पैकर्स और मूवर्स के बड़े ब्रांड-नेम से मिलते जुलते फेक नामों के ऑनलाइन लिस्टिंग के चलते इनके चंगुल में फँस जीवन भर की कमाई लुटा बैठते हैं

Editor-Dinesh Bhardwaj
जयपुर 19 मार्च 2021  -जब भी हम देश के एक कोने से दूसरे कोने में शिफ्ट होना चाहते हैं, तो पैकर्स और मूवर्स की सेवाओं की जरूरत होती है। पर कई बार ग्राहक इन इंडस्ट्री में मौजूद फ्ऱाॅडस या बड़े ब्रांड-नेम से मिलते जुलते फेक नामों के ऑनलाइन लिस्टिंग के द्वारा मिले लुभावने ऑफर्स और कोई जानकारी ना होने के चलते इनके चंगुल में फँस जाते हैं और अपने जीवन भर की कमाई को लुटा बैठते हैं।
इस प्रकार की घटनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं जो रिलोकेशन इंडस्ट्री के प्रति अविश्वास पैदा करने के साथ ग्राहकों के बीच अच्छे मुवर्स की भी छवि को धूमिल करती हैं। रिलोकेशन इंडस्ट्री की इन  मौजूदा समस्याओं को सुधारने और ग्राहकों के हितों की रक्षा के उद्देश्य से, एमएफआई – मूवर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया एक ट्रस्ट के रूप में पिछले चार वर्षों से 20 लाख ग्राहकों के हितों के लिए काम कर रहा है। फेडरेशन के संस्थापक अजीत शर्मा के साथ अन्य सह संस्थापक श्री जितिन गुलाटी, श्री अनूप मिश्रा, श्री आलोक भार्गव, श्री अनुज सिंह और श्री रमेश जांगड़ा और देशभर से आए रिलोकेशन इंडस्ट्री से जुड़े 100 से अधिक शहरों से जुड़े मेंबेर्स के साथ फेडेरेशन के चैथे राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन जयपुर के होटल हिल्टन में किया गया, जिसमें ग्राहक केंद्रित सेवा और उनके मूल्यवान सामानों की सुरक्षा, ग्राहकों की शिकायतों आदि पर ध्यान दिया गया, ताकि रिलोकेशन इंडस्ट्री से जुड़े हर ग्राहक को सर्वश्रेष्ठ सेवा उपलब्ध कराया जा सके।
फेडरेशन ने ग्राहकों से भी अपील की कि सस्ते के चक्कर में या लालच में आकर किसी भी अनजान कंपनी को अपने घर का सामान देने से पहले कंपनी की पूरी जांच पड़ताल करने के बाद उस पर विश्वास करें। ऐसे फेक पैकर्ज वाट्सअप और सोशल मीडिया प्लेट्फ़ार्मस पे फर्जी संगठन बना के ग्राहकों को ठगने का काम करते हैं देश के विभिन्न हिस्सों से आए सह-संस्थापकों में अनुज सिंह, जतिन गुलाटी, रमेश जांगड़ा और आलोक भार्गव ने फेडरेशन की बेहतर कार्यप्रणाली और संघ के नेटवर्क वृद्धि पर अपने-अपने विचार व्यक्त करने के साथ फेडरेशन ने सरकार से भी लोगों को रोजगार मुहैया कराने वाली इस इंडस्ट्री की सुध लेने की अपील की है फेडरेशन की मांग है कि रिलोकेशन कंपनी को सरल प्रक्रिया के तहत लाइसेंस उपलब्ध कराए जाएं और सरकार इस इंडस्ट्री के लिए कोई ऐसी बॉडी बनाएं ताकि इससे जुड़े सभी लोगों के हित के लिए काम किया जा सके। फेडरेशन ने सरकार को रिलोकेशन इंडस्ट्री के हालात को सुधारने के काम में हर प्रकार के सहयोग का भरोसा दिया है।

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