सुरक्षित और दीर्घकालिक परिवहन पर स्वीडन-भारत मोबिलिटी हैकाथॉन में रचनात्मक विचार एवं कार्यमूलक समाधान सामने आए

Editor-Manish Mathur

 जयपुर 04 मार्च 2021  – स्वीडिश इन्स्टिट्यूट, स्वीडन के दूतावास, और मुंबई में स्वीडन के महावाणिज्य दूत (कॉन्सुलेट जनरल ऑफ़ स्वीडन) द्वारा आयोजित42 घंटे की स्वीडन-इंडिया मोबिलिटी हैकाथॉनः चेन्जिंग द वे वी मूव, में विजेता बनने की होड़ में रचनात्मक समाधानों और कार्यमूलक विचारों की होड़ लग गई। हैक का लक्ष्य मोबिलिटी पर खास फोकस के साथ भविष्य के लिए डिज़ाइन, परीक्षण और विचारों को कार्यरूप देना निर्धारित किया गया था। विजेता टीमों को अपने विचारो को और आगे विकसित करने तथा समाधानों को कार्य रूप देने के लिए प्रमुख स्वीडिश और भारतीय कंपनियों/इन्स्टिट्यूट के साथ मिलकर काम करने का मौका दिया जाएगा।

500 से ज़्यादा प्रतिभागी – जिनमें स्वीडन और भारत के छात्र, उद्यमी, नवाचार उत्साही, विकासकर्ता, डिज़ाइनर, क्रिएटिव प्रोफेशनल्स, और मोबिलिटी एक्सपर्ट्स शामिल हैं, ने स्थाई मोबिलिटी की भावी चुनौतियों के समाधान विकसित करने के लिए 76 से ज्यादा मंत्रणाकारो के कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। छह पूर्व निर्धारित चुनौतियों में ट्रैफिक में जानलेवा दुर्घटनाएँ, सुरक्षित ट्रान्सपोर्ट, स्थाई ट्रान्सपोर्ट, ट्रैफिक सेक्टर से होने वाला उत्सर्जन, कनेक्टेड वेहिकल के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्थाई लॉजिस्टिक्स शामिल थे।

एक 48-सदस्यीय जूरी, जिसमें विशिष्ट चुनौती क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल थे, ने विजेताओं का चयन किया, जोकि भिन्न स्थानो से ताल्लुक रखते थे, जैसेकि, गुटेनबर्ग, पुणे, चेन्नई, दिल्ली और वाक्सजो!

क्लैस मोलिन, भारत में स्वीडन के राजदूत ने कहाः“मैं, स्वीडिश इन्स्टिट्यूट, अपने सभी पार्टनर्स और प्रतिभागियों को स्वीडन-भारत मोबिलिटी हैकाथॉन को शानदार रूप से कामयाब बनाने के लिए शुक्रिया अदा करता हूँ! यह हैक सृजनशील और नवाविष्कारी युवा लोगों को आज और कल की सबसे बड़ी चुनौतियो में एक के समाधान खोजने हेतु अगुआई करने का मौका प्रदान करता है।

मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूँ कि माननीय मंत्री, गडकरी, स्वीडन के मित्र, और सड़क सुरक्षा एवं स्थाई परिवहन के ज़बर्दस्त पैरोकार आज की हैकाथॉन के विजेताओं को प्रोत्साहित करने के लिए उपस्थित हुए हैं!’’

पुरस्कार समारोह में बोलते हुए, माननीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने कहा, “स्वीडिश इन्स्टिट्यूट द्वारा आयोजित स्वीडन इंडिया मोबिलिटी हैकाथॉन चेन्जिंग द वे वी मूव के अवसर पर यह संदेश भेजते हुए अत्यन्त हर्षित हूँ। मोबिलिटी हैकाथॉन एक नई तरह की पहल है, जोकि दर्शाती है कि स्वीडन और भारत किस तरह मिलकर काम करना जारी रख सकते हैं और न सिर्फ सरकारी स्तर पर बल्कि स्टेकहोल्डर्स की व्यापक रेंज के साथ भी सहयोग स्थापित कर सकते हैं।

स्वीडिश इन्स्टिट्यूट अनेक स्वीडिश और भारतीय पार्टनर्स की सहायता से हैकाथॉन की अगुआई कर रही थी। इसमें प्रमुख कम्पनियाँ, स्टार्टअप्स, इन्क्युबेटर्स, रिसर्च इन्स्टिट्यूट, इन्नोवेशन सेल, सड़क सुरक्षा संगठन और सस्टेनेबिलिटी, ऑटोमोटिव और ट्रान्सपोर्ट सेक्टरो में कार्यरत कम्पनियाँ शामिल थीं।

प्रतिभागियों को प्रमुख स्वीडिश और भारतीय कम्पनियो  एवं इन्स्टिट्यूट का अद्वितीय नेटवर्क सुलभ था और उन्होंने खुले डेटा स्रोतों पर आधारित सवालो को हल करने का काम किया। विजेताओं ने अपने आईडिया पेश किए और उनको आगे विकसित करने, हकीकत में तब्दील करने और अपने समाधानों को कार्य रूप में परिणित करने हेतु मंत्रणादाताओ से मागदर्शन प्राप्त किया। इन्स्टिट्यूशन्स और यूनिवर्सिटीज़ को भी प्रतिभा भर्ती, मार्गदर्शन प्रदान करने और को-क्रिएशन, इन्नोवेशन एवं सस्टेनेबिलिटी हेतु मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने हेतु आमंत्रित किया गया। प्रोफेसर्स, लीडर्स, इंजीनियरिंग, ट्रान्सपोर्ट तथा क्रिएटिव एक्सपर्ट्स को मंत्रणादाताओं के तौर पर बोर्ड में शामिल किया गया, जिनका उद्देश्य मोबिलिटी चुनौतियो के विषय में उनको सौंपी गई टीमों को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करना था।

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