन तक शामिल है। नोकिया बेल लैब्स 5 जी प्रमाणन कार्यक्रम को इसके एसोसिएट लेवल सर्टिफिकेशन फाउंडेशन कोर्स के साथ लांच किया गया है और इसके बाद पेशेवर स्तर के प्रमाणन एवं पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
भारत के डिजिटल परिवर्तन और सरकार के महत्वाकांक्षी डिजिटल इंडिया विजन को हासिल करने के लिए 5 जी एक अहम भूमिका निभाएगा। सरकार द्वारा गठित एक समिति की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2035 तक यह भारत में 1 ट्रिलियन डॉलर का सकल आर्थिक प्रभाव पैदा कर सकता है। 5 जी से नए कारोबारी मॉडल जन्म लेंगे जिनसे दूरसंचार सेवा प्रदाता लोगों को अनूठे एप्लीकेशंस की पेशकश कर सकेंगे। साथ ही वे औद्योगिक, वाणिज्यिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, कृषि, वित्तीय और सामाजिक क्षेत्रों को भी अनूठी सेवाएं दे सकेंगे। 5 जी से व्यापक स्तर पर ब्रॉडबैंड एप्लीकेशंस को ताकत मिलेगी और अप्रत्याशित अवसरों का सृजन होगा।
इस वेंडर एग्नोस्टिक सर्टिफिकेशन प्रोग्राम को नोकिया बेल लैब्स के अग्रणी फ्यूचर एक्स आर्किटेक्चर के सिद्धांतों पर तैयार किया गया है जोकि 5 जी युग के लिए है और जिसे संचार सेवा प्रदाताओं और उपक्रमों में कारोबार एवं प्रौद्योगिकी पेशेवरों के लिए डिजाइन किया गया है। कर्मचारियों में 5 जी टेक्नोलॉजी के उपयोग की बेहतर समझ विकसित कर कंपनियां तेजी से 5 जी रणनीति लागू कर सकेंगी और उन्हें उच्च मूल्य की 5 जी सेवाएं उपलब्ध कराने का प्रतिस्पर्धी लाभ हासिल होगा।
5जी के क्षेत्र में नोकिया के तेज़ कदम की वजह सेलुलर टेक्नोलॉजी, आरएंडडी और मानकीकरण में इस कंपनी की सतत अग्रणी स्थिति है। नवंबर, 2020 में नोकिया ने 3500 से अधिक 5जी पेटेंट परिवार बनाने की घोषणा की थी जिसमें प्रत्येक परिवार में कई व्यक्तिगत पेटेंट हैं और ये 5जी के लिए आवश्यक हैं। प्रतिष्ठित नोकिया बेल लैब्स सहित सभी संगठनों से विश्वस्तरीय नवप्रवर्तन के बल पर इसने 5 जी के लिए प्रौद्योगिकियों का योगदान करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। कंपनी 5 जी की कई मौलिक प्रौद्योगिकियों में अग्रणी रही है और साथ ही यह 5 जी मानक स्थापित करने के लिए 3जीपीपी के साथ भी काम कर रही है और विश्वभर में 5 जी नेटवर्क शुरू करने में योगदान कर रही है।