Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 13 अप्रैल 2021 – स्किल इंडिया के अंतर्गत उत्तराखंड में विभिन्न पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने आज हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेलें में ‘स्किल इंडिया पैवेलियन’ का उद्घाटन किया। भारत में सबसे बड़े धार्मिक उत्सव में से एक, कुंभ मेला भारत के कोने-कोने से तीर्थयात्रियों और अनुयायियों को आकर्षित करता है और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMVVY), जन शिक्षण संस्थान (JSS) और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITIs) सहित प्रमुख कार्यक्रमों / पहलों के तहत जानकारी साझा करने और बड़ी संख्या में लोगों को जुटाने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है। आज के युवाओं को सशक्त बनाने वाले कौशल को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से, एमएसडीई अपने प्रशिक्षण और कार्यान्वयन भागीदारों के साथ 12 से 30 अप्रैल तक स्किल इंडिया पैवेलियन का आयोजन करेगा।
स्किल इंडिया पैवेलियन 5,000 वर्ग मीटर भूमि में फैला हुआ है, जिसमें काउंसलिंग रूम, अनुभव संबंधी स्टालों और सेल्फी बूथ जैसे कई आकर्षण के केंद्र हैं। यह केंद्र लोगों को यह जानने के लिए उनका मार्गदर्शन करेंगे कि कैसे कौशल प्रशिक्षण उनके आजीविका के अवसरों में तेजी ला सकता है। कोविड-19 महामारी को देखते हुए सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन करते हुए, स्किल इंडिया पैवेलियन में प्रशिक्षण भागीदार और 36 सेक्टर स्किल काउंसिल्स अपने प्रदर्शनी का प्रदर्शन करेंगे और संबंधित डोमेन में विभिन्न कौशल संबंधी संस्थाओं को हाइलाइट करेंगे। इसके अलावा, काउंसलिंग रूम स्किल इंडिया ट्रेनिंग प्रोग्राम के माध्यम से लोगों को कौशल प्रशिक्षण, रोजगार और उद्यमिता के विभिन्न अवसरों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान करेगा।
‘स्किल इंडिया कौशल मेले’ में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि, “कौशल भारत मिशन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में एक बड़ी पहल है जिसके द्वारा हमारी अर्थव्यवस्था के आधार को मजबूत बनाया जा रहा है। स्किल इंडिया पैवेलियन में कुंभ, हरिद्वार तीर्थयात्रियों को आने का एक सुनहरा अवसर प्रदान कर रहा है और कौशल पहलों के बारे में लोगों को अधिक जागरूक करने में भी मदद करेगा। एडवेंचर टूरिज्म से जुड़ी नई नौकरियों को जोड़ना जैसे कि रिवर राफ्टिंग और ट्रेकिंग उत्तराखंड के युवाओं को सही कौशल के साथ सशक्त बनाएगा जो क्षेत्र और राष्ट्र दोनों की आर्थिक वृद्धि में योगदान देगा। सरकार आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल पहलों के माध्यम से जमीनी स्तर पर ग्रोथ को आगे बढ़ा रही है और उसका समर्थन भी कर रही है।
उद्घाटन पर टिप्पणी करते हुए माननीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक‘ने कहा कि, हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के अंतर्गत, भारत के विकास के अगले चरण को ‘आत्मनिर्भर भारत’ द्वारा संचालित किया जाएगा। राष्ट्र के समग्र विकास में युवाओं की केंद्रीय भूमिका है और उन्हें संबंधित कौशल के साथ सशक्त बनाना समय की आवश्यकता है। स्किल इंडिया के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से, एमएसडीई लोगों को कुशल बनाने और बेहतर आजीविका में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कुंभ मेले में स्किल इंडिया पैवेलियन युवाओं को कौशल की शक्ति के बारे में जागरूक करने के लिए एक बेहतरीन पहल है और यह भविष्य में उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास को कैसे आकार दे सकता है।”
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के माननीय मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय ने स्किल इंडिया पैवेलियन का उद्घाटन करते हुए कहा, “उत्तराखंड में कड़ी मेहनत के लिए अत्यधिक प्रतिबद्धता और जुनून प्रदर्शित करने की संस्कृति है। रूबी भटनागर और महिमा गांधी राज्य के दो ऐसे युवा उम्मीदवार हैं जिन्होंने पिछली वर्ल्ड स्किल प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और एक वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके पूरे देश को गौरवान्वित किया है। कुंभ मेले में ‘स्किल इंडिया पैवेलियन’ के माध्यम से, हमें युवाओं के बीच कौशल सशक्तिकरण के महत्व के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करना और उन्हें राष्ट्र-निर्माण में योगदान करने के लिए प्रेरित करना है। मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के अधिकारियों को कुंभ मेले का इतनी भव्यता के साथ आयोजन करने के लिए बधाई देना चाहता हूं,तब जबकि वर्तमान कोविड -19 स्थिति को देखते हुए सभी आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल और सुरक्षा दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। मैं आशावान हूं कि स्किल इंडिया पैवेलियन सत्येंद्र, विशाल और कई अन्य लोगों को प्रेरित करेगा ताकि भविष्य में कौशल प्रशिक्षण और आकर्षक कैरियर की संभावनाओं का लाभ उठाया जा सके।”
‘स्किल इंडिया कौशल मेले’ के अवसर पर माननीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने मेले में आए लोगों को शुभकामनाएँ देते हुए उनसे सीधा संवाद किया। डॉ. पाण्डेय ने मेले में आए हुए एक श्रद्धालु विशाल से कहा कि इस कौशल मेले के आयोजन में आपने जो भी अनुभव किया है उसके बारे में अन्य लोगों को अवश्य बताएँ। इसी प्रकार अलीगढ़ से आए एक अन्य श्रद्धालु सतेन्द्र कुमार से डॉ. पाण्डेय ने बातचीत करते हुए कहा कि कौशल मेले में जो जानकारी दी गई उसे अपने क्षेत्र के लोगों के साथ साझा करते हुए उन्हें आने वाले भविष्य के लिए जागरूक अवश्य करें। डॉ. पाण्डेय ने पवित्र कुंभ के अवसर कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए यह भी कहा कि कुशल कार्यबल के कारण ही हमें आज सफलता मिली है।
स्किल इंडिया पैवेलियन में लोगों को कौशल विकास में बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी जाएगी, लोगों की काउंसलिंग की जाएगी और उन्हें बेहतर भविष्य के लिए कौशल विकास के माध्यम से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके अलावा, स्किल इंडिया पैवेलियन में पीएमकेवीवाई योजना, जन शिक्षण संस्थान, आईटीआई और दीर्घकालिक और लघु अवधि कौशल प्रशिक्षण के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी मिलेगी। इसके अलावा स्किल इंडिया कौशल मेले में जिले अनुसार प्रशिक्षण की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि किस जिले में कौन सी ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है और कौन से कौशल में आप आगे बढ़ सकते हैं इसके बारे में भी विस्तृत रूप से जानकारी ले सकते हैं। अभी सभी 28 राज्यों एवं 8 केंद्र शासित प्रदेशों में 36 सेक्टर्स में 3000 से अधिक पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
स्किल इंडिया की सबसे महत्वपूर्ण योजना ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’ 1.0 और 2.0 की सफलता को देखते हुए पीएमकेवीवाई 3.0 योजना का शुभारंभ किया गया है। यह मांग आधारित योजना होगी और जिला स्तर पर उद्योगों की मांग के अनुसार युवाओं को कुशल बनाएगी। इसके अलावा स्किल इंडिया मिशल के अंतर्गत अभी तक कुल 1.21 करोड़ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया है।
स्किल इंडिया पैवेलियन के डिजिटल कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत जी उपस्थित रहे। इसके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक जी, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय जी, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री श्री राजकुमार सिंह जी, उत्तराखंड के कौशल राज्य मंत्री श्री हरक सिंह रावत जी, उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कोशिक जी, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के अपर सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी जी,एनएसडीसी के सीईओ श्री मनीष कुमार जी एवं अन्य कई महानुभव उपस्थित हुए।