Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 10 फरवरी 2021 – नेशनल पेमेंट काॅर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने युनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) ट्रांजेक्शंस के ऑथराइजेशन के लिए बायोमैट्रिक्स जैसे विकल्पों के माध्यम से नए साॅल्यूशन सुझाने के लिए विश्व स्तरीय हैकेथाॅन “एनपीसीआई पेऑथ चैलेंज“ लाॅन्च किया है। यह चैलेंज दुनिया के पहले क्राॅस बाॅर्डर ओपन आर्किटेक्चर एपीआई मार्केटप्लेस और सैंडबाॅक्स प्लेटफार्म एपीआईएक्स के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इसके जरिए लाखों यूपीआई उपयोगकर्ताओं के लिए जोखिम आधारित यूजर ऑथेंटिकेशन और उपयोग में आसान ट्रांजेक्शन ऑथराइजेशन उपलब्ध हो सकेगा। एनपीसीआई पेआॅथ चैलेंज वैकल्पिक पेमेंट ऑथेंटिकेशन मैकेनिज्म्स की उपयोगिता और ऐसे वैकल्पिक मैकेनिज्म्स के प्रति उपयोगकर्ताओं के व्यवहार की सम्भावनाओं का पता लगाएगा। इसमें यूपीआई प्लेटफार्म पर पेमेंट्स के ऑथराइजेशन के वैकल्पिक उपायों के रूप में बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन और इसी तरह के अन्य नवाचारों की सम्भावनाएं तलाशी जाएंगी।
इस चैलेंज के जरिए फिनटेक्स, साॅल्यूशन प्रदाताओं और डवलपर्स को ऐसे अनूठे साॅल्यूशन्स देने के लिए प्रेरित किया जाएगा जो ऑथेंटिकेशन को यूपीआई में उनकी अनूठी तकनीक के संयोग से सरल बनाए, क्योंकि यूपीआई ऐसा अनूठा पेमेंट सिस्टम है जिसके जरिए ग्राहक अपने बैंक खाते को एक मोबाइल एप्लीकेशन से जोड़ते हैं और आसान, सुरक्षित व तुरंत मनी ट्रांसफर, ऑनलाइन शाॅपिंग, बिलों का भुगतान आदि कर सकते हैं। एनपीसीआई पेऑथ चैलेंज एक खुली वैश्विक प्रतियोगिता है, जिसमें व्यक्तिगत स्तर पर या पेमेंट्स में तकनीकी साॅल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली कम्पनियांें के रूप में भाग लिया जा सकता है। विशेषकर ऐसे स्टार्टअप्स जिनके साॅल्यूशंस तैयार हंै और जिन्हें सीमित अतिरिक्त विकास और इंटीग्रेशन के साथ यहां पायलट रूप में चलाया जा सकता है, उनके लिए यह बहुत अच्छा अवसर है। हैकेथाॅन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है, क्योंकि यह ऐसा प्लेटफार्म है जहां इनोवेशन के बारे में नए विचार रखने वाले लोग सरल यूपीआई ऑथराइजेशन के लिए अपने अनूठे विकल्प सुझा सकते हंै।
यहां आने वाले साॅल्यूशंस यूपीआई इंटीग्रेटेड होने चाहिए, जो ग्राहकों की एंड टू एंड ऑनबोर्डिंग और ट्रांजेक्शंस का ऑथराइजेशन कर सकें। साथ ही उपयोगकर्ताओं और ट्रांजेक्शंस की रिस्क स्कोरिंग के पैरामीटर्स भी उपलब्ध करवा सकें। इस चैलेंज के जरिए प्रतिभागियों को एनपीसीआई के साथ मिल कर भारत और विश्व में डिजीटल पेमेंट का परिदृश्य बदलने वाला साॅल्यूशन तैयार करने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही विजेता को बीस हजार अमेरिकी डाॅलर, उपविजेता को 10 हजार अमेरिकी डाॅलर का पुरस्कार मिलेगा। इसके साथ ही अन्य विजेता टीमों को एनपीसीआई के साथ प्रूफ ऑफ कांसेप्ट (पीओसी) पर काम करने का मौका मिलेगा।
एनपीसीआई के चीफ डिजीटल ऑफिसर आरिफ खान ने कहा, ‘‘हम एनपीसीआई पेऑथ चैलेंज की लाॅन्चिंग पर गर्व अनुभव कर रहे हैं। इसका आयोजन एपीआईएक्स के साथ मिल कर किया जा रहा है। हमे विश्वास है कि यह चैलेंज इनोवेशन के बारे में निरंतर सोचने वाले लोगों को दृढ़ प्रतिबद्धता देने की दिशा में एक और कदम है और इससे वे अपना सपना तेजी से पूरा कर पाएंगे। हम रचनात्मक और नवाचारी प्रतिभागियांें से कुछ अत्याधुनिक साॅल्यूशंस मिलने की उम्मीद कर रहे हैं, जो यूपीआई प्लेटफार्म पर सुरक्षा और उपयोगकर्ताओं की आसानी को नए आयाम दे सकें। फिनटेक्स ने लगातार विकसित होती डिजीटल पेमेंट इंडस्ट्री की मजबूत आधारशिला रखने में अहम भूमिका निभाई है। हमेें भरोसा है कि यह यात्रा अच्छे और सम्भावनाशील विचारों को सामने लाने में सफल रहेगी। इसके साथ ही प्रतिभाशाली फिनटेक्स को सही मार्गदर्शक विशेषज्ञता और संसाधन मिल सकेंगे।’’
एएफआईएन के बोर्ड डायरेक्टर पाॅल ग्वी ने कहा, ‘‘उपयोगकर्ताओं के लिए ऑथेंटिकेशन और ऑथराइजेशन एनपीसीआई के साॅल्यूशंस ढूंढने के लिए आयोजित इस हैकेथाॅन को एपीआईएक्स का सहयोग मिल रहा है। यह एपीआईएक्स के लिए सम्मान की बात है कि यह एनपीसीआई पेऑथ चैलेंज का सहयोग कर रहा है और हम फिनटेक समुदाय के सशक्तिकरण की इस यात्रा मंे उनके सहयोगी बन कर बेहद खुश है।’’
इसमें भाग लेने के इच्छुक प्रतिभागी रजिस्ट्रेशन और अपने प्रस्ताव भेजने के लिए के लिए 28 फरवरी 2021 तक https://hackolosseum.apixplatform.com/hackathon/npcipayauth पर लाॅगइन कर सकते हैं।
एनपीसीआई हेकेथाॅन, ऑइडियोथाॅन्स, ग्रेंड चैलेंज, एपीआई एक्सेलेटर प्रोग्राम्स आदि आयोजित कर नवाचारो के लिए हेलिक्स सिद्धांत का पालन करता है ताकि स्टार्टअप समुदाय का सशक्तिकरण किया जा सके। पूर्व एनपीसीआई ने फीचर फोन, प्रोक्सीमिटी पेमेंट्स, एनईटीसी सिस्टम्स आदि पर साॅल्युशंस उपलब्ध कराने के लिए एनपीसीआई हैकेथाॅन और ग्रेंड चैलेंज का आयोजन किया था। हाल में एनपीसीआई ने एक इनोवेशन लैब- टेक्सनेट हब स्थापित की है जो हैदराबाद में टी-हब पर स्थित है। इसके जरिए डिजिटल पेमेंट्स की नवीनतम तकनीकों तक स्टार्टअप्स की पहुंच बनाई जाती है। यह हर वर्ष सफलतापूर्वक फिनटेक यात्रा भी आयोजित कर रहा है। यह एक ऐसी पहल है जिसके जरिए भारत की फिनटेक कम्पनियों के समक्ष आ रही चुनौतियों को चिन्हित किया जाता है और भारत में उनके विकास के लिए प्रयास किए जाते हैं।
एनपीसीआई फिनटेक व्यवस्था को आगे बढ़ाने और स्थानीय स्तर पर विकसित स्टार्टअप्स को विस्तार देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इससे डिजिटल पेमेंट्स की व्यवस्था का विकास होगा। यह युवा भारत के नवाचारी तकनीक में माहिर युवाओं को पहचानता है, जिनमें भारत और विश्व मंे गतिशील डिजिटल परिदृश्य को विकसित करने की मजबूत आधारशिला रखने की क्षमता है।