मुंबई, 09 नवंबर 2021: सफायर फूड्स इंडिया लिमिटेड का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) (“ऑफर’’) 09 नवंबर 2021 को खुलेगा।
ऑफर का प्राइस बैंड 1,120 रुपये से 1,180 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है। बोली न्यूनतम 12 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 12 इक्विटी शेयरों के गुणकों में लगाई जा सकती है। आरंभिक सार्वजनिक पेशकश में 10 रुपये फेस वैल्यू के (“इक्विटी शेयर्स’’) 17,569,941 तक इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल शामिल है, जिसमें क्यूएसआर मैनेजमेंट ट्रस्ट द्वारा 850,000 इक्विटी शेयर्स, सफायर फूड्स मॉरीशस लिमिटेड (क्यूएसआर मैनेजमेंट ट्रस्ट के साथ, “प्रोमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर’’) द्वारा 5,569,533 इक्विटी शेयर्स, डब्ल्यूडब्ल्यूडी रूबी लिमिटेड द्वारा 4,846,706 इक्विटी शेयर्स, एमेथिस्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 3,961,737 इक्विटी शेयर्स, एएजेवी इनवेस्टमेंट ट्रस्ट द्वारा 80,169 इक्विटी शेयर्स, एडेलवीस क्रॉसओवर अपॉर्चुनिटीज फंड्स द्वारा 1,615,569 इक्विटी शेयर्स और एडेलवीस क्रॉसओवर अपॉर्चुनिटीज फंड-सीरीज II (डब्ल्यूडब्ल्यूडी रुबी लिमिटेड, एमेथिस्ट प्राइवेट लिमिटेड, एएजेवी इनवेस्टमेंट ट्रस्ट और एडेलवीस क्रॉसओवर अपॉर्चुनिटीज फंड्स के साथ, “इन्वेस्टर सेलिंग शेयरहोल्डर्स’’) द्वारा 646,227 इक्विटी शेयर्स की बिक्री शामिल है।
यह ऑफर प्रतिभूति अनुबंध (विनियमन) नियम, 1957 के नियम 19(2)(बी) के अनुसार किया जा रहा है, जिसे (“एससीआरआर”) के तौर पर संशोधित किया है और इसे सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (इश्यू ऑफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) 2018 के नियम 31, जोकि (“सेबी आईसीडीआर रेग्युलेशंस’’) के तौर पर संशोधित है, के साथ पढ़ा जाना ताहिए। यह प्रस्ताव सेबी आईसीडीआर विनियमों के विनियम 6(2) के मुताबिक बुक बिल्डिंग प्रोसेस के माध्यम से किया जा रहा है, जिसमें योग्य संस्थागत खरीदारों (“क्यूआईबी’’) (“क्यूआईबी हिस्सा’’) को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए शुद्ध प्रस्ताव का 75% से अधिक हिस्सा उपलब्ध नहीं होगा। कंपनी और बेचने वाले शेयरधारक (डब्ल्यूडब्ल्यू रुबी लिमिटेड को छोड़कर) बुक रनिंग लीड मैनेजर्स और बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के परामर्श से विवेकाधीन आधार पर क्यूआईबी हिस्से के 60% तक के हिस्से को एंकर या मुख्य निवेशकों को आवंटित कर सकते हैं।
एंकर इन्वेस्टर या मुख्य निवेशकों के भाग का एक तिहाई हिस्सा घरेलू म्यूचुअल फंड्स के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते कि एंकर इन्वेस्टर एलोकेशन प्राइस पर या उससे ऊपर घरेलू म्युचुअल फंड्स से वैध बोलियां प्राप्त हों। क्यूआईबी हिस्से का 5% (एंकर निवेशक हिस्से को छोड़कर) आनुपातिक आधार पर केवल म्यूचुअल फंड के आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, और शेष क्यूआईबी हिस्सा सभी क्यूआईबी बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों के अलावा) के लिए आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, जिसमें म्यूचुअल फंड भी शामिल है और यह ऑफर मूल्य पर या उससे ऊपर प्राप्त होने वाली वैध बोलियों के अधीन है। हालांकि, अगर म्यूचुअल फंड से कुल मांग क्यूआईबी हिस्से के 5% से कम है, तो म्यूचुअल फंड हिस्से में आवंटन के लिए उपलब्ध शेष इक्विटी शेयरों को क्यूआईबी के आनुपातिक आवंटन के लिए शेष क्यूआईबी हिस्से में जोड़ा जाएगा। यदि प्रस्ताव का कम से कम 75% क्यूआईबी को आवंटित नहीं किया जा सकता है, तो हमारी कंपनी द्वारा प्राप्त बोली राशि वापस कर दी जाएगी।
इसके अलावा, ऑफर का 15% हिस्सा गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा और प्रस्ताव का 10% सेबी आईसीडीआर विनियमों के मुताबिक खुदरा व्यक्तिगत बोलीदाताओं (“आरआईबी”) को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। यह ऑफर प्राइस या उससे अधिक पर उन्हें प्राप्त होने वाली वैध बोलियों के अधीन है। एंकर निवेशकों के अलावा सभी बोलीदाताओं को अनिवार्य रूप से अपने संबंधित बैंक खातों (आरआईबी के मामले में यूपीआई आईडी सहित) का विवरण प्रदान करके ऐप्लीकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड अमाउंट (“एएसबीए”) के माध्यम से ऑफर में भाग लेना आवश्यक है, जिसे सेल्फ सर्टिफाएड सिंडिकेट बैंकों (“एससीएसबी”) या यूपीआई तंत्र के माध्यम से, संबंधित बोली राशि की सीमा तक अवरुद्ध कर दिया जाएगा। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के माध्यम से एंकर निवेशक हिस्से में भाग लेने की अनुमति नहीं है।
विवरण के लिए, रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के पृष्ठ 418 पर शुरू होने वाली “प्रस्ताव प्रक्रिया” देखें।
रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के माध्यम से पेश किए गए इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध किया जाना प्रस्तावित है।