मुंबई, 27 जुलाई, 2021- अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड की कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) शाखा अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन (एसीएफ) 2.1 लाख से अधिक किसानों को ज्ञान के माध्यम से सशक्त करने और उन्हें क्षमतावान बनाने में मदद करती है। एसीएफ अपने कई प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से पानी, बीज, उर्वरक और कीटनाशकों आदि के विवेकपूर्ण और सुरक्षित उपयोग पर किसानों के बीच ज्ञान का प्रसार कर रहा है।
सीखने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और उसमें और अधिक दक्षता सुनिश्चित करने के लिए अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन ने एक त्वरित प्रतिक्रिया (क्विक रेस्पाॅन्स-क्यूआर) प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म में सभी प्रशिक्षण सामग्री शामिल है और इसे बार-बार काम में लेने के लिए संग्रहीत किया जा सकता है। क्यूआर प्लेटफॉर्म की एक पायलट टेस्टिंग मारवामुंडवा में किसानों के साथ की गई और इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद एसीएफ ने इस सेवा का विस्तार करते हुए बठिंडा, पंजाब और कोडिनार, गुजरात में 9000 से अधिक किसानों को उपलब्ध कराया है।
पठन सामग्री के भंडारण की चुनौती पर काबू पाने के लिए क्यूआर प्लेटफॉर्म किसानों को कभी भी और कहीं भी जानकारी प्रदान करता है। कोड को स्कैन करने के साथ ही जानकारी तक पहुंच बन जाती है। जिसे विभिन्न सामुदायिक क्षेत्रों में उपलब्ध कराया गया है। जानकारी में बेहतर कपास पहल (बैटर काॅटन इनशिएटिव-बीसीआई), सिद्धांत और मानदंड, और कपास से संबंधित अन्य कृषि संबंधी पहलुओं पर डेटा शामिल है।
अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री नीरज अखौरी ने कहा, ‘हमारी संस्कृति में सामुदायिक कल्याण की भावना गहराई से समाई हुई है। किसानों को सही ज्ञान के साथ कुशल बनाने से कृषि भूमि की उत्पादकता में सुधार करने में मदद मिल सकती है, इस प्रकार पैदावार और उनके विकास में सुधार होता है। अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन समुदायों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है, अब डिजिटल टूल और प्लेटफॉर्म को अपनाकर हम सभी के लिए समान और बेहतर कल के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ेंगे।’
महामारी के दौरान यह डिजिटल इनोवेशन किसानों के लिए एक वरदान रहा है क्योंकि इसके जरिए प्रशिक्षण सामग्री को साझा करने की चुनौती खत्म हो गई। क्यूआर कोड के जरिए जानकारी हासिल की जा सकती है। इसके अलावा, एसीएफ ने सरकारी दिशानिर्देशों, कृषि क्षेत्र पर अपडेट प्रदान करने और महामारी के दौरान खेतों में अभ्यास करने के लिए एहतियाती उपायों को अपलोड करने के लिए इसका लाभ उठाया। इस प्रकार, समुदायों को बेहतर व्यावसायिक निर्णय लेने में मदद की।
अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के निदेशक और सीईओ पर्ल तिवारी ने कहा, ‘आजीविका सृजित करने के लिए जहां प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना महत्वपूर्ण है, वहीं ज्ञान प्रवाह को बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। हम जिस चुनौती का सामना कर रहे थे, वह पठन सामग्री की कई प्रतियों को बनाए रखना था। डिजिटलीकरण के साथ, एसीएफ टीम ने किसानों के संकट को समाप्त करने के लिए एक समाधान विकसित किया। क्यूआर प्लेटफॉर्म ने किसानों के लिए सीखने का डिजिटलीकरण किया है और सूचनाओं का भंडार बनाने से हमारे सामुदायिक विकास प्रयासों को गति मिली है। यह एक स्थायी कल बनाने के हमारे दृष्टिकोण का समर्थन कर रहा है।’
किसानों को यह नवाचार बहुत पसंद आया है क्योंकि यह उन्हें एक बटन के क्लिक पर डेटा और जानकारी तक पहुंचने में सक्षम बनाता है। इस डिजिटल तकनीक को पेश करने से हर सत्र के बाद प्रशिक्षण सामग्री वितरित करने की पारंपरिक प्रथा से आगे बढ़ने में मदद मिली, इस प्रकार किसान खेतों में किसी भी परेशानी के समाधान के लिए प्रासंगिक जानकारी प्राप्त करने के लिए स्वतंत्र हो गए।