जयपुर 19 अक्टूबर 2021 आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर ने जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (जेएचएसपीएच), बाल्टीमोर, यूएसएई के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ (एमपीएच) के कोहोर्ट-9 का उद्घाटन किया। एमपीएच कार्यक्रम को जेएचएसपीएच व आईआईएचएमआर की मूल ताकत का लाभ उठाकर डिजाइन किया गया है। यह भारतीय छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में बदलती सार्वजनिक स्वास्थ्य की स्थिति के लिए भी उन्हें तैयार करता है।
दो वर्षीय शैक्षणिक सत्र का बड़ा लक्ष्य छात्रों को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं के जवाब तलाशने में महत्वपूर्ण बहु-विषयक प्रशिक्षण प्रदान करना है। कोविड-19 महामारी के चलते जहां दुनिया भर में लाखों छात्रों विश्वविद्यालय परिसर से बाहर रह कर पढ़ने पर मजबूर हो गए हैं वहीं जेएचएसपीएच व आईआईएचएमआर इस दौरान व्यावहारिक प्रशिक्षण पर विशेष जोर देने की कोशिश कर रहे हंै, जिससे विद्यार्थियों को स्नातक से पहले महत्वपूर्ण व्यावहारिक अनुभव हासिल हो सके। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के एमपीएच पाठ्यक्रम को जेएचएसपीएच और आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के विशिष्ट संकायों द्वारा संयुक्त रूप से सार्वजनिक स्वास्थ्य और प्रबंधन के मुख्य क्षेत्रों में छात्रों की दक्षताओं को विकसित करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
डॉ. मेरी डेनियर वेस्ट, प्रोफेसर और चेयर मास्टर आॅफ पब्लिक हेल्थ प्रोग्राम जॉन हॉपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, यूएसए ने छात्रों और संकाय सदस्यों को कोहोर्ट-9 के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘दो प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी की साझेदारी के साथ वैश्विक एमपीएच कार्यक्रम न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य में बल्कि स्वास्थ्य प्रबंधन में विशेषज्ञता और ज्ञान के लिए आवश्यक कौशल से छात्रों को लैस करता है। यह स्नातकों के सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधित्व को प्रोत्साहित भी करता है।’ उन्होंने जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी, बाल्टीमोर, यूएसए के विंटर इंस्टीट्यूट में भाग लेने के लिए अध्ययन और यात्रा छात्रवृत्ति का उल्लेख किया, जहां छात्र जनवरी 2022 में जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (जेएचएसपीएच), बाल्टीमोर, यूएसए इंस्टीट्यूट की यात्रा करेंगे। डॉ मेरी ने दोनों यूनिवर्सिटी की साझेदारी को लेकर आभार व्यक्त किया जो कि भविष्य के इकोसिस्टम को आकार देने वाले छात्रों को तैयार करेगी। आईआईएचएमआर के संकाय सदस्य अपने स्नातकों के नए विचारों को आकार देने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का पूरा लाभ लेंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत के दौरान डॉ. डी के मंगल, प्रोफेसर, सलाहकार (एसडीजीएसपीएच), आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने उन लोगों को बधाई दी जिन्होंने जेएचएसपीएच, यूएसए और आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के बीच इस तरह के प्रतिष्ठित सहयोगी कार्यक्रम लाने के बारे में सोचा। उन्होंने कहा कि इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम को डिजाइन और स्थापित करने में वर्षों का समय लगा और आज यह एक सफल कार्यक्रम बनकर उभरा है। डॉ. मंगल ने आगे उल्लेख किया कि कैसे भारत, नेपाल, बांग्लादेश और मालदीव सहित विभिन्न देशों के छात्र इस कार्यक्रम से निकल कर सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
एसडीजी-एसपीएच के प्रभारी डीन डॉ विनोद एसवी ने कहा कि दोनों प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों – जेएचएसपीएच और आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के बीच शैक्षणिक सत्र छात्रों को जॉन्स हॉपकिन्स की सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञता और आईआईएचएमआर के स्वास्थ्य प्रबंधन ट्रैक रिकॉर्ड में उत्कृष्टता की उपलब्धि से लाभान्वित करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में काम कर रहे एमपीएच कार्यक्रम के पूर्व छात्र डॉ गोईपनाथ ने भी छात्रों को संबोधित किया और इस बात पर प्रकाश डाला कि जेएचएसपीएच संकाय कार्यक्रम की कोर पाठ्यक्रमों की सामग्री को तैयार करने में कैसे जेएचएसपीएच, आईआईएचएमआर संकाय के साथ काम करेगा।
डॉ सीमा मेहता, चेयरपर्सन, एमपीएच प्रोग्राम, एसोसिएट प्रोफेसर (आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर), एडजंक्ट प्रोफेसर (जेएचएसपीएच, यूएसए) ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ समारोह का समापन किया। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी ने 2013 से मार्गदर्शन करने में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इसने स्वास्थ्य प्रबंधन और सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्रों में अनुसंधान, शिक्षा और प्रशिक्षण के अवसरों और अग्रणी योगदान देने वाले छात्र दिए हैं। यूनिवर्सिटी इन क्षेत्रों में वर्षों से नेतृत्वकारी भूमिका में रही है।