05 अक्टूबर, 2021 : भारत की सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में से एक आईआईएफएल फाइनेंस ने आज कहा कि उसके खुदरा बॉन्ड बेस इश्यू को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और 27 सितंबर को जारी होने के केवल 5 दिनों में इसे 5.67 गुना ओवरसब्सक्राइब किया गया है। आईआईएफएल फाइनेंस ने कहा कि उन्हें 1 अक्टूबर तक 566.79 करोड़ रुपए की बिड्स मिली है। पब्लिक इश्यू की जल्दी बंद होने के विकल्प के साथ 18 अक्टूबर, 2021 को क्लोजिंग है। अलॉटमेंट ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर किया जाएगा।
फेयरफैक्स समर्थित आईआईएफएल फाइनेंस ने सुरक्षित रिडीमेबल नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) जारी किया है, जो कुल मिलाकर 100 करोड़ रुपए का है, जिसमें ग्रीन-शू विकल्प के साथ व्यापार वृद्धि और पूंजी वृद्धि के उद्देश्य से 900 करोड़ रुपए (कुल मिलाकर 1,000 करोड़ रुपए) तक का ओवर-सब्सक्रिप्शन बरकरार रखने का विकल्प है।
आईआईएफएल फाइनेंस के सीएफओ राजेश रजक ने कहा, ‘शुरुआती जबरदस्त प्रतिक्रिया को देखते हुए हम अगले कुछ दिनों तक इंतजार करेंगे और ऐसा ही रहा तो इसकी जल्दी क्लोजिंग भी हो सकती है। आवंटन ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर किया जाएगा।’ बॉन्ड इश्यू की सभी श्रेणियों रिटेल, इंडीविजुअल, कॉर्पोरेट और इंस्टीट्यूशनल, में मजबूत मांग देखी गई है जो आईआईएफएल समूह की 25 साल की विरासत और पब्लिक इश्यू में सफल ट्रैक रिकॉर्ड में निवेशकों के भरोसे का एक प्रमाण है।
आईआईएफएल बॉन्ड 60 महीनों की अवधि के लिए प्रति वर्ष 8.75 फीसदी का उच्चतम प्रभावी रिटर्न प्रदान करते हैं। कंपनी के मौजूदा बॉन्ड या इक्विटी शेयरधारकों के लिए प्रति वर्ष 0.25 फीसदी का इंसेटिव भी दिया जाएगा। एनएसडी 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने की अवधि में उपलब्ध है। ब्याज भुगतान की आवृत्ति मासिक, वार्षिक और परिपक्वता आधार पर 60 महीने की अवधि के लिए उपलब्ध है, जबकि अन्य अवधियों के लिए यह वार्षिक और परिपक्वता आधार पर उपलब्ध है।
क्रिसिल द्वारा क्रेडिट रेटिंग एए/स्टेबल और ब्रिकवर्क द्वारा एए$/नेगेटिव दी गई है, जो कि वित्तीय दायित्वों को समय पर पूरा करने के लिए उपकरणों को उच्च स्तर की सुरक्षा को इंगित करती है और इसमें बहुत कम क्रेडिट जोखिम होता है।
आईआईएफएल फाइनेंस की 2500 से अधिक शाखाएं हैं और 30 जून, 2021 तक 43,160 करोड़ रुपए की प्रबंधन के तहत ऋण संपत्तियां हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बुक 93 फीसदी रिटेल है – जो छोटी राशि के ऋणों पर केंद्रित है। आईआईएफएल फाइनेंस ने परिचालन के वर्षों में लगातार एनपीए के निम्न स्तर को बनाए रखा है और 2.21 फीसदी के सकल एनपीए और 1.02 फीसदी के शुद्ध एनपीए के साथ एसेट्स की अच्छी गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखा है।
वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में आईआईएफएल फाइनेंस ने 266 करोड़ रुपए के कर के बाद लाभ की सूचना दी, 19.7 फीसदी की इक्विटी पर मजबूत रिटर्न के साथ 735 फीसदी की वृद्धि हुई। इसके कई बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ मजबूत संबंध हैं।
इश्यू के लीड मैनेजर एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड और इक्विरस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड हैं। निवेशकों को तरलता प्रदान करने के लिए एनसीडी को बीएसई लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) में सूचीबद्ध किया जाएगा। आईआईएफएल बॉन्ड की फेस वैल्यू 1,000 है और सभी श्रेणियों में न्यूनतम आवेदन आकार 10,000 रुपए है।