Editor-Manish Mathur
जयपुर 01 अप्रैल 2021 – एस्सार के पोर्ट व्यापार की इकाई एस्सार बल्क टर्मिनल लिमिटेड (ईबीटीएल) ने आज कहा कि इसके हजीरा पोर्ट टर्मिनल पर हजीरा से दीव के बीच नई क्रूज/पैसेंजर फैरी सर्विस शुरू की गई है। इसके जरिए भारत के पश्चिमी तट पर तटीय परिवहन को गति दी गई है। हजीरा के पैसेंजर टर्मिनल से सूरत और मुम्बई को पहले ही जोड़ा जा चुका है और पश्चिमी तट तथा भारतीय तटीय क्षेत्रों को जोड़ने के लिए भविष्य मंे और सेवाएं आने की उम्मीद है, क्योंकि भारत में क्रूज/फैरी सेक्टर की पहुंच अब तेजी से बढ़ रही है।
कोविड-19 की गाइडलाइंस को मानते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय तथा रसायन व उर्वरक मंत्रालय के राज्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने वर्चुअल समारोह के तहत हजीरा के पैसेंजर टर्मिनल से नई फैरी सर्विस को हरी झंडी दिखाई।
इस मौके पर श्री मनसुख मंडाविया ने कहा, ‘‘माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी के मार्गदर्शन में क्रूज पर्यटन के विकास पर सरकार का मुख्य ध्यान रहा है। 2014 में, भारत में प्रति वर्ष लगभग 1.07 लाख क्रूज यात्री थे, जबकि 2019-20 में इनकी संख्या प्रति वर्ष 4.63 लाख तक पहुंच गई। इस अवधि में भारतीय बंदरगाहों के लिए क्रूज कॉल 139 और 445 थे।’’
मरीनटाइम विजन 2030 के तहत हम वर्ष 2030 तक 350 से अधिक क्रूज जहाजों, 3000 से अधिक क्रूज कॉल प्रतिवर्ष, 3 से अधिक क्रूज ट्रेनिंग अकादमियों और 5 मिलियन क्रूज यात्रियों को लक्ष्य कर रहे हैं। हम क्रूज के लिए एक उचित ईकोसिस्टम बनाने के लिए चैतरफा कदम उठा रहे हैं। यात्री फैरी सेवा ने हजीरा को एक क्रूज पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के साथ एक बड़ी छलांग लगाई है। इससे गुजरात के पर्यटन क्षेत्र के लिए भी अनेक नए अवसर सामने आएंगे।’’
एस्सार केपिटल के डायरेक्टर श्री प्रशांत रुइया ने कहा, ‘‘स्थापना के समय से ही एस्सार भारत के मरीनटाइम सेक्टर के विकास के लिए काम कर रहा है। हम इस नई शुरूआत से बहुत खुश हैं, क्योंकि यह प्रोजेक्ट पोर्ट्स, शिपिंग और वाॅटरवेज मंत्रायल के मरीनटाइम विजन 2030 के अनुरूप है और इससे भारत के मरीनटाइम सेक्टर के विकास को तेज गति मिलेगी। इस उपलब्धि के लिए हम भारत सरकार के शिपिंग मंत्रालय और गुजरात सरकार को उनके निरंत सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं।’’
जय सोफिया ‘मुम्बई मेडन’ एक अत्याधुनिक क्रूज और पैसेंजर फैरी है, जिसमें 300 यात्री सफर कर सकते हैं। यह अब हजीरा और दीव के बीच शुरू किए गए रूट पर चलेगा। इस पर सभी तरह की सुविधाएं हंै और कई तरह की सेवाएं हैं। इस फैरी सर्विस का संचालन एसएसआर मैरीन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जाएगा।
इस अवसर पर एस्सार पोटर््स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री राजीव अग्रवाल ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है। यह फैरी टर्मिनल रिकाॅर्ड समय में बन कर तैयार हुआ। इसके जरिए शुरू हो रही फैरी सेवाएं भारत के तटीय क्षेत्रों में हवाई, रेल और सड़क कनेक्टिविटी में महत्वपूर्ण जुड़ाव है। यह हमारी सड़कों पर भीड़ कम करने, ईंधन की खपत कम करने और वायु प्रदूषण को सीमित करने की हमारी रणनीतिक योजना का हिस्सा है। भविष्य में और सेवाएं और कनेक्शंस लेकर आएंगे जो यात्रा के समय को कम करेगी और साथ ही पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को भी कम करेगी। दीव का यह रूट गुजरात के लोगों के लिए मनोरंजन का साधन भी बनेगा और मरीनटाइम क्षेत्र में क्रूज/ फैरी सेक्टर को आगे बढ़ाएगा।’’
कोविड-19 महामारी के कारण फैरी और क्रूज संचालन पूरी दुनिया में प्रभावित हुआ है। इस महामारी ने न सिर्फ अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया, बल्कि यात्राओं को भी रोक दिया। देश भर में चल रहे टीकाकरण अभियान के बाद अब साल भर बाद देश भर में लोग यात्राओं के लिए निकल रहे हैं। जहां दुनिया महामारी के साथ जीना सीख रही है, वहीं ईबीटीएल ने फैरी सेवाएं शुरू करने का इंतजाम किया है और यह विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइंस का पालन करेगा, ताकि फैरी संचालन सुरक्षित और स्वास्थ्यप्रद वातावरण में शुरू हो सके।
प्रधानमंत्री के विजन को आगे बढ़ाते हुए गुजरात सरकार ने ईबीटीएल को हजीरा में पैसेंजर फैरी टर्मिनल विकसित और संचालित करने की अनुमति दी है। यहां कम्पनी 50 एमटीपीए का ड्राई बल्क कार्गो टर्मिनल भी संचालित करती है।
ईबीटीएल ने इसकी डिजाइनिंग और निर्माण का जिम्मा लिया। इसमें मरीन स्ट्रक्चर, लाइक लैंडिंग प्लेटफार्म, पैसेंजर वाॅकवे और फ्लोटिंग पोनटून शामिल है। इसके अलावा शोर बेस्ड सुविधाएं भी हैं जैसे टर्मिनल भवन, कैफेटेरिया और वाहन पार्किंग क्षेत्र। यह प्रोजेक्ट रिकाॅर्ड समय में पूरा हुआ और इसमें एस्सार की अपनी विशेषज्ञता और संसाधनों का प्रयोग किया गया। टर्मिनल के संचालन के लिए जरूरी ड्राफ्ट के लिए एस्सार के खुद के निकर्षण पोत इस्तेमाल किए गए।
एस्सार पोटर््स लिक्विड ड्राई बल्क और जनरल कार्गो के पोर्ट्स और टर्मिनल्स के विकास और संचालन मंे विशेषज्ञता रखता है। क्षमता और थ्रोपुट की दृष्टि से यह भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के पोर्ट और टर्मिनल डवपलपर्स और आॅपरेटर्स में से एक है। इसके पास पूरे भारत में चार आॅपरेशनल पोटर््स है। इनमें पश्चिमी तट पर गुजरात में हाजिरा और सलाया और एक-एक पूर्वी तट पर विशाखापट्नम और पारादीप में है। भारत में मौजूदा आॅपरेशनल पोर्ट टर्मिनल क्षमता 110 एमएमटीपीए है।
एस्सार पोर्ट्स के बारे में
एस्सार पोटर््स लिक्विड ड्राई बल्क और जनरल कार्गो के पोर्ट्स और टर्मिनल्स के विकास और संचालन मंे विशेषज्ञता रखता है। क्षमता और थ्रोपुट की दृष्टि से यह भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के पोर्ट और टर्मिनल डवपलपर्स और आॅपरेटर्स में से एक है। इसके पास पूरे भारत में चार आॅपरेशनल पोटर््स हैं। इनमें पश्चिमी तट पर गुजरात में हजीरा और सलाया और एक-एक पूर्वी तट पर विशाखापट्नम और पारादीप में है। भारत में मौजूदा आॅपरेशनल पोर्ट टर्मिनल क्षमता 110 एमएमटीपीए है।