Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 12 फरवरी 2021 – स्टैंडअलोन
– अब तक का सर्वाधिक पीएटी 2,333 करोड़ रुपए दर्ज किया
– स्टैंडअलोन प्रोफिट आफ्टर टैक्स में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 39 प्रतिशत की वृद्धि, वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में पीएटी 2,333 करोड़ रुपए पर, जबकि 20 की तीसरी तिमाही मंे यह राशि थी 1,680 करोड़ रुपए।
– स्टैंडअलोन प्रोफिट आफ्टर टैक्स में 9 माह की अवधि में 45 प्रतिशत की वृद्धि, 9 एम 20 में 4,220 करोड़ रुपए की तुलना में 9 एम 21 में 6,117 करोड़ रुपए
– क्यू3 एफवाय20 की तुलना मंे नेट इंटरेस्ट इनकम में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी, क्यू3 एफवाय21 में यह 3,442 करोड़ रुपए, जबकि क्यू3 एफवाय20 में यह राशि 2,646 करोड़ रुपए थी।
– 9 एम के लिए नेट इंटरेस्ट इनकम में 34 प्रतिशत की बढ़ोतरी, 9 एम 21 में 9,879 करोड़ रुपए रही, जबकि 9 एम 20 में यह राशि थी 7,362 करोड़ रुपए थी।
स्ट्रेस्ड एसेट्स के रिजॉल्यूशन के कारण देय
– स्ट्रेस्ड एसेट्स के रिजॉल्यूशन के कारण सकल एनपीए अनुपात 249 बीपीएस की कमी। वर्तमान में सकल एनपीए अनुपात 5.85 प्रतिशत, 9 एम 20 में यह 8.34 प्रतिशत था।
– शुद्ध एनपीए अनुपात में भी 164 बीपीएस की गिरावटं। वर्तमान में शुद्ध एनपीए अनुपात 2.30 प्रतिशत, 9 एम 20 में यह 3.94 प्रतिशत था।
– एक चुनौतीपूर्ण ऑपरेटिंग माहौल में भी, प्रमुख वित्तीय संकेतक लगातार 3 तिमाहियों के लिए एक स्थिर सीमा के भीतर बने रहे। क्यू3 21 यील्ड 10.68 प्रतिशत पर है और फंड की लागत 7.48 प्रतिशत है जो यील्ड और फंड की लागत में दक्षता से प्रेरित है। क्यू3 21 के लिए 3.63 प्रतिशत की संपत्ति अर्जित करने पर नेट इंटरेस्ट मार्जिन में 35 बीपीएस तक सुधार हुआ है।
– पूंजी पर्याप्तता स्तर आरामदायक 20.21 प्रतिशत पर, निर्धारित नियामक सीमाओं की अनुपालना में पर्याप्त कवर।
– इस तिमाही में पिछले सभी वादों को पूरा करने पर फोकस रहा है और मुश्किल ऑपरेटिंग माहौल के बावजूद पीएफसी अपने वादों को निभाने और एक प्रभावी प्रदर्शन देने में सफल रहा है
समेकित
क्यू3 एफवाय 21 – क्यू3 एफवाय 20
– क्यू3 एफवाय 20 की तुलना में समेकित प्रोफिट आफ्टर टैक्स में 17 प्रतिशत की वृद्धि, क्यू3 एफवाय21 के लिए पीएटी 3,963 करोड़ रुपए पर, जबकि क्यू3 एफवाय20 में यह राशि थी 3,387 करोड़ रुपए।
– संचालन से होने वाले समेकित राजस्व में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी, वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में समेकित राजस्व 18,435 करोड़ रुपए, जबकि 20 की तीसरी तिमाही मंे यह राशि थी 15,873 करोड़ रुपए।
– स्ट्रेस्ड एसेट्स के रिजॉल्यूशन के कारण समेकित एनपीए अनुपात में कमी, क्यू3 एफवाय20 में 3.56 प्रतिशत की तुलना में क्यू3 एफवाय21 में 2.12 प्रतिशत।
– स्ट्रेस्ड एसेट्स के रिजॉल्यूशन के कारण सकल एनपीए अनुपात में कमी, क्यू3 एफवाय20 में 7.41 प्रतिशत की तुलना में क्यू3 एफवाय21 में 5.48 प्रतिशत।
आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत डिस्कॉम को लिक्विडिटी सहायता
ऽ आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत डिस्काॅम के लिए भारत सरकार द्वारा घोषित सपोर्ट पैकेज के अंतर्गत पीएफसी और आरईसी ने अब तक 1,35,497 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है और 46,074 करोड़ रुपए वितरित किए हैं।
प्रबंधन की टिप्पणियाँ
ऽ श्री आर.एस. ढिल्लों, सीएमडी – मैं यह देखकर खुश हूं कि पीएफसी ने वर्तमान महामारी के दौर में भी बेहतर प्रदर्शन किया है। इस तिमाही के परिणाम इस बात को प्रमाणित करते हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के साथ ही मैं भारतीय बिजली क्षेत्र में होने वाली रिकवरी को लेकर भी सकारात्मक महसूस कर रहा हूं। मेरा मानना है कि आकर्षक विकास अवसरों का लाभ उठाने के लिए पीएफसी एक मजबूत वित्तीय स्थिति में है।
ऽ सुश्री परमिंदर चोपड़ा, डायरेक्टर (फाइनेंस) – पीएफसी के लिए तीसरी तिमाही उल्लेखनीय रही है, क्योंकि इस दौरान तिमाही लाभ सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। तीसरी तिमाही में हमारे वित्तीय परिणाम निरंतर चुनौतीपूर्ण माहौल में भी मजबूत परिचालन शक्ति और पीएफसी की ठोस बुनियादी बातों को दर्शाते हैं।