1. एंड्रोइड 12 के साथ 100 फीसदी इंटीग्रेटेड
क्लरओएस 12 के साथ ओप्पो ने स्टॉक एंड्रोइड 12 से युक्त 100 फीसदी इंटीग्रेशन हासिल किया है, जो सिक्योरिटी और प्राइवेसी फीचर्स को बेहतर बनाता है। प्राइवेसी डैशबोर्ड, माइक्रोफोन और लोकेशन डेटा, कैमरा के इस्तेमाल के लिए ऐप्स के उपयोग की परमिशन और वास्तव में यूज़ किए गए डेटा के बारे में डिस्प्ले देता है, जिसे देखकर यूज़र खुद इस यूसेज को मैनेज कर सकता है। हर ऐप्लीकेशन केे लिए परमिशन और लिमिट तय की जा सकती है, जिससे डेटा का मिसयूज़ होने की संभावना नहीं रहती और यूज़र अपने मन की शांति बनाए रखते हुए ऐप्स का उपयोग कर सकता है।
2. प्राइवेस फीचर्स
ऐप्स की परमिशन यूसेज (कैमरा, माइक्रोफोन और लोकेशन) रिकॉर्ड हो जाती है और यूज़र के लिए डैशबोर्ड पर डिस्प्ले होती है। यूज़र इसे चैक करके आसानी से मैनेज कर सकता है। जब ऐप्स, कैमरा या माइक्रोफोन पर मिशन का उपयोग करते हैं, तब उसका आइकन स्टेटस बार के दांयी ओर दिखाई देता है। जब ऐप लोकेशन परमिशन के लिए रिक्वेस्ट देता है, तब यूज़र दो विकल्पों में से एक को चुन सकता है- एप्रॉक्सीमेट लोकेशन और प्रेसाइज़ लोकेशन। इसके अलावा एंटी-पीपिंग फीचर को भी बेहतर बनाया गया है। ऑपरेटिंग सिस्टम ऑटोमेटिक तरीके से पहचान लेता है कि फोन का मालिक ही स्क्रीन देख रहा है, ऐसे में नोटिफिकेशन कंटेंट डिस्प्ले होता है, अन्यथ कंटेंट कोलाप्स हो जाता है।
3. बेहतर परफोर्मेन्स और बैटरी लाईफ
कलरओएस 12 के साथ ओप्पो ने कई चीज़ों को ऑप्टिमाइज़ किया है जो परफोर्मेन्स को बेहतर बनाती हैं। कंपनी दावा करती है कि इससे बैकग्राउण्ड पावर कन्ज़प्शन में 20 फीसदी और मैमोरी यूसेज़ में 30 फीसदी की कमी अई है, जिससे बैटरी लाईफ 12 फीसदी बढ़ी है। ओप्पो ने कस्टमाइज़ेशन के बेहतर विकल्पों के साथ वन-टैप पावर सेविंग मोड को भी बेहतर बनाया हैं आप मोबाइल हॉटस्पॉट को टर्न ऑफ कर सकते हैं, स्क्रीन रिफ्रैश रेट को कम कर सकते हैं, नाईट मोड को टर्न ऑन कर सकते हैं और इस तरह अपनी ओप्पो डिवाइस की बैटरी लाईफ को बेहतर बना सकते हैं।
4. शानदार डिज़ाइन
नया फ्रेमवर्क विभिन्न आकार और साइज़ की डिवाइसेज़ के साथ बेजोड़ अनुभव प्रदान करता है। यूआई लेआउट रीडन्डेन्सी को कम करता है और सटीक जानकारी देता है। कलरओएस 12- 13 भारतीय भाषाओं सहित 67 भाषाओं को सपोर्ट करता है, यह दुनिया के 140 देशों में 430 मिलियन यूज़र्स को कवर करता है; इसकी यूआई कॉपी में 22 भाषाओं में सुधार लाया गया है।
5. 3डी रेंडरिंग
नए 3 डी आइकन, कलरओएस के पिछले वर्ज़न की तरह एकदम क्लियर है, जिन्हें उसी ज्यॉमेट्रिकल पैटर्न और आधुनिक डिज़ाइन में रखा गया है। इस बार ओप्पो ने कुछ ज़्यादा किया है। हमने आइकन्स को थ्री-डाइमेंशनल बनाने के लिए इनमें लाईट्स और शैडो शामिल की है, ताकि ये वास्तविक दुनिया के फिज़िकल ऑब्जेक्ट्स जैसे दिखें।
6. वॉलपेपर आधारित थीमिंग इंजन
अब आप अपने फोन पर सभी सैटिंग्स को कलरफुल बनाकर अपनी पर्सनेलिटी को व्यक्त कर सकते हैं। वॉलपेपर का थीमकलर एल्गोरिदम के ज़रिए ऑटोमेटिक तरीके से डिटेक्ट किया जा सकता है। इससे एक कॉरेसपॉन्डिंग कलर थीम जनरेट होकर अप्लाई हो जाएगी।
7. गूगल लैंस इंटीग्रेशन
यह मौजूदा फीचर है, जो गूगल लैंस का उपयोग कर सुनिश्चित करता है कि आप वन-क्लिक फुल-स्क्रीन अनुवाद कर सकें और अनुवाद के परिणाम पॉप-अप विंडो में दिखाई देते हैं; इसमें 105 भाषाओं में प्लेन टेक्स्ट और पिक्चर्स के टेक्स्ट का अनुवाद किया जा सकता है। विदेशी भाषा की वेबसाईट देखते समय आप आसानी से इसका अनुवाद कर सकते हैं। कलर ओएस, गूगल लैंस के ज़रिए, ऐप्स, वेबपेज, इमेज में दिए गए टेक्स्ट को अनुवाद किया जा सकता है। आप आसानी से गूगल ट्रांसलेट को एक्टिवेट कर सकते हैं, 3 फिंगर स्क्रीनशॉट ले सकते हैं।
8. बैकग्राउण्ड में वीडियो स्ट्रीम
बैकग्राउण्ड स्ट्रीम का फीचर स्मार्ट साईडबार में होता है, यूज़र जब सपोर्टेड वीडियो ऐप खोलता है, तब यह दिखने लगता है। इससे वीडियो ऐप बैकग्राउण्ड में चलता रहा है और स्क्रीन लॉक हो जाती है तब आप ऑडियो को सुन सकते हैं, इस दौरान आपको एक ही ऐप में रहने की ज़रूरत नहीं होती।
9. बेहतर नियरबाय शेयर इंटीग्रेशन
नियरबाय शेयर के लिए एंट्री वाय-फाय पासवर्ड के क्यूआर कोड शेयरिंग पेज पर ऐड की जाती है जिससे आप वाय-फाय के पासवर्ड को शेयर कर सकते हैं और अपने पासवर्ड लीकेज की परेशानी के बिना अपने दोस्तों के साथ कनेक्ट हो सकते हैं।
10. क्विक रिटर्न बबल
नए बबल एनीमेशन के साथ आप मैसेज पर रिप्लाई कर सकते हैं और फुल स्क्रीन पर ऐप खोले बिना कन्वर्ज़ेशन को स्विच कर सकते हैं। तो जब आपको मैसेज मिलता है, आप सीधे बबल एनीमेशन खोलकर रिप्लाई कर सकते हैं और विभिन्न कन्वर्जे़शन के बीच स्विच कर सकते हैं।