मुंबई, 29 दिसंबर, 2021- इंडसइंड बैंक ने ‘ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट’ शुरू करने की घोषणा की है, जिसके तहत जमा राशि का उपयोग संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) का समर्थन करने वाली परियोजनाओं और फर्मों को फाइनेंस सुविधा उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा। इंडसइंड बैंक वैश्विक स्तर पर इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने वाले कुछ बैंकों में से एक है, जिन्होंने एसडीजी को एक नियमित सावधि जमा उत्पाद के साथ जोड़ा जा सकता है।
‘ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट’ की सुविधा रिटेल और कॉर्पोरेट दोनों ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी। बैंक, इन जमाराशियों से प्राप्त आय का उपयोग एसडीजी श्रेणी के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला की फाइनेंसिंग के लिए करेगा। इस श्रेणी में ऊर्जा दक्षता, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित परिवहन, दीर्घकालिक भोजन, कृषि, वानिकी, अपशिष्ट प्रबंधन और ग्रीनहाउस गैस में कमी जैसे सैक्टर शामिल है।
‘ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट’ के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए सुश्री रूपा सतीश, हैड – सीएसआर एंड सस्टेनेबल बैंकिंग, इंडसइंड बैंक ने कहा, ‘‘इंडसइंड बैंक में सस्टेनेबल बैंकिंग पर हमेशा फोकस रहा है। इंडसइंड बैंक कार्बन डिस्क्लोजर प्रोजेक्ट में ‘बैंड ए’ हासिल करने वाला भारत के एकमात्र बैंक हैं और हमने पिछले 5 वर्षों में अपनी नेतृत्व क्षमता को बनाए रखा है। अब हम ‘ग्रीन फिक्स्ड डिपॉजिट’ को लॉन्च करते हुए प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं जो हमारे ग्राहकों को एक स्वच्छ और बेहतर समाज के निर्माण में योगदान करने का अवसर प्रदान करते हैं। हम कॉर्पोरेट और रिटेल जमाकर्ताओं दोनों को इस अवसर का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50 बेसिस प्वाइंट के अतिरिक्त लाभ के साथ ग्रीन डिपॉजिट पर ब्याज दरें काफी आकर्षक बनी हुई हैं। सभी तरह से, यह एक नियमित बैंक जमा के समान है, लेकिन इसके अलावा, जमाकर्ताओं को वित्तीय वर्ष के अंत में जमा राशि के अंतिम उपयोग की पुष्टि करते हुए एक ‘ग्रीन सर्टिफिकेट’ के साथ-साथ एक ‘एश्युरेंस सर्टिफिकेट’ भी जारी किया जाएगा।’’
‘ग्रीन डिपॉज़िट’ का शुभारंभ इंडसइंड बैंक की अपने सभी हितधारकों के लिए मूल्य बनाने की बड़ी प्रतिबद्धता का हिस्सा है, और साथ ही देश के सतत आर्थिक विकास के मिशन को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है।