Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 15 मार्च 2021 -भारत के प्रमुख डायग्नोस्टिक सर्विस प्रोवाइडर, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लिमिटेड, ने आज कोविड-19 टीकाकरण के बाद इम्यूनिटी की स्थिति की जांच के लिए एक साधारण रक्त परीक्षण शुरू करने की घोषणा की। यह परीक्षण एक समुदाय में सेरोप्रीवेलेंस को समझने में मदद कर सकता है, और यह निर्धारित कर सकता है कि क्या अतीत में कोई संक्रमण था या यह भी समझने में मदद कर सकता है कि क्या सेरोप्रीवेलेंस टीकाकरण के बाद हुआ है और यह भी कि क्या किसी व्यक्ति ने पर्याप्त एंटीबॉडी विकसित की है।
एंटीबॉडी की जांच के लिए परीक्षणों की एक रेंज उपलब्ध हैं,जिनमें से कुछ गुणात्मक (क्वालिटैटिव) हैं और कुछ अन्य मात्रात्मक (क्वांटिटैटिव) हैं। इनमें अर्ध मात्रात्मक (सेमी क्वांटिटैटिव) परीक्षण भी शामिल हैं। इसके अलावा, ये परीक्षण विभिन्न प्रोटीनों की पहचान करने के लिए डिजाइन किये गये हैं।
सही परीक्षण क्यों और कैसे चुनें?
एंटीबॉडी परीक्षण का चयन करते समय, यह देखना जरूरी है कि क्या परीक्षण एंटीबॉडी को बेअसर करने की सहमति (कॉन्कोर्डेंस) प्रदान करता है और यह डब्ल्यूएचओ मानकों के लिए मात्रात्मक और पता लगाने योग्य (ट्रेसिएबल) होना चाहिए। इस तरह के परीक्षणों के महत्वपूर्ण होने का कारण यह है कि टीकाकरण के बाद, कुछ लोग प्रतिक्रिया (रिस्पांस) नहीं देते हैं। लेकिन यह परीक्षण आपको बताते हैं कि आपने कितनी और किस तरह की प्रतिक्रिया दी है और आपने पर्याप्त एंटीबॉडी का उत्पादन किया है या नहीं। परीक्षण करने का आदर्श समय टीकाकरण की दो खुराक हैं और टीकाकरण के 14 दिनों के बाद होता है।
कोविप्रोटेक्ट आदर्श क्यों है?
- परीक्षण वायरल स्पाइक प्रोटीन के मुकाबले एंटीबॉडी निर्धारित करता है
- वास्तविक मात्रात्मक परीक्षण है
- डब्ल्यूएचओ स्टैंडर्ड के अनुसार उत्कृष्ट ट्रैसिएबिलिटी प्रदान करता है
- एंटीबॉडी को बेअसर करने के साथ अच्छी सहमति (कॉन्कोर्डेंस)
लॉन्च के बारे में बात करते हुए, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लिमिटेड के ग्रुप प्रेसिडेंट, नीलेश शाह ने कहा कि “वैश्विक महामारी के शुरू होने के पहले दिन से मेट्रोपोलिस कोविड परीक्षण में देश भर में सबसे आगे रहा है। नागरिकों के लिए सर्वोत्तम संभव परीक्षणों की पेशकश करने के हमारे प्रयास में, हमने कोविप्रोटेक्ट नामक इस इम्यूनिटी चेक टेस्ट को लॉन्च किया है। यह परीक्षण अनिवार्य नहीं है, लेकिन यह लोगों को इस बात को समझने में मदद करता है कि क्या उन्होंने वैक्सीन पर प्रतिक्रिया दी है और क्या उन्होंने पर्याप्त एंटीबॉडी विकसित कर ली है। रिपोर्ट 24 घंटों के भीतर उपलब्ध हो जाती हैं और परीक्षण भारत भर में हमारे नेटवर्क पर उपलब्ध है।”
कोविप्रोटेक्ट सार्स सीओवी2 के स्पाइक प्रोटीन के एस1 और एस2 सबयूनिट्स को आईजीजी प्रकार के एंटीबॉडी की मात्रात्मक पहचान प्रदान करता है। यह सीई, यूएसएफडीए ईयूए द्वारा स्वीकृत अत्यधिक संवेदनशील और विशिष्ट जांच है। नया एंटीबॉडी परीक्षण भारत में सभी मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लिमिटेड प्रयोगशालाओं में उपलब्ध होगा। परीक्षण कराने के लिए अनुशंसित आदर्श समय प्राकृतिक संक्रमण के 3-4 सप्ताह बाद और टीके की दूसरी खुराक के दो सप्ताह बाद है। आज की तारीख में, मेट्रोपोलिस रोगियों और टीकाकृत व्यक्तियों को उनके एंटीबॉडी टाइट्रे जानने में मदद कर रहा है और सार्स सीओवी2 के लिए, सेल मेडिएटेड इम्यूनिटी के लिए लिम्फोसाइट सीडी4/सीडी8 टी सेल सबसेट परख आधारितफ्लो सिस्टोमेट्री का सत्यापन कर रहा है।