Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 24 मार्च 2021 – महावीर जयंती 25 अप्रैल के दिन राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021 परीक्षा नहीं करवाने के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के निर्देशों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस मामले को लेकर एक कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी को अपनी रिपोर्ट 3 दिन में देने के निर्देश दिए हैं। यह कमेटी राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के निर्देशों का विधिक और व्यावहारिक पहलुओं को देखकर महावीर जयंती के दिन रीट करवाने या अन्य तारीखों में करवाने को लेकर अपनी रिपोर्ट देगी। कमेटी की रिपोर्ट के बाद सीएम गहलोत के स्तर पर फैसला होगा।
कमेटी को रिपोर्ट के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। ऐसे में अब 26 मार्च को सरकार कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर रीट को महावीर जयंती के दिन ही करवाने या आगे खिसकाने पर विचार करेगी। महावीर जयंती के दिन रीट करवाने को लेकर जैन समाज शुरू से ही विरोध कर रहा था। विधानसभा में भी बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक मेवाराम जैन सहित कई विधायकों ने रीट की परीक्षा 25 अप्रैल की जगह अन्य किसी तारीख तक कराने की मांग की।
जैन समाज के लोगों ने राजधानी जयपुर में इस मांग को लेकर बुधवार से वरिष्ठ अधिवक्ता पूनम सिंह भंडारी ने आमरण अनशन शुरू किया है। इसके अलावा जैन समाज ने भी इस मांग को लेकर क्रमिक अनशन शुरू किया हुआ है। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी अलग-अलग स्तर पर ज्ञापन देकर भी रीट परीक्षा को महावीर जयंती के अलावा अन्य दिन रखने की मांग रखी है। लेकिन परीक्षा की तारीख बदलने की मांग नहीं मानी गई थी। अब राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग उपाध्यक्ष आतिफ रशीद ने तारीख बदलने के निर्देश राज्य सरकार को दिए हैं।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कमेटी बनाकर तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। कमेटी की रिपोर्ट के बाद फैसला होगा। मंगलवार को ही राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने मुख्य सचिव निरंजन आर्य को चिट्ठी लिखकर रीट परीक्षा को महावीर जयंती को नहीं करवाने के निर्देश दिए हैं। अब जब तक कमेटी की रिपोर्ट नहीं आती तब तक रीट की तारीखों को लेकर एक बार फिर असमंजस बन गया है। 16 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया है।