भारत, 02 July, 2021: उभरते बाजारों की अग्रणी कंपनी गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) और मानसिक स्वास्थ्य के लिये डिजिटल प्लेटफॉर्म इनरऑवर ने मिलकर स्वास्थ्यरक्षा पेशेवरों के लिये माइंड केयर+ प्रोग्राम की पेशकश की है। जीसीपीएल सीएसआर से सहयोग प्राप्त, इस पहल के माध्यम से इनरऑवर 5 मिलियन से ज्यादा डॉक्टरों, नर्सों और फ्रंटलाइन हेल्थकेयर प्रोफेशनल (एचसीपी) के व्यापक प्रतिनिधित्व तक पहुँचेगा। इस प्रकार, कोविड-19 महामारी के कारण उनको हुए तनाव, एंग्जाइटी और डिप्रेशन से निपटने का प्रयास किया जाएगा।
कोविड-19 के विरूद्ध लड़ाई में एचसीपी सबसे आगे रहे हैं। एचसीपी को संक्रमण के उच्च जोखिम और साथ ही रोगियों के प्रति अपने कर्तव्य की भावना तथा अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखने की जरूरत ने मानसिक रोगों के लिये ज्यादा संवेदनशील बना दिया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार, अप्रैल 2020 से लेकर अब तक कम से कम 40% डॉक्टर कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं और 1000 से ज्यादा डॉक्टरों की जान गई है। इस परिदृश्य में, एचसीपी को मानसिक रोगों, जैसे एडिक्शन, अनिद्रा, तनाव, एंग्जाइटी और डिप्रेशन होने का ज्यादा जोखिम है। प्रभावशाली प्रबंधन और परामर्श के माध्यम से महामारी के विरूद्ध एचसीपी के प्रयासों में उनकी सहायता करने के लिये माइंड केयर+ जुलाई, 2021 से निशुल्क थेरैपी सेशंस की शुरूआत करेगा।
भारत इस महामारी से पहले भी मानसिक स्वास्थ्य के संकट का सामना कर रहा था। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, विश्व में प्रत्येक 4 में से एक व्यक्ति को कोई न कोई मानसिक रोग है। भारत में ऐसे 200 मिलियन से ज्यादा लोग हैं, जिन्हें विविधतापूर्ण तीव्रता वाले मानसिक रोग हैं। मौजूदा कोविड-19 महामारी ने इस स्थिति को और भी खराब कर दिया। इनरऑवर ऐसे माहौल में जरूरतों के अभाव को दूर करता है, जहाँ अपने भावनात्मक कष्ट को व्यक्त करना ओछी बात समझी जाती है। लोग पूरी निजता के साथ ऑन-कॉल थेरैपी और सेल्फ-हेल्प टूल्स के एक सेट के माध्यम से सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
इस एप्प-बेस्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से इनरआवर लोगों के लिये निशुल्क जाँचों, कॉग्निटिव बिहेवियर थेरैपी टूल्स (सीबीटी) की एक श्रृंखला, व्यक्तिपरक कंटेन्ट, और एक व्यक्ति के लिये एक व्यक्ति द्वारा सहयोग की पेशकश करता है। डिजिटल सेल्फ-हेल्प टूल्स के अलावा, यूजर्स भारत के 150 शहरों में 120 से अधिक अत्यंत निपुण और अनुभवी थेरैपिस्ट्स के एक नेटवर्क को एक्सेस कर सकते हैं।
इस पहल पर अपनी बात रखते हुए, इनरऑवर के फाउंडर और सीईओ डॉ. अमित मलिक ने कहा, ‘’यह प्लेटफॉर्म तनाव, एंग्जाइटी, डिप्रेशन, दुख और सदमे जैसी मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियों का सामना कर रहे भारतीयों के लिये पहुँच और उपचार के अभाव को दूर करने के लिये बना है। महामारी के कारण स्वास्थ्यरक्षा पेशेवर लगातार काम कर रहे हैं और उन पर कोविड-19 के और अन्य रोगियों को अच्छी देखभाल देने का भारी दबाव है। माइंड केयर+ के साथ हम सेल्फ–हेल्प टूल्स और दूर से दी जाने वाली परामर्श सेवाओं द्वारा अपने साथी स्वास्थ्यरक्षा पेशेवरों को सहयोग देने के लिये प्रतिबद्ध हैं।‘’
इस गठजोड़ के बारे में, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) में भारत और सार्क के लिये सीईओ सुनील कटारिया ने कहा, ‘’जीसीपीएल में हम दो वर्ष से ज्यादा समय से कर्मचारी सहायता कार्यक्रम चला रहे हैं। इस पहल को अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और इसने मौजूदा समय की चुनौतियों से निपटने में कर्मचारियों की मदद की है। कोविड-19 के विरूद्ध हमारी लड़ाई में स्वास्थ्यरक्षा पेशेवर फ्रंटलाइन हीरोज हैं। हमें ऐसे पेशेवरों की बहुत फिक्र है, जिन्हें महामारी ने प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया है। यह पहल भारत में स्वास्थ्यरक्षा पेशेवरों के लिये हमारे कर्मचारी सहायता कार्यक्रम का विस्तार है, ताकि अक्रियता, सदमे के बाद के तनाव और एंग्जाइटी को दूर करने के लिये इलाज लेने में उनकी मदद की जा सके।‘’
अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के प्रयासों के माध्यम से गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) पिछले एक वर्ष से ज्यादा समय से सक्रियतापूर्वक सार्वजनिक स्वास्थ्यरक्षा प्रणाली को सहयोग दे रहा है। जीसीपीएल ने चिकित्सा आपूर्तियों, उपकरणों, ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर्स, स्वच्छता आपूर्तियों और सुरक्षात्मक साधनों की व्यवस्था कर उन्हें भारत के अस्पतालों को सौंपा है। कंपनी ने अस्पतालों में बेड्स की व्यवस्था करने में योगदान दिया है और आईसीयू बेड्स का सहयोग भी दिया है।
इनरऑवर के बारे में
वर्ष 2016 में संस्थापित इनरऑवर भारत और दुनिया में ऐसे लाखों लोगों के लिये मानसिक स्वास्थ्य का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो मानसिक स्वास्थ्य की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। इनरऑवर के बेहतरीन इंटरफेस ने एक विश्व-अग्रणी मेंटल हेल्थ एप के रूप में उसकी मौजूदगी को मदद दी है। इसे वर्ष 2020 में प्ले स्टोर इंडिया ने ‘बेस्ट एप फॉर गुड’ माना था और इससे पहले वह गूगल और फेसबुक के इंडिया एक्सीलेरेटर कोहोर्ट्स का हिस्सा थी। मई 2021 तक 1.3 मिलियन डाउनलोड्स के साथ, इनरऑवर की विश्व के 536 शहरों में मौजूदगी है, जिनमें से 150 शहर भारत के हैं। यह संस्था इनरऑवर एप के माध्यम से प्रमाणित थेरैपिस्ट्स के एक नेटवर्क तक पहुँच और कॉर्पोरेट प्रोग्राम्स, सेल्फ-हेल्प असेसमेंट्स की पेशकश करती है। डॉ. अमित मलिक और सामाजिक उद्यमी नेहा किरपाल द्वारा सह-संस्थापित इनरऑवर पूरी दुनिया में मानसिक रोगों से पीडि़त 200 मिलियन लोगों की सेवा के लिये तैयार है। वर्ष 2021 की शुरूआत में, इनरऑवर को लाइटबॉक्स से 5.2 मिलियन डॉलर की फंडिंग मिली थी।