नई दिल्ली/मुंबई दिसंबर 16, 2021। वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल इस वर्ष द गिविंग प्लेज का हिस्सा बनने वाले एकमात्र भारतीय हैं, जो बिल गेट्स द्वारा मेलिंडा फ्रेंच गेट्स और वॉरेन बफे के सहयोग से स्थापित एक पहल है। उन्होंने अपनी 75 प्रतिशत संपत्ति लोककल्याण और सामाजिक हित के लिए देने का संकल्प लिया है।
द गिविंग प्लेज विगत 11 वर्षो से वैश्विक परोपकारी व्यक्तियों द्वारा संचालित पहल है, जिन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति परोपकार या धर्मार्थ कार्यों के लिए देने के लिए प्रतिबद्ध है।
पिछले एक वर्ष में, द गिविंग प्लेज से 14 नयी हस्तिायां जुडी है, जिससे 28 देशों से इस प्रतिज्ञा से जुडे लोगो की कुल संख्या 231 हो गई है। श्री अग्रवाल चौथे भारतीय हैं जिन्होंने 2010 में द गिविंग प्लेज की स्थापना के बाद से हस्ताक्षर किए हैं।
वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘मैं अपनी बेटी प्रिया के साथ द गिविंग प्लेज में शामिल होने के लिए खुश और उत्साहित हूं और कुपोषण और महिला सशक्तिकरण जैसे वैश्विक लक्ष्यों पर परिवर्तनकारी प्रभाव लाने हेतु विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए तत्पर हूं।‘‘
बिल गेट्स, जिन्होंने मेलिंडा फ्रेंच गेट्स और वॉरेन बफेट के साथ मिलकर गिविंग प्लेज की स्थापना की, ने प्लेजर्स के नए समूह की घोषणा करने के लिए एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मेरा हमेशा से मानना है कि यदि आप किसी की मदद करने की स्थिति में हैं, तो आपको यह करना चाहिए। परोपकारी लोगों के इस नए समूह का गिविंग प्लेज समुदाय में स्वागत करना बहुत अच्छा है क्योंकि हम एक-दूसरे से सीखना जारी रखते हैं और अपने परोपकार के सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाने के नए तरीके खोजते हैं। गिविंग प्लेज का उद्देश्य एक ऐसे आंदोलन को उत्प्रेरित करना है जो वैश्विक स्तर पर धन और गिविंग बैक के मानदंडों को बदलने में मदद करेगा – जिसमें धनी लोगों को अधिक देने के लिए प्रोत्साहित करना, उनकी देने की योजना को जल्द स्थापित करना और अधिक प्रभाव के साथ देना शामिल है।
वेदांता की प्रमुख सीएसआर परियोजना नंद घर और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन पहले से ही उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य और पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए मिलकर कार्यरत हैं। इस अद्भुत साझेदारी का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य 2 को प्राप्त करना है, जिसका उद्देश्य 2030 तक भूख और कुपोषण को समाप्त करना है।
वेदांता की गिविंग बैक पहल के लिए अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने पोषण, महिला और बाल विकास, स्वास्थ्य देखभाल, पशु कल्याण और जमीनी स्तर के खेल पर ध्यान देने के साथ 5,000 करोड़ रुपये का सामाजिक प्रभाव कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें कई राज्यों में कोरोना महामारी से मुक्त ग्राम परियोजना, सतत और समावेशी विकास के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाने, जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और राष्ट्र निर्माण में सहयोग हेतु प्रतिबद्ध है।
वेदांता ने पिछले तीन वर्षों में देश भर में 4.2 करोड़ से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले अपने सामाजिक प्रभाव पहल पर लगभग 1,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।