Editor-Manish Mathur
जयपुर 9 मार्च 2021 – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) ने राजधानी में कौशल और क्षेत्रों में प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान करके महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए 25 महिला नैनो उद्यमियों को सम्मानित किया। केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने राजधानी के एक कार्यक्रम में महिलाओं को कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में प्रमाण-पत्र सौंपे। इन गणमान्य व्यक्तियों में श्री प्रवीण कुमार, सचिव, एमएसडीई; श्री अतुल कुमार तिवारी, अतिरिक्त सचिव, एमएसडीई, श्रीमती जुथिका पाटनकर, अतिरिक्त सचिव, एमएसडीई; और श्रीमती नीलम शमी राव, महानिदेशक, प्रशिक्षण महानिदेशालय शामिल हुए।
उन 25 असाधारण महिलाओं की अदम्य भावना को देखते हुए पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने जीवन में खुद का भविष्य बनाने के लिए कठिनाइयों से संघर्ष किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY), भारतीय उद्यमशीलता संस्थान, राष्ट्रीय उद्यमशीलता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (NIESBUD), प्रशिक्षण महानिदेशालय (DGT) और जन शिक्षण संस्थान सहित स्किल इंडिया मिशन के विभिन्न क्षेत्रों से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। सफल हुए लोगों ने विभिन्न रोज़गार की भूमिकाओं में अपनी पहचान बनाई है, जैसे कि एडुटेक, हैंडीक्राफ्ट, कुकिंग एंड बेकिंग, अचार बनाना, कॉयर आर्टिसनशिप, हैंडीक्राफ्ट, अपैरल, ब्यूटी एंड वेलनेस, फ्रंट ऑफिस, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट, कॉस्मेटोलॉजी, इलेक्ट्रीशियन, फैशन डिजाइनिंग, ड्रेस मेकिंग , डिजाइनिंग और कढ़ाई, बेकरी और कन्फेक्शनरी, ब्यूटी कल्चर, हेल्थकेयर और जूट बुनाई।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा, “हमने अपने स्किल ईकोसिस्टम में महिलाओं के जीवन में एक बड़ा परिवर्तन देखा है जिसमें उन्होंने अपनी पसंद के कौशल के साथ खुद को सशक्त बनाया है और आज कई अन्य लोगों के लिए वे उदाहरण स्थापित कर रही हैं। आज के इस अवसर पर हमें अधिक से अधिक महिलाओं को उद्यमशीलता के लिए प्रोत्साहित करना और हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत के विज़न में योगदान करना है। एमएसडीई का लक्ष्य हमारे ईकोसिस्टम से उन योग्य और कुशल महिलाओं को संस्थागत मदद प्रदान करना है जो देश में अधिक से अधिक महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के हमारे उद्देश्य के अनुरूप, अपने स्वयं के स्टार्ट-अप लॉन्च करना चाहती हैं।”
डॉ. पाण्डेय ने कहा, “आज के दौर में महिलाओं के लिए हार्ड स्किल्स जैसे वेल्डिंग, ऑटोमोबाइल मैकेनिक्स, सीएनसी मशीन ऑपरेटर, इलेक्ट्रॉनिक, हार्डवेयर आदि की बढ़ती भागीदारी के साथ-साथ इंडस्ट्री 4.0 से जुड़ी न्यू एज जॉब रोल्स हैं जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 3 डी प्रिंटिंग, डेटा एनालिटिक्स आदि। माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, हम 10000 और विशेष रूप से दिव्यांग महिलाओं को उनकी पसंद के कौशल और व्यापार के प्रशिक्षण हेतु महिला और बाल विकास मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इन सभी प्रयासों के परिणामस्वरूप समाज में महिलाओं के स्वागत-सम्मान के तौर-तरीके में एक धारणागत बदलाव लाया गया है। ”
उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 2.0 (पीएमकेवीवाई 2.0) के अंतर्गत, 45 लाख से अधिक महिलाओं को विभिन्न कौशल और ट्रेडों में प्रशिक्षित किया गया था, जिसमें ऑटोमेशन, रोबोटिक्स, आदि जैसे जॉब रोल्स शामिल थे, जो परंपरागत रूप से पुरुष-प्रधान क्षेत्र रहा है। यह एक उत्साहजनक संकेत है और महिला सशक्तिकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ”
एमएसडीई ने विभिन्न कौशलों में महिलाओं के प्रशिक्षण की सुविधा के लिए कई पहल की हैं। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षित कुल 1.21 करोड़ उम्मीदवारों में से 50 प्रतिशत महिला उम्मीदवार हैं। पीएमकेवीवाई 2.0 (2016-2020) के अंतर्गत, जनवरी 2021 तक कुल 45,71,646 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है। कुल स्थापित किए गए उम्मीदवारों में से 53 प्रतिशत महिलाएं हैं। स्किल इंडिया के शुरू होने के बाद देश में फैले आईटीआई में महिला उम्मीदवारों की संख्या लगभग दोगुनी (97%) है। पीएमकेवीवाई के पूर्व शिक्षण की मान्यता (आरपीएल) कार्यक्रम के अंतर्गत 21 लाख से अधिक महिलाओं को अपस्किल्ड, मूल्यांकन और प्रमाणित किया गया है, उन्हें औपचारिक अर्थव्यवस्था में लाया गया है और उनके मौजूदा कौशल सेटों का उन्नयन भी किया गया है। और देश भर के 226 जन शिक्षण संस्थान में प्रशिक्षित होने वालों में से 85 प्रतिशत से अधिक महिला उम्मीदवार हैं।
स्किल इंडिया ने कुशल कार्यबल के निरंतर प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए कौशल विकास के प्रयासों को संरेखित करने हेतु राष्ट्रीय मिशनों जैसे आयुष्मान भारत, स्वच्छ भारत मिशन, स्मार्ट सिटी मिशन आदि जैसे सरकारी पहलों के साथ भागीदारी की है।ये कार्यक्रम विशेष रूप से महिलाओं के लिए लाखों रोजगार पैदा कर रहे हैं जैसे कि देखभालकर्ता, दाइयों, नर्सों, मधुमेह रोगियों आदि।
स्किल इंडिया में 19 राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान हैं जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। ये एनएसटीआई कई क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते हैं जैसे कि कार्यालय प्रबंधन, इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन डिजाइन और प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर-एडेड कढ़ाई और डिजाइनिंग आदि। हमारे पास 6 प्रधानमंत्री महिला कौशल विकास केंद्र भी हैं, जिसमें महिला उम्मीदवारों के लिए यात्रा की सुविधा भी है और कौशल प्रशिक्षण लेने के लिए आने वाली नई माताओं को आगे बढ़ाने हेतु एक क्रेच सुविधा भी है।