नई दिल्ली, 15 जुलाई, 2021- व्यापारियों के लिए भारत की अग्रणी फिनटेक कंपनी भारतपे ने आज अपने पीओएस कारोबार को बढ़ाने के लिए आक्रामक योजनाओं की घोषणा की। कंपनी ने घोषणा की है कि उसका लक्ष्य अपने पीओएस व्यवसाय (भारतस्वाइप) को 3 गुना बढ़ाना है और वित्त वर्ष 22 के अंत तक वार्षिक टीपीवी में यूएस डाॅलर 6 बिलियन का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में निजी पीओएस श्रेणी में नंबर 3 कंपनी भारतपे का लक्ष्य अपनी पहुंच को 5 गुना बढ़ाना और वित्त वर्ष 22 के अंत तक भारतस्वाइप को पूरे भारत के 80 शहरों में बेचना है। साथ ही, भारतपे ने ब्रांड साझेदारी को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने की योजना बनाई है, और पीओएस बिजनेस पर और मूल्य बढ़ाने के लिए उपभोक्ता ऋण की पेशकश की है।
भारतपे ने 2020 की दूसरी छमाही में अपनी परिवर्तनकारी कार्ड भुगतान स्वीकृति मशीन भारतस्वाइप को लॉन्च किया था। भारत की पहली शून्य किराये वाली स्वाइप मशीन भारतस्वाइप को शुरुआती दिनों से ही जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। यह व्यवसाय तेजी से बढ़ा है, और अब कंपनी के ट्रांजेक्शन प्रोसेस्ड वैल्यू (टीपीवी) में 20 प्रतिशत का योगदान देता है। आज भारतपे के पास देश के 16 शहरों में 1 लाख से अधिक भारतस्वाइप मशीनों का स्थापित आधार है और यह हर महीने 1400 करोड़ रुपए से अधिक के लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है। भारतस्वाइप को किराना स्टोर मालिकों, रेस्तरां मालिकों के साथ-साथ 4-5 आउटलेट वाले उद्यमियों और छोटे व्यापारियों से जबरदस्त रेस्पाॅन्स मिला है।
भारतपे की कामयाबी की चर्चा करते हुए कंपनी के ग्रुप पे्रसीडेंट सुहैल समीर ने कहा, “हमने अपने पीओएस कारोबार में अभूतपूर्व वृद्धि देखी है। मेरा मानना है कि यह हमारा परिवर्तनकारी व्यापार मॉडल है जिसने हमारे पक्ष में काम किया और छोटे व्यापारियों को जिसने आकर्षित किया। हमारे 60 प्रतिशत पीओएस मर्चेंट पहली बार कार्ड स्वीकृति मशीन के उपयोगकर्ता हैं और उद्योग की अग्रणी सक्रिय पीओएस मशीन दरों के साथ, हम मानते हैं कि यह कारोबार विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। हमने हाल ही में गौतम कौशिक (पूर्व एमडी और सीईओ पेबैक, पूर्व सीएफओ अमेरिकन एक्सप्रेस) का भी अपनी टीम में स्वागत किया है, जिनके नेतृत्व में यह कारोबार आगे बढ़ रहा है। हम चालू वित्त वर्ष में इस वर्टिकल को 3 गुना से अधिक बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। हम पीओएस कारोबार पर अपनी पहुंच 80 शहरों तक बढ़ाएंगे और वित्त वर्ष 22 के अंत तक 3 लाख मशीनें तैनात करेंगे। इसके अतिरिक्त, हम अपने पीओएस उपकरणों पर ग्राहक अनुभव को बढ़ाने के उद्देश्य से बैंकों, वित्तीय संस्थानों और ब्रांडों के साथ रणनीतिक साझेदारी भी तलाश रहे हैं। इसमें ‘बाय नाउ पे लेटर’ (बीएनपीएल) के रूप में ग्राहकों को क्रेडिट की पेशकश प्रदान करना भी शामिल है। हम अपने पीओएस उपकरणों में लॉयल्टी और रिवार्ड फीचर भी जोड़ेंगे, ताकि व्यापारियों के व्यवसाय के विकास में मदद मिल सके और उनकी दुकानों पर उपभोक्ताओं की संख्या में वृद्धि हो सके।’’
भारतस्वाइप मर्चेन्ट्स को जीरो ट्रांजेक्शन फीस के विकल्प के साथ क्रेडिट और डेबिट कार्ड की एक पूरी रेंज से भुगतान स्वीकार करने की अनुमति देता है। भारतस्वाइप के साथ, व्यापारी स्वाइप मशीन पर डायनमिक क्यूआर के माध्यम से क्यूआर भुगतान भी स्वीकार कर सकते हैं। इसके अलावा, भारतपे के यूपीआई क्यूआर के माध्यम से किए गए क्यूआर भुगतान के लिए रसीदें उत्पन्न करने की इसकी सुविधा डिवाइस की सबसे अधिक मांग वाली विशेषताओं में से एक है। हाल ही भारतपे ने अपने भारतस्वाइप मर्चेंट्स के लिए ‘हॉलिडे सेटलमेंट’ फीचर भी लॉन्च किया। यह सुविधा व्यापारियों को बैंक में अवकाश होने पर भी निपटान स्वीकार करने की अनुमति देती है, जिससे हर समय लिक्विडिटी सुनिश्चित होती है।
भारतपे के बारे में
भारतपे की स्थापना फाइनेंशियल इनक्लूजन को भारतीय व्यापारियों के लिए एक वास्तविकता बनाने के उद्देश्य के साथ 2018 में अशनीर ग्रोवर और शाश्वत नकर्णी ने की थी। भारतपे ने देश का पहला यूपीआई इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड, पहली जीरो एमडीआर भुगतान स्वीकृति सेवा और पहली यूपीआई भुगतान समर्थित मर्चेंट कैश एडवांस सेवा लॉन्च की। 2020 में कोविड के बाद भारतपे ने भारत का एकमात्र जीरो एमडीआर कार्ड स्वीकृति टर्मिनल – भारत स्वाइप भी लॉन्च किया। वर्तमान में 100 से ज्यादा शहरों में 65 लाख से अधिक व्यापारियों को सेवा देने वाली यह कंपनी यूपीआई ऑफलाइन लेनदेन में अग्रणी है, जिसके पास प्रति माह 10 करोड़ से अधिक यूपीआई लेनदेन प्रोसेस होते हैं (वार्षिक लेन-देन प्रोसेस्ड वैल्यू 10 बिलियन अमेरिकी डाॅलर)। लॉन्च के बाद से कंपनी पहले ही 1800 करोड़ रुपए से अधिक के डिस्बर्समेंट की सुविधा अपने कारोबारी साझेदारों को प्रदान कर चुकी है। भारतपे का पीओएस कारोबार बढ़कर प्रतिमाह 1400 करोड़ रुपए से अधिक हो गया। भारतपे ने अब तक इक्विटी और ऋण के जरिये 300 मिलियन डाॅलर जुटाए हंै। कंपनी के मार्की निवेशकों की सूची में कोएट्यू मैनेजमेंट, रिबबिट कैपिटल, इनसाइट पार्टनर्स, स्टीडव्यू कैपिटल, बीनेक्स्ट, एम्प्लो और सेक्विया कैपिटल शामिल हैं। जून 2021 में, कंपनी ने 100 मिलियऩ सदस्यों के साथ देश की सबसे बड़ी मल्टी-ब्रांड लॉयल्टी प्रोग्राम कंपनी, पेबैक इंडिया के अधिग्रहण की घोषणा की। जून 2021 में, सेंट्रम ग्रुप की स्थापित और लाभदायक एनबीएफसी शाखा, सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (सेंट्रम) के साथ साझेदारी में, इसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा एक लघु वित्त बैंक स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल गई है।