Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 08 अप्रैल 2021 : कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वाधान में द डायरेक्टरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग (डीजीटी) ने सीआईटीएस के शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिये ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट (एआईटीटी) के परिणाम घोषित किये हैं। सत्र 2019-20 के लिये देश के 79 परीक्षा केन्द्रों पर हुई परीक्षा में 34 व्यापारों और 45 संस्थानों से कुल 7535 ट्रेनीज ने भाग लिया था। नेशनल स्किल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट फॉर वूमन, जयपुर से ड्रेस मेकिंग की ट्रेनी सुश्री सावित्री इस परीक्षा में 95.44 प्रतिशत अंक लाकर शीर्ष पर रहीं। कुल मिलाकर, 242 ट्रेनीज ने 90 प्रतिशत और उससे ज्यादा अंक अर्जित किये और 80.57 प्रतिशत ट्रेनीज इस परीक्षा में उत्तीर्ण हुए।
कोरोना महामारी के चलते थ्योरी और प्रैक्टिकल की परीक्षाएं अक्टूबर और नवंबर 2020 में दो बैचेस में हुईं और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी स्वास्थ्यरक्षा और सुरक्षा के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया गया।
कौशल विकास के प्रयासों की अपनी व्यापक श्रृंखला में डीजीटी आईटीआई के उन ट्रेनीज के लिये क्राफ्ट्स इंस्ट्रक्टर ट्रेनिंग स्कीम (सीआईटीएस) के अंतर्गत क्राफ्ट्स इंस्ट्रक्टर ट्रेनिंग प्रोग्राम्स की पेशकश करता है, जो कुशलता प्रशिक्षण में कॅरियर बनाने की आकांक्षा रखते हैं। कुशलता और प्रशिक्षण, दोनों की कार्य-प्रणाली में विस्तृत प्रशिक्षण इंस्ट्रक्टर ट्रेनीज को दिया जाता है, ताकि वे व्यावहारिक कुशलताओं के स्थानांतरण की तकनीकों में निपुण हो सकें और उद्योग के लिये कुशल श्रमशक्ति को प्रशिक्षित कर सकें। सीआईटीएस के एक साल लंबे प्रशिक्षण के अंत में डीजीटी द्वारा 34 व्यापारों में से प्रत्येक के लिये एक ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट (एआईटीटी) ऑनलाइन संचालित किया जाता है।
सफल ट्रेनीज को बधाई देते हुए, डायरेक्टर जनरल (ट्रेनिंग), डीजीटी सुश्री नीलम शमी राव ने कहा, ‘’भारत को दुनिया का स्किल कैपिटल बनाने के प्रधानमंत्री के लक्ष्य के अनुसार सीआईटीएस विशेषज्ञ स्किल ट्रेनर्स बनाकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिन्हें व्यावहारिक कुशलताओं और अध्यापन–कला के ज्ञान से सशक्त किया जाता है, जिसके बदले में वे जमीनी स्तर पर कुशलता प्रशिक्षण देते हैं। यह देखना भी उल्लेखनीय है कि महिलाओं ने इस परीक्षा में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, जो महिलाओं के सशक्तिकरण पर हमारा केन्द्रित होना दिखाता है।‘’
इस परीक्षा में मल्टीपल-चॉइस क्वेश्चंस (एमसीक्यू) होते हैं, जो अभ्यर्थियों के व्यापार से सम्बंधित ज्ञान को परखते हैं। इसके अलावा, संबद्ध संस्थानों में प्रायोगिक परीक्षा भी होती है, ताकि ट्रेनी द्वारा अर्जित व्यावहारिक कुशलता को परखा जा सके, जिसमें एक बाहरी पर्यवेक्षक, जो क्षेत्र का विशेषज्ञ होता है, ट्रेनीज के प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है। यह प्रायोगिक परीक्षाएं ट्रेनीज की व्यापार कुशलता और अध्यापन-कला को कठोरता से परखती हैं। प्रशिक्षण की सफल समाप्ति के बाद ट्रेनीज को नेशनल क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर सर्टिफिकेट (एनसीआईसी) दिया जाता है।