Editor-Manish Mathur
जयपुर 23 मार्च 2021 – आज की डिजिटल दुनिया में ग्राहक हर दिन 24 घंटे में किसी भी वक्त अपने सवालों का पर्सनलाइज्ड जवाब चाहता है. ग्राहक जैसे-जैसे सिरी, एलेक्सा या गूगल असिस्टेंट जैसे वॉयस असिस्टेंट के आदी होते जा रहे हैं वैसे-वैसे वॉयस आधारित ऑटोमेशन सॉल्यूशन की मांग बढ़ती जा रही है. खास कर मिलेनियल्स और जेनरेशन जेड (Z) के बीच यह मांग ज्यादा है.
गूगल के वॉयस सर्च की डेमोग्राफी बताती है कि दुनिया में जिन लोगों तक इंटरनेट की पहुंच है, उनमें 27 फीसदी ने 2020 में वॉयस सर्च का इस्तेमाल किया. दुनिया के तमाम प्रगतिशील ब्रांड इस ट्रेंड को अपना रहे हैं और ग्राहकों की सुविधा के लिए नए जमाने के टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन ला रहे हैं.
भारत में प्राइवेट सेक्टर की सबसे बड़ी नॉन-लाइफ इंश्योरेंस कंपनी आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस अपने रिटेल और कॉरपोरेट सेगमेंट के ग्राहकों के लिए टेक्नोलॉजी आधारित सॉल्यूशन्स मुहैया कराने में सबसे आगे रही है. कंपनी ने अब बदले कस्टमर ट्रेंड्स के मुताबिक एक यूनिक वॉयस बोट सर्विस लॉन्च की है, जिससे पॉलिसी होल्डर्स तत्काल अपना मोटर इंश्योरेंस क्लेम रजिस्टर करा पाएंगे.
वॉयस बोट काफी एडवांस टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन है, जो स्पीच पहचानने की बेहद अत्याधुनिक तकनीक से लैस है. इसमें लंबी बातचीत को भी पहचानने की क्षमता है. यह स्मार्ट फोन और फीचर्स फोन दोनों में काम करता है. ज्यादा शोरगुल वाली जगहों में भी यह स्पीच को पहचानने में कामयाब है. यह बातचीत के दौरान अलग-अलग उच्चारणों को भी पहचान लेता है.
कंपनी की इस सर्विस का लाभ उठाने के लिए ग्राहक को सिर्फ आईसीआईसीआई लोम्बार्ड हेल्पलाइन 1800 2666 पर फोन कर संबंधित ऑप्शन चुनना पड़ता है. इससे वह सीधे वॉयस बोट से जुड़ जाता है. फिर वॉयस बोट कस्टमर को एसएमएस के जरिये एक वेब बेस्ड लिंक भेज कर क्लेम की जानकारी देने में गाइड करता है. एसएमएस पाने के बाद कस्टमर को दिए गए लिंक में घटना की जानकारी देनी होती है. इसके बाद बोट क्लेम रजिस्टर कर लेता है और क्लेम नंबर शेयर कर देता है. अगले कुछ दिनों में बोट, कस्टमर को क्लेम डॉक्यूमेंट और ई-फॉर्म सबमिट करने की सुविधा दे देता है. बोट और ग्राहक के बीच बातचीत की वजह से टाइपिंग और नेविगेटिंग से होने वाली गलतियों की गुंजाइश कम हो जाती है.
यह प्लेटफॉर्म अभी अंग्रेजी में लॉन्च हुआ है. और जल्दी ही हिंदी, तमिल और दूसरी क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध हो जाएगा. इस टेक्नोलॉजी को लाने के पीछे की सोच यही है कि ज्यादा से ज्यादा भारतीय अपनी भाषा में बात कर बोट सर्विस का फायदा उठाएं.
यह सॉल्यूशन AWS क्लाउड पर है. इसकी पहुंच सभी मार्केट प्लेस सॉल्यूशन्स तक है ताकि इसमें ज्यादा से ज्यादा इनोवेशन और सुधार हो. इसमें हर बातचीत की सफलता दर को मापा जाता है और कस्टमर के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगातार सुधार किए जाते हैं.
इस नई सर्विस की लॉन्च के मौके पर आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के सर्विस, ऑपरेशन्स और टेक्नोलॉजी चीफ गिरीश नायक ने कहा, “ आईसीआईसीआई लोम्बार्ड में हम अपने ग्राहकों के फायदे के लिए नई से नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने और उनसे लाभ लेने में हमेशा आगे रहे हैं. अपने इस दृष्टिकोण के मुताबिक हमें वॉयस बोट एक्टिवेटेड मोटर इंश्योरेंस क्लेम अप्रूवल सॉल्यूशन मुहैया करा कर खुशी हो रही . आज की नई हाइब्रिड दुनिया में जहां कॉन्टेक्टलेस सॉल्यूशन न्यू नॉर्मल हो गया है, उसमें यह नई सर्विस ग्राहकों को मजबूती देगी. वह अपने घर के सुरक्षित वातावरण में ही तुरंत मोटर इंश्योरेंस क्लेम दाखिल कर पाएंगे.”
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड कई चीजों में वॉयस बोट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है. इनमें ऐसे लोगों के लिए ऑटोमेटेड मेडिकल अंडरराइटिंग शामिल है जिन्हें पहले से ही कोई बीमारी है. इसके जरिये इंश्योरेंस पॉलिसी रीन्यू कराने के वक्त ग्राहकों की मदद की जा रही है.
अब तक इंश्योरेंस इंडस्ट्री फिजिकल इंटरएक्शन और ब्रिक-मोटार्र ढर्रे पर आगे बढ़ती रही है. लेकिन पिछले कुछ सालों में इंडस्ट्री की यात्रा नए सिरे से परिभाषित हुई है. खास कर कोरोना महामारी की वजह से इसमें काफी बदलाव आया है. ऐसे में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड खुद को डिजिटल तौर पर बदलने मे आगे रही है. वह अपने ग्राहकों को ‘बेस्ट-इन-क्लास’ सॉल्यूशन मुहैया कराने में आगे रही है. चाहे वह इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने का मामला हो या फिर बगैर किसी अड़चन के क्लेम अप्रूवल का. कंपनी लगातार ऐसी टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन ला रही है, जिससे इसके ग्राहकों के लिए अपने स्वास्थ्य और निजी संपत्तियों के लिए इंश्योरेंस कवर हासिल करना बेहद आसान हो जाता है.