साहित्य में भी लेखन का अभ्यास जरूरी — लोकेश कुमार साहिल

Editor- Dinesh Bhardwaj
जयपुर 28 फरवरी 2021  – रविंद्र मंच पर जयपुर इंटरनेशनल पोएट्री लाइब्रेरी की ओर से आयोजित जेआईपीएल फेस्ट 2021 के दूसरे दिन उर्दू साहित्य एवं ग़ज़ल, मायड़ भाषा, अर्थव्यवस्था, सिनेमा, यात्रा वृतांत गीत और किस्सागोई पर विभिन्न सेशंस का आयोजन हुआ। शाम को आयोजित मुशायरे में नामचीन शायरों ने अपने दिलकश कलाम पेश किए और श्रोताओं की दाद पाई। इसी के साथ जेआईपीएल फेस्ट 2021 का समापन हुआ। 
 
जीआईपीएल टेस्ट के दूसरे दिन का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र के आगे दीप प्रज्वलन से हुआ। अतिथि साहित्यकार ,कवि एवं बुद्धिजीवी एनडी माथुर, अनुराग सोनी, लोकेश कुमार साहिल, अखिलेश तिवारी, राहुल चौधरी, एसपी सोनी, नीरज गोस्वामी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम प्रारंभ किया। उर्दू साहित्य और गजल पर आयोजित चर्चा में लोकेश कुमार साहिल ने कहा कि जैसे अन्य कलाओं में रियाज की जरूरत होती है वैसे ही साहित्य में भी अभ्यास की आवश्यकता है।  उर्दू देश में बनी और इसमें 9 भाषाओं, जिसमें ब्रज और अवधि के शब्द भी शामिल है। भाषा धर्म का सिंबल नहीं होती यह संस्कृति का संवाहक होती है, भाषा साहित्य में बहती हुई नदी है। कंटेंट भाषा का मोहताज नहीं होते और हमारे वैभवशाली लोक साहित्य को संजोकर रखने की जरूरत है। अखिलेश तिवारी ने गजल के संदर्भ में कहा कि भाषा का अनुशासन जरूरी है और छंद का पारखी होना जरूरी है। नीरज गोस्वामी ने भी अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम का संचालन एसपी सोनी ने किया। दूसरे सत्र अर्थ का चक्का में एनडी माथुर ने कहा कि बाजार में मांग कम है क्योंकि लोग बेरोजगार हो गए हैं कोरोना महामारी के कारण 1.8 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए हैं इससे खरीदारी की क्षमता घट गई है। 1930 में  जब मंदी आयी थी तब रोजगार बढ़ाने पर जोर दिया गया था। सरकार द्वारा खर्च बढ़ाने से ही मंदी दूर होगी। यह समय ऐसा है जब सरकार को मदद करनी ही चाहिए। कृष्ण चौधरी ने ग्रामीण और शहरी डिजिटलाइजेशन में बड़ी खाई को दूर करने पर जोर देते हुए ग्रामीण क्षेत्र में प्रशिक्षण पर जोर दिया। मधुरिमा शर्मा ने नई शिक्षा नीति और शिवकुमार अवर ने कानून बनाते समय देश की विविधता को ध्यान में रखने पर चर्चा की। सत्र का संचालन भव्य सोनी ने किया । मायड़ भाषा री बाता में नीरज दहिया और रामस्वरूप किसान ने राजस्थानी भाषा को मान्यता दिए जाने और इसके संरक्षण के लिए विभिन्न उपाय किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। सत्र का संचालन कामना राजावत ने किया।
 
आपणो सिनेमा पर आयोजित सत्र में चरण सिंह पथिक राहुल सूद राजेंद्र गुप्ता अंशु हर्ष गजेंद्र श्रोत्रिय ने भाग लिया। चरण सिंह पथिक ने कहा कि राजस्थानी सिनेमा को आगे बढ़ाने के लिए नया कंटेंट, नया विजन और नई पीढ़ी के लिए काम करना होगा। राहुल सूद ने कहा कि राजस्थानी फिल्मों के प्रदर्शन की व्यवस्था किए जाने की आवश्यकता है। गजेंद्र श्रोत्रिय ने कहा कि  राजस्थानी फिल्मों के लिए हमें राजस्थान की कहानियां चुननी होगी और बॉलीवुड हॉलीवुड की नकल छोड़नी होगी। अंशु हर्ष ने कहा कि केवल ग्रांट के लिए बनाए जाने वाला सिनेमा सफल नहीं हो सकता। हमें राजस्थनी फिल्मों में यहां के जनजीवन की सरलता सहजता दिखानी होगी। राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि राजस्थानी फिल्मों को दूरदर्शन और आकाशवाणी के सहयोग की भी आवश्यकता है। साथ ही सरकार सिनेमाघरों में राजस्थानी फिल्मों का एक शो अनिवार्य करें। इस सत्र का संचालन धनराज दाधीच ने किया। 
 
यात्रा वृतांत सत्र में ट्रैवलर और फोटोग्राफर उमेश गोगना ने बताया कि अपने देश में स्विट्जरलैंड से भी अधिक सुंदर जगह हैं, जरूरत हमें उन्हें देखने की है। वर्तमान में डिजिटल फोटोग्राफी बेहद महंगी है। विजुअललाइज कर फ्रेम ढूंढ कर फोटो खींचना ही असली फोटोग्राफी है। पूजा यादव ने बताया कि बाइक राइडिंग से उनका आत्मविश्वास बढ़ा और बाद में अकेले भी बाइक राइडिंग पर गई और रोड़ सेफ्टी के साथ हेलमेट अवेर्नेस के लिए 50000 किमी बाइक राइडिंग की वे पहली महिला राइडर है जिन्होंने अटल टनल को पार किया।  उन्होंने बताया कि बाइक राइडिंग पर जाने से पहले गाड़ी की जानकारी टूलकिट, लोकेशन शेयरिंग, रोड सेफ्टी आदि नियमों की जानकारी कर लेनी चाहिए। इस सत्र का संचालन जेआईपीएल के मुख्य समन्वयक अनुराग सोनी ने किया।
 
ओपन माइक सत्र में रोहिताश राठौड़ संतोषपुर स्वामी रोहित कृष्ण नंदन अतिथि रहे। गीत और किस्सागोई में नीलोत्पल मृणाल राकेश तिवारी और आरजे वेद वक्ता ने संवाद किया। शाम को बज्म ए सुखनवर मुशायरा आयोजित हुआ इसमें नामचीन शायरों ने अपने कलाम पेश किए। इसमे अखिलेश तिवारी सदारत की और नामचीन शायर अजहर नवाज, इरफान तरीक खान, अनंत गुप्ता, जुबैर अंसारी, नवीन जोशी, सपना मूलचंदानी, भव्य सोनी, शहरयार बेग, शिवम तिवारी, एस पी सोनी ने  अपने दिलकश कलाम पेश किए। निजामत अभिषेक तिवारी ने की।

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