Editor – Dinesh Bharadwaj
देश के सभी प्रधानमंत्री अखण्डता, प्रभुत्ता और विकास के लिए समर्पित थे: रशीद किदवई।
जयपुर। प्रभा खेतान फाउंडेशन और ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन के तत्वाधान में लेखक रशीद किदवई की पुस्तक ‘भारत के प्रधानमंत्री’ का आज विमोचन पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी ने किया। श्री सीमेंट इस कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता है और वी केयर इसके सहयोगी है। लेखक रशीद किदवई के साथ संवाद टॉर्क जर्नलिज्म के फाउंडर अविनाश कल्ला ने किया।
बातचीत के दौरान रशीद किदवई ने अपनी किताब के बारे में बात करते हुए बताया कि, ‘भारत के प्रधानमंत्री’ पुस्तक में देश-दशा-दिशा के बारें में विस्तार से बताया गया है। इसमें भारत के 15 प्रधानमंत्रियों और कार्यवाहकों का जिक्र किया गया है। उनकी प्रमुख घटनाओं, अनछुये पहलुओं, कश्मीर मुद्दे जैसे विषयों का इस पुस्तक में शामिल किया गया है। इस पुस्तक की प्रस्तावना पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने की है। यह मेरी हिन्दी में पहली किताब है। हिन्दी में लिखने के पीछे इसकी मूलभावना है कि यह ज्यादा से ज्यादा पाठकों तक पहुंचे। मैनें यह पुस्तक अपनी राय से नहीं लिखकर साक्षी भाव से लिखी है और इसमें रोचक घटनाओं को शामिल किया गया है।
पुस्तक के एक किस्से के बारें में बताते हुये रशीद किदवई ने बताया कि जब लाल बहादुर शास्त्री से पूछा गया कि जवाहर लाल नेहरू के बाद आप किसे प्रधानमंत्री के रूप में किसे देखना चाहते हो तो उन्होनंे कहा कि मैं इतना भी साधु पुरूष नहीं हूं और देश का प्रधानमंत्री कौन नहीं बनना चाहेगा। सभी प्रधानमंत्री देश की अखण्डता, प्रभुत्ता और विकास के लिए समर्पित रहे है। हमारे यहां राजनेताओं के ऊपर किताबें नहीं लिखी जाती है अपितु उनकी जीवनियां लिखी जाती है। इस पुस्तक के बाद मेरी इच्छा देश के सभी राष्ट्रपतियों पर लिखने की है। इस पुस्तक में जवाहर लाल नेहरू, गुलजारीलाल नन्दा, लालबहादुर शास्त्री, इन्दिरा गांधी, चरण सिंह, राजीव गांधी, विश्वनाथ प्रताप सिंह, पी.वी. नरसिम्हा राव, एच.डी देवेगौड़ा, इन्द्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी की विदेश नीतियों, सिनेमा के प्रति लगाव, कश्मीर मुद्दा जैसे विषयों को शामिल किया गया है।
वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारें में बताते हुये राशिद किदवई ने कहा कि सभी लोग नरेन्द्र मोदी की तुलना इन्दिरा गांधी से करते है पर उनके अंदर जवाहर लाल नेहरू की छवि देखने को मिलती है। नरेन्द्र मोदी व जवाहर लाल नेहरू में एक समानता यह है कि दोनों को सिनेमा जगत से बहुत लगाव रहा है।
राशिद किदवई एक भारतीय लेखक, पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं। सामुदायिक मामलों और हिन्दी सिनेमा पर भी इनकी विशेष पकड़ है। उन्होंने चर्चित किताब सोनिया गाँधी की जीवनी पर आधारित पुस्तक ‘सोनिया’ ए बायोग्राफी, कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पर आधारित पुस्तक ‘24 अकबर रोड़’, ‘द हाऊस ऑफ सिंधियाज़ः ए सागा ऑफ पॉवर, नेता-अभिनेताःबॉलीवुड स्टार पावर इन इंडियन पॉलिटिक्स, बैलट आदि समेत अनेकों पुस्तकें लिख चुके है।
प्रभा खेतान फाउण्डेशन एक गैर सरकारी संगठन है, जो की भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार एवं समाजिक कल्याण का कार्य करता है। इस संगठन द्वारा शिक्षा के स्तर, भारतीय कला एवं संस्कृति, साहित्य, महिलाओं को जीवनयापन हेतु सशक्त बनाना, वैश्विक मानवीय एवं पर्यावरण मुद्दों पर जागरूकता फैलाता है। प्रभा खेतान फाउण्डेशन ने भारत के विभिन्न शहरों में विषयाधारित कार्यक्रमों का सूत्रपात कर लेखकों, साहित्यकारों और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को मंच प्रदान करता है।