मुंबई, 29 जुलाई, 2021- एसीसी लिमिटेड का दृढ़ विश्वास है कि दीर्घकालिक और स्थायी विकास के लिए महिला सशक्तिकरण एक प्रमुख स्तंभ है और इसी विजन के तहत एसीसी लिमिटेड समुदायों के विकास के लिए एक समान वातावरण बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
एसीसी की स्वावलंबन पहल ने लैंगिक समानता को बढ़ावा देकर देशभर में 14,399 महिलाओं को सशक्त बनाया है। महिलाओं की स्थायी आजीविका और वित्तीय स्वतंत्रता सुनिश्चित करना इस पहल का एक प्रमुख फोकस क्षेत्र है। स्वावलंबन के माध्यम से, एसीसी महिलाओं को अपने संचालन के क्षेत्रों में और उसके आसपास स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) बनाने के लिए प्रोत्साहित करती है। कंपनी उन्हें अपनी पारिवारिक आय बढ़ाने और निर्णय लेने की क्षमता को सशक्त बनाने के लिए लघु और छोटे उद्यमों की स्थापना में सहायता करती है। इस प्रकार, उन्हें समुदाय में अपना सही स्थान बनाने में मदद मिलती है।
पहल के तहत, एसएचजी सदस्यों को क्षमता निर्माण, विभिन्न व्यक्तिगत शिल्प, विपणन कौशल, लेखा, टीम वर्क और अन्य प्रासंगिक कौशल में प्रशिक्षित किया जाता है।
एसीसी लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री श्रीधर बालकृष्णन ने कहा, ‘‘एसीसी में हम अपने समुदायों के सतत विकास के लिए एक समावेशी ईकोसिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वावलंबन के माध्यम से, हम अपनी महिलाओं को सशक्त बनाना जारी रखेंगे और उन्हें उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने और स्थायी आजीविका अर्जित करने के अवसर प्रदान करेंगे।’’
एसीसी के आजीविका, रोजगार और आय सृजन स्तंभ के हिस्से के रूप में, एसीसी स्वावलंबन पहल वरिष्ठ नागरिकों के लिए वृद्धाश्रम, डे केयर सेंटर और ऐसी अन्य सुविधाएं स्थापित करने की दिशा में भी काम करती है और सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समूहों के सामने आने वाली असमानताओं को कम करने के उपाय करती है।