Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 16 मार्च 2021: रत्न तथा आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद, भारतीय रत्न तथा आभूषण उद्योगजगत की शीर्ष निकाय, ने श्री एस.सी अग्रवाल सीमा शुल्क आयुक्त,जयपुर की उपस्थिति में इंडिया रफ जेमस्टोन सोर्सिंग शो 2021 का उद्घाटन किया है। इस अवसर पर जीजेईपीसी के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री निर्मल कुमार बरडिया, और अन्य सीओए सदस्य श्री विजय केडिया, श्री राम बाबू गुप्ता और श्री बद्री नारायणन गुप्ता भी शामिल हुए। शो का आयोजन जयपुर में 13 से 19 मार्च 2021 तक किया गया है।
IRGSS 2021 में विशेष रूप से ज़ाम्बिया से रफ़ एमरल्ड आपूर्तिकर्ता और मोज़ाम्बिक से रफ़ रूबी आपूर्तिकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज की है। महामारी के कारण यात्रा प्रतिबंधित होने से मैन्युफैक्चरिंग पर इसका असर देखने को मिला है क्योंकि कलर्ड जेमस्टोन उद्योग मुख्य रूप से आयात आधारित है और काफी हद तक मैन्युफैक्चरिंग के लिए कच्चे माल पर निर्भर रहता है। शो का मुख्य उद्देश्य भारतीय जेमस्टोन मैन्युफैक्चर्स को बिना किसी देश की यात्रा किए रफ जेमस्टोन तक सीधी पहुंच प्रदान करना है।
कॉलिन शाह, जीजेईपीसी के अध्यक्ष, ने कहा, “जयपुर कलर्ड जेम स्टोन के कटिंग औऱ पॉलिशिंग का हब है। यह 300 से अधिक विभिन्न प्रकार की कीमती और अर्ध-कीमती रत्नों को प्रोसेस करता है जिसमें एमराल्ड, टानज़नाइट, मॉर्गनइट और कई अन्य रत्न शामिल हैं। हालांकि, एक आयात-उन्मुख उद्योग होने के नाते, अच्छी गुणवत्ता वाले रफ जेमस्टोन की उपलब्धता क्षेत्र के लिए एक आवश्यक वस्तु है। इंडिया रफ जेमस्टोन सोर्सिंग शो का आयोजन करके, GJEPC सुनिश्चित कर रही है कि निर्यात गतिविधियाँ पूरी तरह से फिर से शुरू हो जाएँ क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग की गतिविधियाँ सामान्य हैं और महामारी कोरोना का संकट कम होता जा रहा है। शो का उद्देश्य रफ सोर्सिंग के लिए विभिन्न खनन देशों की यात्रा किए बिना निर्माताओं को रफ जेम स्टोन तक सीधी पहुंच प्रदान करना है।”
IRGSS का दूसरा संस्करण भी जीजेईपीसी राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए जैसे कि सोशल डिस्टेसिंग,डिसइंफेक्शन, अनिवार्य रूप से मास्क पहनना आदि के साथ आयोजित कर ही है।
शो के आयोजक, जीजेईपीसी ने यह सुनिश्चित किया है कि 20 से अधिक दर्शकों को एक निश्चित समय पर शो देखने की अनुमति दी जाए ताकि भीड़ से बचा जा सके।
चूंकि भारत में जेमस्टोन की खदानें नहीं हैं, इसलिए भारतीय रत्न कट और पॉलिशिंग उद्योग के लिए रफ की निरंतर आपूर्ति प्राप्त करना हमेशा एक चुनौती रही है। IRGSS जैसे शो यह सुनिश्चित करेंगे कि रत्न निर्माताओं को दुनिया भर के खनिकों के साथ नेटवर्क बनाने और संबंध बनाने का अवसर मिलेगा तथा इस प्रकार, उन्हें ऱफ की निरंतर उपलब्धता के लिए मदद भी करेगा।
जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के बारे में
1966 में वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार (भारत सरकार) द्वारा स्थापित जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC), देश के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई कई निर्यात संवर्धन परिषदों (EPCs) में से एक है। 1998 से, GJEPC को स्वायत्त दर्जा दिया गया है। GJEPC रत्न और आभूषण उद्योग का सर्वोच्च निकाय है और आज इस क्षेत्र में 7000 निर्यातकों का प्रतिनिधित्व करता है। मुंबई में मुख्यालय के साथ, जीजेईपीसी की नई दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, सूरत और जयपुर में क्षेत्रीय कार्यालय हैं, ये सभी उद्योग के लिए प्रमुख केंद्र हैं। इस प्रकार इसकी एक व्यापक पहुंच है और सदस्यों के साथ प्रत्यक्ष और अधिक सार्थक तरीके से सेवा करने के लिए उनके साथ निकट संपर्क रखने में सक्षम है। पिछले दशकों में, GJEPC सबसे सक्रिय ईपीसी में से एक के रूप में उभरा है, और लगातार अपनी प्रचार गतिविधियों में अपनी पहुंच और गहराई दोनों का विस्तार करने और अपने सदस्यों के लिए सेवाओं को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किया है।