नई दिल्ली, 20 जुलाई- माननीय केन्द्रीय विघुत, नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह ने पीएफसी के 36वें स्थापना दिवस के अवसर पर ‘राज्य के स्वामित्व वाली विद्युत वितरण संस्थाओं के लिए रैंकिंग एवं नौंवीं एकीकृत रेटिंग श्;त्ंदापदह -छपदजी प्दजमहतंजमक त्ंजपदहे वित ैजंजम.वूदमक च्वूमत क्पेजतपइनजपवद न्जपसपजपमेद्ध’ का अनावरण किया। इस अवसर पर श्री कृष्ण पाल, राज्य विद्युत मंत्री; श्री आलेक कुमार, सचिव (विद्युत), श्री आर एस ढिल्लोन, सीएमडी, पीएफसी तथा विद्युत मंत्रालय, पीएफसी एवं आरईसी से अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
मंत्री जी ने नौंवी सालाना एकीकृत रेटिंग प्रक्रिया की सराहना की, जिसके तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 की रेटिंग अवधि के लिए 41 राज्य विद्युत वितरण संस्थाओं को शामिल किया गया है, पूरी प्रक्रिया के दौरान संस्थाओं ने जोश और उत्साह के साथ हिस्सा लिया। उन्होंने सभी हितधारकों, खासतौर पर राज्य वितरण संस्थाआंे को बधाई दी, जिन्होंने महामारी के बावजूद नौंवीं सालाना एकीकृत रेटिंग प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने में योगदान दिया एवं सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि भारतीय विद्युत क्षेत्र को वितरण क्षेत्र की सही स्थिति के पारदर्शी एवं सटीक मूल्यांकन का लाभ मिलेगा, जिससे इस क्षेत्र के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने और इसमें सुधार लाने में मदद मिलेगी। इससे राज्य सरकारों, अग्रणी संस्थानों एवं अन्य हितधारकों को भी महत्वपूर्ण फैसले लेने में मदद मिलेगी। उन्होंने ।़ और । श्रेणी के डिस्कोम्स को बधाई दी जिन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। साथ ही अन्य विद्युत वितरण संस्थाओं को भी बेहततर प्रदर्शन करने और आने वाले समय में अपनी रेटिंग में सुधार लाने के लिए प्रोत्साहित किया।
मंत्री जी ने राष्ट्र की सेवा में 35 गौरवशाली वर्ष पूरे करने के लिए पीएफसी को बधाई दी। उन्होनंे कहा कि पीएफसी एक अग्रणी एनबीएफसी बन चुकी है और भारतीय विद्युत क्षेत्र को फाइनैंस उपलब्धा कराने वाली मुख्य कंपनी है। उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि पीएफसी विद्युत क्षेत्र के लिए सरकारी सुधार योजनाओं में महत्वपूर्ण सामरिक साझेदार होगी- जैसे 3.03 लाख करोड़ की सुधार-आधारित एवं परिणाम-उन्मुख संशोधित वितरण क्षेत्र योजना, आत्मनिर्भर डिस्कोम पैकेज आदि। उन्होंने बताया कि विद्युत क्षेत्र के लिए समर्पित वित्तीय संस्थान के रूप में पीएफसी के पास विद्युत क्षेत्र को वित्तपोषण उपलब्ध कराने की विशेषज्ञता है। उन्होंने तीव्र विकास के पथ पर बढ़ने के लिए पीएफसी की सराहना की। उन्होंने पीएफसी को अपनी इस धरोहर को बनाए रखने एवं विद्युत क्षेत्र के अन्य हितधारकों को भी प्रेरित करने के लिए शुभकामनाएं दीं।
एकीकृत रेटिंग प्रक्रिया का संचालन 2012 के बाद से हर साल विद्युत मंत्रालय द्वारा अनुमोदित तरीके से किया जाता है। विद्युत मंत्रालय ने पावर फाइनैंस कॉर्पोरेशन (विद्युत वित्त निगम) के लिए अनिवार्य किया है कि वह रेटिंग के दौरान संस्थाओं, रेटिंग एजेन्सियों एवं विद्युत मंत्रालय को पूरा सहयोगग दे।
नौवीं एकीकृत रेटिंग का संचालन आईसीआरए एनालिटिक्स लिमिटेड एवं ब्।त्म् अडवाइज़री रीसर्च एण्ड टेªेनिंग लिमिटेड द्वारा किया गया, जो क्रमशः आईसीआरए रेटिंग्स एवं ब्।त्म् की परामर्श शाखाएं हैं।
कार्यक्रम में राज्य सरकारों के सचिवों तथा विभिन्न राज्य वितरण संस्थाओं के सीएमडी ने वर्चुअल रूप से हिस्सा लिया।