मुंबई, 03 सितंबर, 2021: एडटेक लीड 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने के लिए, 2000 से अधिक पार्टनर स्कूलों के 20,000 से अधिक टीचर्स, प्रिंसिपल्स और स्कूल मालिकों के लिए अभिनव बिन्द्रा के एक मोटिवेशनल सेशन की मेजबानी करेगा। हमारे देश में कई सफल चैम्पियंस हुए हैं, लेकिन किसी ऐसे को ढूंढना बहुत मुश्किल है, जिसने दुनिया में उच्चतम स्तर पर सफलता पाई हो और फिर विजेताओं की अगली पीढ़ी की कोचिंग/मेंटरिंग के लिये स्कूल तक बना दिया हो। श्री बिन्द्रा ओलंपिक खेलों में इंडिविजुअल गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय हैं। वे अक्सर कहते हैं कि उन्हें गोल्ड जीतकर खुशी है, लेकिन वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ऐसा करने वाले वे देश में अकेले व्यक्ति न रहें! देश के उन स्कूल मालिकों में भी ऐसा ही जुनून दिखता है, जिन्होंने सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद स्कूल चलाए हैं, शिक्षकों को सशक्त किया है और हमारे देश की अगली पीढ़ी के निर्माण हेतु काम किया है।
श्री बिन्द्रा एक एथलीट होने से लेकर अपनी खुद की एकेडमी चलाने और जमीनी स्तर पर भारत के एथलीट्स की मेंटरिंग करने तक के अपने सफर के बारे में बताएंगे। वे एक गैर-लाभकारी एकेडमी का प्रबंधन करने वाले व्यक्ति और एक एथलीट के तौर पर अपनी जिन्दगी के सबक और अनुभव बताएंगे। वे यह भी बताएंगे कि उनके रास्ते में कैसी रुकावटें आई थीं और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने में उनकी मदद किसने की। लीड ऑडियंस को बिन्द्रा के साथ बात करने का मौका देगा, ताकि वे टीचिंग के नये माहौल में अपनी शंकाओं और चुनौतियों को दूर कर सकें।
टीचर्स और प्रिंसिपल्स अपने स्टूडेंट्स को बेहतरीन शिक्षा देते रहें, इसके लिये उनका कौशल बढ़ाने और उन्हें सशक्त करने हेतु लीड अपनी लीड एकेडमी के तहत एक सर्टिफिकेशन प्रोग्राम भी लॉन्च कर रहा है। इस प्रोग्राम से उन्हें विकास की सोच विकसित करने, ऑनलाइन टीचिंग में जरूरी कुशलताएं सीखने और भावनात्मक तथा सामाजिक समर्थन जुटाने में मदद मिलेगी।
लीड के को-फाउंडर और सीईओ सुमीत मेहता ने कहा, “महामारी के दौरान पूरे भारत के स्कूल मालिक कठिन समय से गुजरे हैं। उन्हें स्टूडेंट्स के लिये एज्युकेटर और टीचर्स के लिये मेंटर बनकर पूरे इकोसिस्टम को संभालना पड़ा। मुझे यकीन है कि श्री बिन्द्रा को इस पर सुनना दिलचस्प होगा कि वे एक एथलीट से दूसरे एथलीट्स के मेंटर कैसे बने।
राज्य सरकारें और विभिन्न अन्य कमिटीज स्कूलों को सुरक्षित ढंग से दोबारा खोलने का रोडमैप ढूंढ रही हैं और शिक्षक दिवस जैसे खास मौके पर स्कूलों को दोबारा खोलने से बेहतर उपहार टीचर्स के लिये हो ही नहीं सकता। अध्यापन में टेक्नोलॉजी को जोड़ने से बच्चों के लिये ज्यादा अवसर खुलेंगे, वे भविष्य के लिये तैयार होंगे और अपने जीवन में उत्कृष्टता अर्जित करने में उन्हें मदद मिलेगी।
आइजैक न्यूटन का प्रसिद्ध कथन है कि ‘’मैं विशालकाय लोगों के कंधों पर खड़ा होकर ही आगे की ओर देख पाया हूँ।‘’ इस शिक्षक दिवस पर लीड ऐसे अनदेखे विशालकाय लोगों, यानि स्कूल मालिकों और प्रिंसिपल्स को सराहेगा, जिनके चौड़े कंधे हमारे भविष्य के कर्मचारियों को प्रेरक शिक्षा निर्मित करने में समर्थ बनाते हैं।
लीड के विषय में
लीड का प्रमोशन लीडरशिप बॉलेवार्ड करता है और यह भारत में सबसे तेजी से बढ़ रहीं एडटेक (एजुकेशन टेक्नोलॉजी) कंपनियों में से एक है। लीड शिक्षा देने और सीखने की एक एकीकृत प्रणाली में टेक्नोलॉजी, पाठ्यक्रम और अध्यापन को जोड़ता है और इस प्रकार देशभर के स्कूलों में स्टूडेंट का सीखना और टीचर का प्रदर्शन बेहतर बनाता है। 20 राज्यों में टीयर 2 से लेकर टीयर 4 शहरों समेत 400 से अधिक शहरों में लीड के 2000 से अधिक पार्टनर स्कूल हैं, जहाँ लगभग 8 लाख से अधिक स्टूडेंट्स पढ़ते हैं।