Editor-Manish Mathur
जयपुर 16 मार्च 2021 – भारत के अग्रणी ऑनलाइन कौशल-आधारित गेमीफिकेशन एवं नाॅलेज प्लेटफाॅर्म, ज़्यूपी ने आज डाॅ सुबी चतुर्वेदी को चीफ़ काॅर्पोरेट एण्ड पब्लिक अफे़यर्स ऑफिसर नियुक्त किए जाने की घोषणा की है।
आईआईटी कानपुर के ग्रेजुएट्स दिलशेर सिंह मल्ही और सिद्धान्त सौरभ द्वारा 2018 में स्थापित ज़्यूपी भारत का सबसे तेज़ी से विकसित होता कौशल-आधारित मोबाइल गेमिंग एवं नाॅलेज प्लेटफाॅर्म है, जो अपने ऐप पर लाईव क्विज़ टूर्नामेन्ट्स का आयोजन करता है, जहां यूज़र्स मौद्रिक पुरस्कार के लिए अपने दोस्तों एवं अन्य खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं। यह दो राउण्ड्स की फंडिंग के द्वारा सफलतापूर्वक 19 मिलियन डाॅलर धनराशि जुटा चुका है। महामारी के दौरान इंटरनेटर और मोबाइल की पहुंच ज़्यादा बढ़ने से ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर में ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है। उद्योग जगत की रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑनलाइन गेमिंग उद्योग 40 फीसदी सीएजीआर की दर से बढ़ रहा है, जिसके देश भर में 300 मिलियन से अधिक यूज़र्स हैं।
इस नियुक्ति पर बात करते हुए डाॅ सुबी चतुर्वेदी, चीफ़ आॅफ काॅर्पोरेट एण्ड पब्लिक अफे़यर्स, ज़्यूपी ने कहा, ‘‘ज़्यूपी में शामिल होते हुए मुझे बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है, क्योंकि मै गो-गैटर्स और इनोवेटर्स की टीम में शामिल हो रही हूं, जिनका नेतृत्व देश के सबसे प्रतिभाशाली लोगों के द्वारा किया जाता है। संस्थापक दिलशेर का रचनात्मक और बेजोड़ दृष्टिकोण है, मेरा मानना है कि यह दृष्टिकोण भावी कार्यबल की सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। ज़्यूपी में मुझे अपार संभावनाएं दिखाई देती हैं, दिलशेर की कल्पना और ज़्यूपी के कार्य अपने आप में बेजोड़ हैं। मुझे विश्वास है कि हम गेमीफिकेशन एवं गहन लर्निंग के माध्यम से शिक्षा, लर्निंग और कौशल के क्षेत्र में बड़े बदलाव ला सकते हैं। हमारे उत्पाद और सेवाएं सरकार के आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण के अनुरूप हैं और दुनिया के लिए मेक इन इंडिया समाधान प्रस्तुत कर रहे हैं।’’
डाॅ सुबी चतुर्वेदी को उनकी नई भूमिका पर बधाई देते हुए श्री दिलशेर सिंह मल्ही, संस्थापक एवं सीईओ, ज़्यूपी ने कहा, ‘‘ज़्यूपी में हम इंटरनेट को प्रोडक्टिव एंगेजमेन्ट का स्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ‘सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा’ को अपने साथ जोड़ रहे हैं, जो हमारे इन सपनों को साकार करने और कंपनी को सेंटर आॅफ इनोवेशन के रूप में विकसित होने में मदद कर सकें। हम ऐसे लीडर्स को अपनी टीम में शामिल कऱ रहे हैं जो इस दिशा में सकारात्मक बदलाव ला सकें, सफलता की ओर बढ़ने के लिए महत्वाकांक्षी हों और जिनके पास इस दिशा में उपयुक्त नीतिगत ढांचे के निर्माण का अनुभव हो। डाॅ सुबी में ये तीनों विशेषताएं हैं, वे बेहद प्रतिभाशाली हैं। हमें विश्वास है कि उनका नेतृत्व और विशेषज्ञता हमें एक कंपनी के रूप में और एक समुदाय के रूप में विकसित होने में मदद करेगी।’’
डाॅ चतुर्वेदी ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, ‘‘हम सरकार, ओद्यौगिक संगठनों, अकादमिक जगत एवं अन्य हितधारकों के साथ मिलकर एक ऐसे ढांचे का निर्माण करना चाहते हैं जो इनोवेशन्स को बढ़ावा दे, निवेश आमंत्रित करे और देश के युवाओं के लिए अवसर उत्पन्न करे। हमें ज़्यूपी के साथ विश्वस्तरीय मंच पर पहुंचने तथा एक इनोवेटर एवं टेक्नोलाॅजी लीडर के रूप में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है और हम इस दिशा में ठोस प्रयास करने के लिए तत्पर हैं।’’
आईआईटी दिल्ली की पूर्वछात्र डाॅ चतुर्वेदी नेटमंडियल इनीशिएटिव की ग्लोबल सह-अध्यक्ष रही हैं और उन्हें यूएनएसजी के द्वारा यूएन इंटरनेट गवर्नेन्स फोरम (एमएजी) की सदस्य भी नियुक्त किया जा चुका है। वे बोर्ड आॅफ यूके इंडिया बिज़नेस काउन्सिल (यूकेआईबीसी) और आईजीएफएसए को भी अपनी सेवाएं प्रदान कर चुकी हैं।
ज़्यूपी में शामिल होने से पहले डाॅ चतुर्वेदी टिकटाॅक4 गुड इंडिया का नेतृत्व कर रहीं थी और उनके पास कई क्षेत्रों -जैसे डिजिटल अर्थव्यवस्था, उद्यमिता, स्टार्टअप स्थायित्व एवं विविधता, सरकार, अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों और बहु-आयामी संस्थानों -में सीनियर लीडरशिप में दो दशकों से अधिक का अनुभव है।
डाॅ चतुर्वेदी यैस बैंक की सीनियर प्रेज़ीडेन्ट; सीओएआई (सैल्युलर्स आॅपरेटर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया) में हैड आॅफ पब्लिक पाॅलिसी एण्ड पब्लिक अफ़ेयर्स; हिल़नाॅल्टन में डायरेक्टर स्ट्रैटेजी- पब्लिक पाॅलिसी एण्ड न्यू मीडिया; तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम काॅलेज फाॅर वुमेन में असिस्टेन्ट प्रोफेसर आॅफ जर्नलिज़्म एण्ड कम्युनिकेशन के रूप में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर चुकी हैं। उन्हें इंटरनेट गवर्नेन्स मल्टीस्टेकहोल्डरिज़्म में अग्रणी विशेषज्ञ के रूप में सम्मानित किया गया है, उन्होंने नई एवं उभरती तकनीकों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए साइबरस्पेस के विकास में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है, वे ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को तकनीक एवं लीडरशिप के क्षेत्र में लाना चाहती हैं और गेमिंग को समाज कल्याण के रूप में स्थापित करने के लिए तत्पर हैं।
अपनी नई भूमिका में डाॅ चतुर्वेदी सरकारी संगठनों एवं नीति निर्माताओं के साथ मिलकर काम करेंगी, क्योंकि भारत आॅनलाईन गेमिंग, शिक्षा एवं कौशल क्षेत्र के लिए नीतिगत ढांचे को नए आयाम दे रहा है। उनका योगदान भारत को मोबाइल गेमिंग के क्षेत्र में शीर्ष पायदान के पांच देशों में से एक बनाने पर ध्यान केन्द्रित करेगा। डिजिटल अर्थव्यवस्था और इंटरनेट गवर्नेन्स में उनके कार्य को विश्वस्तर पर सरकारों, उद्योग एवं अकादमिक जगत के द्वारा मान्यता दी गई है। क्राॅस बाॅर्डर डेटा फ्लो, नई एवं उभरती तकनीकों पर उनके कार्यों का प्रकाशन किया गया है और अक्सर वे उद्योग एवं सरकार के उल्लेखनीय मंचों पर मुख्य प्रवक्ता रहती हैं।
ज़्यूपी के बारे में
ज़्यूपी एक कौशल आधारित गेमिंग प्लेटफाॅर्म है जो अपने गेमिंग इनोवेशन्स के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को सक्रिय, सशक्त बनाने और उनका मनोरंजन करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह मंच अपने उपयोगकर्ताओं को सकारात्मक अनुभव प्रदान करने के लिए कार्यरत है। कई विषयों पर उत्कृष्ट जानकारी, मजबूत रिटर्न, उपयोगकर्ताओं की सक्रियता तथा ठोस तकनीकी पहलुओं के साथ ज़्यूपी कौशल आधारित गेमिंग में हज़ारों दिलों को जीत रहा है। वैज्ञानिक तरीके से डिज़ाइन किए गए मानसिक व्यायाम, ऐप्लीकेशन्स एवं गेमिफिकेशन के माध्यम से लोगों की क्षमता, कौशल एवं मानसिक व्यवहार में सुधार लाकर लोगों के जीवन को बेहतर बनाना ज़्यूपी का उद्देश्य है। ज़्यूपी पहले से 10 मिलियन से अधिक लोगों को सामान्य ज्ञान, महत्वपूर्ण सोच एवं प्रतिस्पर्धी कौशल में मदद कर चुका है।