Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 9 मार्च 2021 – होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने अपने डिजिटल सड़क सुरक्षा जागरुकता प्रोग्राम होण्डा रोड सेफ्टी ई-गुरूकुल के साथ महिलाओं को आत्मनिर्भर, सशक्त एवं सुरक्षित बनाने का प्रशिक्षण देकर अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2021 का जश्न मनाया।
होण्डा के सड़क सुरक्षा ई-गुरूकुल के तहत देश भर के 14 शहरों में 2,000 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया।
होण्डा के सड़क सुरक्षा इन्स्ट्रक्टर्स ने इसके 10 अडाॅप्टेड टैªफिक टेªनिंग पार्कों में सामाजिक कार्यकर्ताआंे, नर्सों, स्वास्थ्यसेवा पेशेवरों, पुलिस कर्मियों, सिविल सुरक्षा कर्मियों, सेनिटाइज़ेशन और क्लीनिंग स्टाफ, महिला सुरक्षा गार्ड, काॅलेज के छात्रों, अध्यापकों और काॅर्पोरेट कर्मचारियों सहित कोविड-19 योद्धाओं को भी सड़क सुरक्षा का संदेश दिया।
इसी के साथ होण्डा का सड़क सुरक्षा ई-गुरूकुल देश के 9 शहरों (पटना, समस्तीपुर, ठाणे, मुंबई, कालीकट, कोयम्बटूर, चेन्नई, त्रिची और हैदराबाद) में 1,000 से अधिक महिला काॅलेज छात्रों और अध्यापकों तक पहुंचा।
इस अवसर पर श्री प्रभु नागराज, सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट- ब्राण्ड एण्ड कम्युनिकेशन्स, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि सशक्त और मजबूत महिला विकासशील समाज की रीढ़ है। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर होण्डा 2व्हीलर्स ने आज डिजिटल माध्यमों से महिलाओं को सड़क सुरक्षा का प्रशिक्षण देकर उन्हें सड़कों के लिए आश्वस्त एवं सुरक्षित बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। समाज के विभिन्न वर्गांे की महिलाओं के साथ अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का जश्न मनाते हुए होण्डा को बेहद गर्व का अनुभव हो रहा है, हम उन सभी प्रतिभागियों के लिए आभारी हैं जिन्होंने नारीत्व के इस जश्न में हमारा साथ दिया है।’’
सत्र को रोचक और सक्रिय बनाने के लिए होण्डा के सड़क सुरक्षा इन्स्ट्रक्टर्स ने सड़क सुरक्षा पर थ्योरी, इंटरैक्टिव वीडियोज़, रोचक केस स्टडीज़ के माध्यम से सुरक्षित राइडिंग व्यवहार, सुरक्षा गियर्स, सड़क सुरक्षा नियमों एवं यातायात संकेतों का महत्व स्पष्ट किया।
1970 के बाद से ‘हर किसी की सुरक्षा’ के प्रति होण्डा का दृष्टिकोण
50 साल पहले, होण्डा दुनिया भर में सड़क प्रशिक्षण की शुरूआत करने वाली पहली आॅटोमोबाइल निर्माता बन गई। भारत में भी, होण्डा सड़क सुरक्षा जागरुकता का प्रसार करने वाली पहली दोपहिया निर्माता थी। 2001 में अपनी शुरूआत से लेकर अब तक होण्डा के सड़क सुरक्षा इंस्ट्रक्टर्स 39 लाख से अधिक भारतीयों को सड़क सुरक्षा पर प्रशिक्षण दे चुके हैं।
रोज़ाना होण्डा के 12 अडाॅप्टेड टैªफिक ट्रेनिंग पार्कों, 7 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों में प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा स्कूलों, काॅलेजों, सोसाइटियों और काॅर्पोरेट्स में नियमित जागरुकता प्रशिक्षण आयोजित किए जाते हैं। इतना ही नहीं देश भर में होण्डा के 1000 से अधिक डीलरशिप्स हर नए उपभोक्ता को डिलीवरी से पहले सुरक्षा पर सलाह देते हैं। होण्डा की हर डीलरशिप वर्चुअल राइडिंग सिमुलेटर के माध्यम से राइडरों को जोखिम को पूर्वानुमान लगाने में सक्षम बनाती है।
न्यू नाॅर्मल के अगले कदम के रूप में होण्डा ने मई 2020 में डिजिटल पहल- होण्डा रोड सेफ्टी ई-गुरूकुल’ की शुरूआत की। बड़ी सफलता हासिल करते हुए यह डिजिटल पहल 3 लाख से अधिक भारतीयों को सड़क सुरक्षा के महत्व पर जागरुक बना चुकी है।