मुंबई, 26 नवंबर, 2021: देश में सर्वश्रेष्ठ श्रेणी की कम खर्चीली शिक्षा देने के लक्ष्य से भारत की अग्रणी स्कूल एडटेक कंपनी लीड ने एक नई पहल की घोषणा की है। इस पहल का लक्ष्य वर्ष 2022 में देश के 40,000 टीचर्स का कौशल उन्नयन (अपस्किल) करने और हर टीचर के लिये 150 टीचिंग आवर्स की बचत करेगा। यह घोषणा 19 नवंबर को 4,000 से ज्यादा स्कूलों के लिये वर्चुअल विधि से आयोजित लीड इनोवेशन कॉन्फरेन्स में की गई थी।
लीड ने लीड इनोवेशन कॉन्फरेन्स 2022 का आयोजन स्कूलों, स्टूडेंट्स और टीचर्स के लिये अग्रणी नवाचारों पर चर्चा के लिये किया था, जिनसे भारत में स्कूलिंग को नया आयाम मिलेगा। अपने नवाचारों के माध्यम से लीड कक्षा में स्टूडेंट की पढ़ाई को बेहतर करना, घर पर स्टूडेंट की पढ़ाई को बढ़ाना और टीचर्स को सुपर पावर देकर उनका जीवन बेहतर करना चाह रहा है। कॉन्फरेन्स में देशभर से लीड के पार्टनर स्कूल और टीचर्स मौजूद थे।
लीड अपनी लीड एकेडमी के माध्यम से अपने पार्टनर स्कूलों के टीचर्स की लगातार अपस्किलिंग कर रहा है और यह पहल स्कूल एडटेक में अपने प्रकार की पहली है। लीड टीचर एप से टीचर पढ़ाने की पद्धतियों, प्रक्रियाओं और व्यवहार कुशलताओं, जैसे कि संवाद, कार्यनीति, अंतरव्यक्तिगत कुशलता और अनुकूलन होने की योग्यता पर 200 से ज्यादा घंटों की प्रशिक्षण और प्रमाणन सामग्री तक पहुँच सकते हैं।
इस प्रमुख स्कूल एडटेक कंपनी ने आईहोमवर्क के लॉन्च की घोषणा भी की है, जिससे टीचर्स का हर दिन एक घंटा बचेगा, यानि एक साल में हर टीचर के वे 150 घंटे बचेंगे, जिन्हें टीचर्स अब किसी ज्यादा उत्पादक काम के लिये इस्तेमाल कर सकते हैं।
टीचर रोजाना होमवर्क की तैयारी और मूल्यांकन में बहुत समय खर्च करते हैं। आईहोमवर्क टीचर्स को होमवर्क के तैयार विकल्पों (एमसीक्यू, वीडियो, क्विज़, रिक्त स्थानों की पूर्ति, आदि) की विभिन्न किस्मों का ऐक्सेस देकर इसमें बदलाव करता है और ऐप पर केवल एक क्लिक करने से रोजाना निर्देश भेजता है। इस नवाचार से उन्हें यह जानने में मदद मिलती है कि होमवर्क किसने पूरा किया है, किसने नहीं और इसके हिसाब से वे रिमाइंडर दे सकते हैं। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्नों (ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस) और छोटे उत्तरों को सही करने की क्षमता भी है, क्योंकि यह लगभग हर प्रकार की हैण्डराइटिंग को पढ़ सकता है। दूसरे मामलों में, टीचर पढ़ने और ऐपप पर सही करने के लिये जूम-इन कर सकते हैं और स्टूडेंट्स को उनके प्रदर्शन के लिये पुरस्कृत कर सकते हैं। यह फीचर स्टूडेंट्स की पढ़ाई की कमियाँ भी बताता है और टास्क के आधार पर सुधार करने की योजना बताता है।
लीड के को-फाउंडर और सीईओ, सुमीत मेहता ने कहा कि, “लीड में हम लगातार नवाचार कर रहे हैं, ताकि स्कूल एडटेक स्पेस के हर साझीदार को सशक्त कर सकें, जैसे कि कक्षा और घर में स्टूडेंट्स के लिये बेहतर पढ़ाई, टीचर्स के लिये प्रासंगिक कुशलताएं और संसाधन और स्कूलों के लिये अपनी भर्तियों के प्रभावी प्रबंधन हेतु जरूरी टूल्स।
टीचर्स के लिये वर्ष 2022 में हमारा लक्ष्य है उन्हें प्रासंगिक कुशलताओं से अपस्किल करना और हर टीचर के लिये 150 घंटे खाली समय निकालना, जिनका इस्तेमाल किसी ज्यादा उत्पादक और मायने रखने वाले काम के लिये किया जा सके। अपने आगामी नवाचारों से हमें उन्हें सुपर टीचर बनने के लिये सशक्त करने की उम्मीद है, जिससे स्टूडेंट्स को भी भविष्य का लीडर बनने में मदद मिलेगी।”
लीड के विषय में
लीड स्कूल एडटेक कैटेगरी में भारत की सर्वश्रेष्ठ कंपनी है और इसे लीडरशिप बुलेवार्ड प्रमोट करता है। लीड की शुरूआत वर्ष 2012 में सुमीत मेहता और स्मिता देवड़ा ने भारत में स्कूली शिक्षा का कायाकल्प करने के मिशन से की थी। यह कंपनी टेक्नोलॉजी, पाठ्यक्रम और अध्यापन को पढ़ाने और पढ़ने की एक एकीकृत प्रणाली में मिलाती है, जिससे देश के स्कूलों में स्टूडेंट्स की पढ़ाई के परिणाम बेहतर होते हैं और टीचर्स का परफॉर्मेंस भी। लीड आज 400 से ज्यादा शहरों के 2000 से ज्यादा स्कूलों को सेवा दे रहा है, 8 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स तक पहुँच चुका है और 10 हजार से ज्यादा टीचर्स को सशक्त कर रहा है। लीड का खोजपरक और अत्यंत प्रभावी ‘इंटीग्रेटेड लर्निंग सिस्टम’ उच्चतम गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान कर हर बच्चे की समग्र वृद्धि और विकास को बढ़ावा देने में स्कूलों, टीचर्स और पेरेंट्स की भूमिका को उल्लेखनीय ढंग से मजबूती देता है।