मुंबई, 08 सितंबर, 2021- सार्वजनिक क्षेत्र के एक प्रमुख बैंक, बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने को-लैंडिंग के लिए अहमदाबाद स्थित एनबीएफसी मैसर्स. एमएएस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमएएस) के साथ समझौता किया है।
बीओआई ने अपने 116वें स्थापना दिवस के अवसर पर एमएएस के साथ रणनीतिक को-लैंडिंग के लिए यह नई व्यवस्था करने की घोषणा की।
बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ श्री अतनु कुमार दास ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अनौपचारिक क्षेत्र के लिए एनबीएफसी कवरेज का उपयोग करके ऋण प्रवाह को बढ़ाने के लिए आरबीआई ने को-लैंडिंग व्यवस्था की शुरुआत की है। यह सेवा खास तौर पर ऐसे क्षेत्रों के लिए की गई है जहां बैंकिंग और लैंडिंग संबंधी सुविधाएं या तो बिलकुल ही उपलब्ध नहीं हैं अथवा बहुत कम हैं। बीओआई एमएसएमई पोर्टफोलियो बनाने के लिए एनबीएफसी की पहुंच का लाभ उठाएगा।
बैंक ऑफ इंडिया ने आज अपने सभी 10 राष्ट्रीय बैंकिंग समूह (एनबीजी) कार्यालयों, 59 क्षेत्रीय कार्यालयों, 5,084 घरेलू और 23 विदेशी शाखाओं और 5,323 एटीएम के माध्यम से अपना 116वां स्थापना दिवस मनाया, जो भारतीय बैंकिंग उद्योग में इसकी शानदार मौजूदगी का प्रमाण है।
बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना 7 सितंबर, 1906 को प्रतिष्ठित व्यापारियों के एक समूह द्वारा की गई थी और बाद में जुलाई 1969 में 13 अन्य बैंकों के साथ इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया था। पिछले 100 से अधिक वर्षों में, बैंक डिजिटल उपकरणों और प्लेटफार्मों सहित नवीन प्रणालियों, उत्पादों और सेवाओं को पेश करने में सबसे आगे रहा है, जिसने सुविधा बैंकिंग को एक नए स्तर पर ला खड़ा किया है।
116 साल का शानदार सफर पूरा होने के अवसर पर बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ अतनु कुमार दास ने सभी ग्राहकों, हितधारकों और शुभचिंतकों का बैंक में विश्वास व्यक्त करने और यात्रा के हर कदम पर इसका समर्थन करने के लिए आभार व्यक्त किया।
बैंक ने इस विशेष अवसर को यादगार बनाने के लिए ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ भी मनाया कर विशेष अवसर और राष्ट्र और उसके नागरिकों की सेवा जारी रखने का संकल्प लिया। समारोह के हिस्से के रूप में, बैंक ने एक लघु फिल्म ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ को भी लॉन्च किया। इस लघु फिल्म में पिछले 116 वर्षों में बैंक की गौरवशाली यात्रा और राष्ट्र निर्माण में इसके योगदान को दर्शाया गया है।
बैंक ऑफ इंडिया ने और भी अनेक नए कदम उठाए हैं। जैसे कि वृक्षारोपण, 8,718 बालिकाओं को उनकी शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना और ग्राहक आउटरीच कार्यक्रमों की शुरुआत। बैंक ने अन्य सीएसआर गतिविधियों को भी लागू किया है, जिनमें दृष्टिबाधित लोगों को स्मार्ट स्टिक प्रदान करना, और मुंबई के केईएम अस्पताल में गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त चिकित्सा जांच के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना शामिल है। बैंक ने अपने उन कर्मचारियों में से उन लोगों को विशेष श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने कोविड -19 के दौरान अपनी जान गंवाई। इसने खेल के क्षेत्र में अपने बहुमूल्य योगदान के लिए नव-नियुक्त खेल कर्मचारियों को भी सम्मानित किया।
इसके अलावा, बैंक ने किसानों के लिए विभिन्न नई योजनाओं की भी शुरुआत की है। इनमें किसान ऋणों की त्वरित प्रोसेसिंग के लिए 84 स्टार कृषि विकास केंद्र खोलना, फार्म हाउसों के निर्माण के लिए कृषिघर विशेष योजना, कोविड -19 से उपजे दबाव को कम करने के लिए स्टार किसान सहायता ऋण; और कृषि मशीनीकरण के लिए एक विशेष योजना। बैंक ऑफ इंडिया ने 5,587 करोड़ रुपये के जीईसीएल संवितरण के साथ कोविड -19 से प्रभावित उधारकर्ताओं की सहायता की और मौजूदा ग्राहकों को कोविड -19 के इलाज के लिए चिकित्सा खर्चों को पूरा करने में मदद करने के लिए स्टार कवच पर्सनल लोन लॉन्च किया।
टैक्नोलॉजी के मोर्चे पर बैंक ऑफ इंडिया ने क्रेडिट कार्ड ग्राहकों के लिए अपनी वेबसाइट पर डिजी लॉकर, बिजनेस व्हाट्सएप और वेब मॉड्यूल लॉन्च किया। उद्यमियों के लिए, बैंक ने रुपे सेलेक्ट इंटरनेशनल कॉन्टैक्टलेस डेबिट कार्ड, बेहतर ग्राहक अनुभव के लिए बीओआई मोबाइल ऐप के माध्यम से एक एकीकृत यूपीआई, व्यापारियों और ग्राहकों दोनों के लिए यूपीआई क्यूआर कोड, और बेहतर सुरक्षा, बेहतर बैकअप और आपदा वसूली सुविधाओं के साथ डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम (डीएमएस) को भी लॉन्च किया।
बैंक ऑफ इंडिया ने अपने सर्वश्रेष्ठ ग्रेडेड 43 आरएसईटीआई के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को स्थायी आजीविका के लिए कौशल विकास को प्रोत्साहित किया, जिसने ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को क्रेडिट लिंकेज के माध्यम से रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान किया। स्थापना दिवस पर बैंक उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में आरएसईटीआई के नए परिसर का उद्घाटन कर रहा है। बैंक ने ‘पीएम स्वानिधि’ योजना के तहत वित्त प्रदान करके कई स्ट्रीट वेंडरों को भी सपोर्ट किया और शीर्ष 10 उधारदाताओं में चौथा स्थान हासिल किया। बैंक ऑफ इंडिया प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) के तहत लक्ष्य हासिल करने वाला पहला बैंक भी बन गया है।
पिछले एक साल में, बैंक ऑफ इंडिया ने कई पुरस्कार जीते, जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एमडी और सीईओ और कार्यकारी निदेशक के साथ-साथ पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) की ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बैंक 2020-21 के लिए एपीवाई वार्षिक पुरस्कार भी शामिल हैं। बैंक ने बैंकिंग श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ साइबर सुरक्षा पहल के लिए बीएफएसआई एक्सीलैंस अवार्ड 2021 भी हासिल किया है। इसके अलावा, बैंक ने क्यूआरकैश 2020 के लिए ‘प्रोडक्ट इनोवेशन’ श्रेणी में इंफोसिस फिनेकल क्लाइंट इनोवेशन अवार्ड जीता। बैंक ऑफ इंडिया को वर्ल्ड एचआरडी कांग्रेस की तरफ से ‘एचआर लीडरशिप अवार्ड 2021’ और डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम कैटेगरी में ‘स्कॉच अवार्ड 2021 सिल्वर फॉर एक्सीलैंस इन टैक्नोलॉजी’ भी जीता है।