12 अक्टूबर, 2021- अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड ने होल्सिम समूह की अगुवाई के बाद साइंस बेस्ड टार्गेट्स इनशिएटिव (एसबीटीआई) के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन में कमी के अपने 2030 लक्ष्यों को विकसित और मान्य किया है। ये लक्ष्य ग्लोबल वार्मिंग को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे सीमित करने के लिए आवश्यक कटौती के साथ संबद्ध हैं। कंपनी ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन के रेस टू जीरो अभियान में शामिल होने के लिए ‘1.5 डिग्री सेल्सियस के लिए व्यावसायिक महत्वाकांक्षा’ प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर किए हैं।
अंबुजा सीमेंट ने 2020 के आधार वर्ष से 2030 तक स्कोप 1 और स्कोप 2 जीएचजी उत्सर्जन को 21 प्रतिशत प्रति टन सीमेंटिटियस सामग्री कम करने के लिहाज से प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इस लक्ष्य के साथ, अंबुजा सीमेंट इस समय सीमा में 1 जीएचजी उत्सर्जन को 20 प्रतिशत प्रति टन सीमेंटिटियस सामग्री और 2 जीएचजी उत्सर्जन को 43 प्रतिशत प्रति टन सीमेंटिटियस सामग्री से कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ और सीईओ इंडिया, होल्सिम श्री नीरज अखौरी ने कहा, ‘‘अंबुजा सीमेंट में, हम दीर्घकालिक विकास के लिए निरंतर समर्पित है और इसी दिशा में नियमित निवेश जारी रखना चाहते हैं और सभी परिचालन और परियोजना नियोजन में सस्टेनबिलिटी को शामिल करने का लक्ष्य रखते हैं। एसबीटी विकसित और मान्य होने के साथ, अंबुजा सीमेंट अब उद्योग के लिए एक महत्वाकांक्षी कम कार्बन अर्थव्यवस्था मॉडल को बढ़ावा देने वाली वैश्विक कंपनियों के समूह में शामिल हो गया है। होल्सिम समूह का हिस्सा होने और भारतीय सीमेंट उद्योग में अग्रणी होने के नाते, हमने रेस टू जीरो में शामिल होकर अपनी जलवायु परिवर्तन अनुकूलन क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक और कदम उठाया है। अंबुजा सीमेंट कंपनी इस तरह की सर्वाेत्तम प्रथाओं को लागू करना जारी रखेगी और ‘हमारे उद्योग में सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी और टिकाऊ कंपनी बनने’ के हमारे विजन को हासिल करने के लिए निरंतर सुधार की पहल को अपनाएगी।’’
इन लक्ष्यों के साथ, अंबुजा सीमेंट सीमेंट संचालन में अपनी कार्बन डाई ऑक्साइड तीव्रता को 2020 में 531 किलोग्राम से घटाकर 2030 तक 453 किलोग्राम शुद्ध कार्बन डाई ऑक्साइड प्रति टन सीमेंटिटियस सामग्री करने के लिए प्रतिबद्ध है। मूल कंपनी होल्सिम ग्रुप की नेट-जीरो प्लेज के अनुरूप, अंबुजा ने कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं, जैसे क्लिंकर फेक्टर को कम करना, थर्मल सब्सिटट्यूशन रेट में सुधार करना, थर्मल और विद्युत ऊर्जा की तीव्रता को कम करना, वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम को लागू करना और क्षमता बढ़ाना, अक्षय ऊर्जा उत्पादन, और नई टैक्नोलॉजी को पेश करना। अंबुजा सीमेंट कम कार्बन वाले उत्पादों और टिकाऊ समाधानों का समर्थन करना जारी रखेगी।
अंबुजा सीमेंट ने अपने विज्ञान आधारित लक्ष्यों को विकसित करने के लिए सीडीपी इंडिया के एसबीटीआई इनक्यूबेटर प्रोग्राम के साथ भागीदारी की है। विज्ञान-आधारित लक्ष्य (एसबीटी) कंपनियों को स्पष्ट रूप से परिभाषित डीकार्बाेनाइजेशन रोडमैप विकसित करने में सक्षम बनाता है जो पेरिस समझौते के लक्ष्यों के साथ जुड़ा हुआ है और नेट-जीरो ऊर्जा प्रणाली को बढ़ावा देता है। विज्ञान आधारित उत्सर्जन में कमी के लक्ष्यों के लिए प्रतिबद्ध होकर, अंबुजा सीमेंट ने खुद को उद्योग में एक ऐसी अग्रणी कंपनी के रूप में स्थान दिया है, जो इस क्षेत्र के कम कार्बन टिकाऊ भविष्य में परिवर्तन का रास्ता दिखा रही है।