Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 19 अप्रैल 2021 – एफएलओ के 37वें वार्षिक सम्मेलन में महिला एवं बाल विकास और कपड़ा मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने कहा, श्हमारे देश की समृद्धि के लिए हमें महिलाओं के नेतृत्व में विकास सुनिश्चित करने की जरूरत है और यह इस तथ्य से प्रमाणित होता है कि महिलाएं इस महामारी से लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में रही हैं क्योंकि 60 लाख से अधिक महिलाएं कोविड योद्धाओं में स्वास्थ्यकर्मी के तौर पर शामिल रही हैं। मौजूदा समय की जरूरत के मुताबिक इस साल के वार्षिक सत्र का विषय टिकाऊ आजीविका-नए भारत के लिए महिलाओं में निवेशश् रखा गया है।
श्रीमती स्मृति ईरानी ने आगे कहा, इस उद्योग को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि इस कानून के तहत सुविधा किसी भी तरह से कार्यस्थल पर भेदभाव ना लाए।
कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा, मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि 143 गांवों में परिवर्तनकारी कार्य का जो बीड़ा एफएलओ ने उठाया है वह सफलतापूर्वक पूरा होगा।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री डॉक्टर जितेन्द्र सिंह ने कहा, पूर्वोत्तर क्षेत्र बुनाई, सिलाई और हस्तशिल्प आदि का गढ़ रहा है और मुझे यह कहते हुए खुशी है कि महिलाएं इन क्षेत्रों में अग्रणी हैं।
संयुक्त राष्ट्र की पूर्व सहायक महासचिव, यूएन वुमेन की उप कार्यकारी निदेशक, निदेशक एवं कार्यवाहक उप महासचिव अंकटाड लक्ष्मी पुरी ने कहा, महिला सशक्तिकरण के समर्थक के रूप में इस परिवर्तनकारी निवेश से भारत टिकाऊ विकास के लक्ष्य जरूर हासिल करेगा।
एफएलओ की अध्यक्ष सुश्री जाह्नबी फुकन ने अपने कार्यकाल एवं स्वयं द्वारा अपनी टीम के साथ की गई विभिन्न पहल पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, बढ़ते काम के बोझ एवं लिंग भेद के बीच महिलाओं को अपनी सार्वजनिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अवसरों की जरूरत है। हमने तीन स्तरों पर महिलाओं के माइक्रोसोम की तरफ हमारे प्रयासों को केंद्रित रखा जिस पर एफएलओ ने हमेशा काम किया है। जमीनी स्तर पर हमने गांवों को गोद लेने के एक कार्यक्रम के तहत 143 गांवों को गोद लेकर हमने इस कार्यक्रम के जरिये लाभार्थियों की संख्या बढ़ाकर आज की तिथि तक 3,50,560 तक पहुंचाई है। शहरी स्तर पर आईटीआई कार्यक्रम अपनाकर हमने प्रमाणित प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए। वहीं कॉरपोरेट स्तर पर हमने हमारे सदस्यों का परिचय कॉरपोरेट डायरेक्टर ट्रेनिंग से कराया और उन्हें जीईएम (सरकारी ई मार्केटप्लेस) पर पहुंचाया।
उन्होंने कहा, एफएलओ के 3सी कार्यक्रम का लक्ष्य कार्यक्षमता बढ़ाना, विश्वास का निर्माण करना है जिसकी मदद से हमें कौशल विकास एवं पुनः कौशल विकास के जरिये करीब 20,000 महिलाओं तक पहुंच स्थापित करने में मदद मिली। इसके अलावा, हमारी डब्ल्यू7 पहल से हमें वियतनाम, म्यांमा, आयरलैंड, नीदरलैंड, चिली और ऑस्ट्रेलिया के राजदूतों एवं महावाणिज्य दूतों के साथ काम कर उनकी महिला उद्यमियों तक पहुंचने स्थापित करने में मदद मिली।
उन्होंने कहा, मैं मेरे पूरे कार्यकाल के दौरान मिले सहयोग एवं समर्थन के लिए एफएलओ बिरादरी का धन्यवाद करना चाहूंगी।
फिक्की के महासचिव श्री दिलीप शेनाय ने कहा, एफएलओ ने जिस तरह का काम किया है उसे देखकर मुझे गर्व की अनुभूति होती है। इसके लिए मैं एफएलओ के सभी सदस्यों को शुभकामनाएं देता हूं।
जेके इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक और जनरल डेटा प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक उज्ज्वला सिंघानिया ने जेटीआई ग्रुप की निदेशक जाह्नबी फुकन से फिक्की लेडीज़ ऑर्गनाइजेशन के 38वें अध्यक्ष की जिम्मेदारियां ग्रहण की।
नेतृत्व परिवर्तन को लेकर एफएलओ के सभी 17 चैप्टर में एक साथ समारोह का आयोजन किया गया जोकि वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर हुआ।
फिक्की एफएलओ द्वारा आयोजित दो दिवसीय वार्षिक सत्र में उपस्थित अन्य प्रमुख वक्ताओं में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव श्री राम मोहन मिश्रा, आईएएस अधिकारी एवं दिव्यांगता, सामाजिक अधिकारिता एवं सशक्तिकरण, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय एवं नीति आयोग की ब्रांड अंबेसडर सुश्री इरा सिंघल, अति लघु, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के सचिव श्री बीबी स्वाइन, कनोडिया महिला अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की प्रबंध निदेशक सुश्री लक्ष्मी बरूआ, दि एशियन फाउंडेशन की कंट्री हेड नंदिता बरूआ, हार्वेस्ट गोल्ड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड की सह संस्थापक ताब सिद्दीकी, हिंदुस्तान युनिलीवर लिमिटेड की कार्यकारी निदेशक (ब्यूटी एंड पर्सनल केयर) और युनिलीवर साउथ एशिया की उपाध्यक्ष (बीपीसी) प्रिया नायर और भारतीय पौराणिक कथा विशेषज्ञ अतुल सत्य कौशिक शामिल थे।
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