Editor-Manish Mathur
राजस्थान, 22 मार्च, 2021: स्वराज ट्रैक्टर्स, जो 19.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाले महिंद्रा समूह का एक घटक है, ने प्रोजेक्ट पानी के जरिए प्रति वर्ष 14 लाख किलो लीटर से अधिक जल को संरक्षित करने में सहायता की है। अजमेर के 700 परिवारों के 4000 से अधिक ग्रामीण इस परियोजना से लाभान्वित हो चुके हैं। वर्ष 2020 में शुरू किये गये, प्रोजेक्ट पानी के जरिए पुराने रेन वाटर हार्वेस्टिंग संरचनाओं की मरम्मत एवं उनका जीर्णोद्धार किया गया है।
इस प्रोजेक्ट के जरिए, अजमेर की सिंचाई क्षमता 300 हेक्टेयर से अधिक बढ़ी है। इस प्रोजेक्ट के जरिए पूरे वर्ष के दौरान 75 पुराने कुंओं के जीर्णोद्धार से जिले के तीन गांवों को भी सहायता मिली है।
इस परियोजना के जरिए हर वर्ष 12 लाख लीटर पेय जल का संरक्षण भी हुआ है और रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से नागौर जिले के 3000 स्कूली छात्रों को इसका लाभ मिला है। 12 सरकारी जिला स्कूलों में इस परियोजना के तहत रूफ रेन वाटर टैंक भी बनाए और स्थापित किए गए हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के स्वराज डिविजन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, हरीश चव्हाण ने इस पहल की सफलता के बारे में बताते हुए कहा, “प्रोजेक्ट पानी, राजस्थान के उन हिस्सों में स्वराज द्वारा स्थानीय समुदाय के सहयोग से सुरक्षित पेय जल उपलब्ध कराये जाने का एक बेहतरीन उदाहरण है, जिन हिस्सों में जल की व्यवस्था को बेहतर किया जाना आवश्यक था। मौजूदा पुरानी जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार के जरिए क्षेत्र में जल संरक्षण हेतु सहायता करने के अलावा, इस परियोजना के जरिए जल के शुद्धिकरण और आय के नये स्रोतों के सृजन का कार्य भी किया गया है। इस परियोजना ने सिर्फ एक साल में जिस तरह का प्रभाव दिखाया है, उस पर हमें गर्व है। इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में हमारा लक्ष्य कई और भी गांवों के प्राकृतिक जल संसाधनों को संरक्षित करना है।”
अजमेर और नागौर जिलों को भूजल स्तर में गिरावट के साथ-साथ उच्च लवणता व उच्च फ्लोराइड स्तर की दोहरी समस्याओं ने नुकसान पहुंचाया। इस समस्या को पहचानने के बाद, स्वराज ट्रैक्टर्स और इसके एनजीओ पार्टनर सर्व मंगल ग्रामीण विकास संस्थान ने विभिन्न गांवों की 200 से अधिक महिलाओं को पारंपरिक जल पिंडों की मरम्मत के कार्य में लगाया। इन महिलाओं को उनके गाँवों के तीन तालाबों की गहरी खुदाई और 7000 मीटर लंबे बांध के मरम्मत का कार्य सौंपा गया। सिंचाई नहरों के लिए 12 लोहे के गेट लगाए गए और नौ तालाबों के गाद हटाये गये, जिससे कि घरेलू मवेशियों को उनका लाभ मिल सके और मछली पालन के रूप में आय के अतिरिक्त स्रोत तैयार करने में उनकी मदद की जा सके। तालाबों की सफाई और उनका गाद हटाने के साथ-साथ, मिट्टी और जल संरक्षण के लिए पीपल, नीम और बरगद के पेड़ लगाए गए।
स्वराज के विषय में
स्वराज ट्रैक्टर्स, 19.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाले महिन्द्रा समूह का एक डिविजन है और भारत का दूसरा सबसे बड़ा एवं सबसे तेजी से बढ़ रहा ट्रैक्टर ब्रांड है। वर्ष 1974 में स्थापित, स्वराज अपनी शुरुआत के बाद से 1.5 मिलियन से अधिक ट्रैक्टर्स की बिक्री कर चुका है। ‘अनाज का कटोरा’ कहे जाने वाले पंजाब में स्थित, स्वराज एक ऐसा ब्रांड है जो किसानों द्वारा और किसानों के लिए निर्मित है, क्योंकि इसके अधिकांश कर्मचारी किसान ही हैं। वे वास्तविक दुनिया के अनुभव के आधार पर प्रामाणिक रूप से दमदार उत्पाद तैयार करते हैं और शानदार कार्य प्रदर्शन एवं गुणवत्ता का आश्वासन देते हैं। इन ट्रैक्टरों को तैयार करने का एकमात्र उद्देश्य है – भारतीय किसानों को प्रगति में सक्षम बनाना। स्वराज ट्रैक्टर्स, भारत में ग्राहकों की संतुष्टि की दृष्टि से लगातार शीर्ष कंपनियों में शामिल है। यह 15एचपी से लेकर 65एचपी तक की क्षमता वाले ट्रैक्टर्स तैयार करता है और संपूर्ण कृषि समाधान उपलब्ध कराता है।
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