Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 18 मार्च 2021 – रसायन विज्ञान विभाग, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जामिइ) ने 01-02 मार्च, 2021 से “फार्मूलेशन एंड कैरेक्टराइजेशन ऑफ़ मेटेरियल एंड देयर ब्रॉड एप्लीकेशन फॉर सस्टेनेबल एनवायरनमेंट एंड थेराप्युटिक्स” (एफसीएमएसइटी) पर इंडो-ऑस्ट्रेलियाई वेबिनार का आयोजन किया, जिसमें 03-12 मार्च, 2021 तक “बायोडीव्रेड मैटेरियल्स फॉर सस्टेनेबिलिटी एंड इनोवेशनस” पर एक व्याख्यान श्रृंखला शैक्षणिक एवं अनुसन्धान सहयोग प्रोन्नति योजना (स्पार्क) के तहत प्रमुख अनुसन्धान परियोजना “प्रिपरेशन ऑफ़ नैनो सेल्युलस एंड नैनो कोम्पोज़िट्स एज मल्टीफंक्शनल मैटेरियल्स डेरिव्ड फ्रॉम बायोमास टुवर्ड्स सस्टेनेबल डेवलेपमेंट” मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) एवं क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया के तत्वावधान में आयोजित की गई।
वेबिनार और व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन प्रोफेसर नाहिद निशात, अध्यक्ष, रसायन विज्ञान विभाग की अध्यक्षता में किया गया। डॉ. साइका इकराम, रसायन विज्ञान विभाग, जामिइ वेबिनार एवं व्याख्यान श्रृंखला की संयोजक थीं।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को वैज्ञानिक सोच के सर्वांगीण विकास से अवगत कराना था; बायोडेरीव्ड मैटेरियल्स नॉलेज, क्षमताओं और गुणों में संतुलित और समवर्ती उन्नति; बायोकोम्पेटेबल और बायोडिग्रेडेबल पर्यावरण प्रणाली, पर्यावरण परिवर्तन की प्रक्रिया के सिद्धांत की विशेषताओं में महारत हासिल करने के लिए; पर्यावरण निगरानी, प्रदूषण नियंत्रण इंजीनियरिंग, पारिस्थितिकी पर्यावरण बहाल करने में प्रमुख प्रौद्योगिकी में महारत हासिल करने के लिए; सतत भविष्य के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान, शिक्षण और पर्यावरण प्रबंधन को फिट करने के लिए टीम के सहयोग और अंतर्राष्ट्रीय अंतर्दृष्टि, प्रतिभा की क्षमता का विकास करना था।
प्रो. एस.एम. इश्तियाक, कार्यवाहक कुलपति, जामिइ ने वेबिनार के आयोजकों को छात्रों और शोधार्थियों के ज्ञानवर्धन के लिए विशेषज्ञ-वार्ता (ऑनलाइन मोड) के आयोजन से विश्वविद्यालय की ख्याति बढ़ाने के लिए सराहना की।
डॉ. साइका इकराम, संयोजक, एफसीएमएसईटी 2021 ने उद्घाटन सत्र में वेबिनार की थीम पर प्रकाश डाला।
इस समारोह का उद्घाटन, प्रोफेसर सीमी फरहत बसीर, डीन, प्राकृतिक विज्ञान संकाय ने विशिष्ट अतिथि के रूप में किया। आईआईटी दिल्ली से प्रो. भुवनेश गुप्ता ने मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षीय वक्तव्य दिया I
मुख्य वक्तव्य ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड विश्वविद्यालय से आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय वक्ता प्रोफेसर डैरेन मार्टिन द्वारा दिया गया। अन्य उल्लेखनीय वैज्ञानिकों ने भी इस अवसर पर बात की I
ऑनलाइन व्यवख्यान शृंगला में 120 से अधिक प्र्तिभागियों ने भाग लिया I
डॉक्टर साइका इकराम ने धन्वयद प्रस्ताव दिया I