पिछले साल अनेक मोर्चों पर उठाए गए शानदार कदमों के कारण यस बैंक अब रिकवरी मोड से बाहर निकल रहा है। निजी क्षेत्र के इस अग्रणी बैंक ने अपने संचालन और लागत को अनुकूलित करने और प्रमुख मापदंडों को मजबूत करने में काफी लाभ कमाया – जो कि विभिन्न रेटिंग एजेंसियों द्वारा जारी रिपोर्टों से भी जाहिर होता है।
यस बैंक के चेयरमैन सुनील मेहता ने 17वीं वार्षिक आम बैठक में हितधारकों को आश्वासन दिया कि बैंक गवर्नेंस, कॉम्प्लायंस और रिस्क संबंधी सभी पुराने मुद्दों से निपटने में सफल रहा है और अब मजबूत और दीर्घकालिक विकास के लिहाज से भविष्य के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि यह परिवर्तन ग्राहकों और हितधारकों द्वारा संस्था के मूल सिद्धांतों में जताए गए अत्यधिक विश्वास के कारण संभव हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया भर में व्यवसायों के सामने आने वाली अभूतपूर्व परिस्थितियों के बीच, यस बैंक ने वित्त वर्ष 2021 की पहली तीन तिमाहियों में लाभप्रदता की स्थिति को हासिल किया और बैंक के स्टेªेस्ड एसेट्स के लिए आवश्यक प्रावधान करते हुए इस बोझ को वित्त वर्ष 2022 तक आगे बढ़ने से रोका। विभिन्न एजेंसियों द्वारा ऊंचे दर्जे की रेटिंग प्रदान करने से स्पष्ट होता है कि हमने प्रमुख मापदंडों को मजबूत करने और अपने संचालन और लागत को अनुकूलित करने में महत्वपूर्ण लाभ कमाया है।’’
बैंक ने अपनी जमाराशियों में 55 प्रतिशत की वृद्धि के माध्यम से और अपने ग्राहकों की सुरक्षा और आराम के लिए प्रमुख बैंकिंग सेवाओं के डिजिटलीकरण में तेजी लाकर एक मजबूत प्रदर्शन किया है। साथ ही, इसने समुदायों को सुरक्षित रखने के लिए कई पहल की हैं और सफलतापूर्वक विस्तृत प्रोटोकॉल स्थापित किए हैं। इसके अलावा, पर्यावरणीय और सामाजिक जोखिमों को ध्यान में रखते हुए बैंक की मुख्य व्यवसाय रणनीति में ईएसजी विचारों को एकीकृत किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘बोर्ड स्तर पर लिए गए निर्णयों के बाद संचालन संबंधी कार्यों में कई बदलाव किए गए हैं और इस तरह बैंक निरंतर सुधार और नवाचार के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। यह चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक के प्रदर्शन से भी यह स्पष्ट है – सालाना आधार पर 355 प्रतिशत लाभ बढ़कर 207 करोड़ रुपये हो गया, जो 10 तिमाहियों में सबसे अधिक है। पिछले वर्ष की तुलना में 102 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 9.06 बिलियन यूपीआई लेनदेन के रिकॉर्ड के साथ डिजिटलीकरण पर बैंक ने अपने फोकस को और बढ़ाया है, जिसने बैंक को उद्योग में एक अग्रणी के रूप में स्थापित किया है। कुल मिलाकर, वित्त वर्ष 2021 के लिए परिचालन लाभ में पिछले वर्ष की तुलना में 42 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो बैंक के ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस में एक मजबूत सुधार का संकेत देता है।’’
यस बैंक ने पूंजी, लिक्विडिटी, लागत, विकास, जोखिम, स्ट्रेस्ड एसेट्स और शासन की अपनी रणनीतिक प्राथमिकताओं के बारे में अपनी स्थिति को पहले से अधिक मजबूत किया है। हाल ही में, इंडिया रेटिंग्स ने यस बैंक की दीर्घकालिक जारीकर्ता रेटिंग के तौर पर ‘बीबीबी’ की पुष्टि की थी और क्रिसिल ने यस बैंक के टियर टू बॉण्ड्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉण्ड्स को ‘बीबीबी’ से ‘बीबीबी+’ पर अपग्रेड किया था, जो कि अधिक स्थिरता और पर्याप्त पूंजी स्तरों को दर्शाता है।