इंडसइंड बैंक ने यूपीआई के माध्यम से क्रॉस बॉर्डर भुगतान के लिए एनपीसीआई के साथ की साझेदारी

मुंबई – 28 दिसंबर 2021- इंडसइंड बैंक ने अपने मनी ट्रांसफर ऑपरेटर (एमटीओ) भागीदारों के लिए यूपीआई आईडी का उपयोग करके भारत को रीयल-टाइम क्रॉस बॉर्डर भुगतान की पेशकश करने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के साथ हाथ मिलाया है। इस पहल के साथ, इंडसइंड बैंक सीमा पार से भुगतान/एनआरआई प्रेषण के लिए यूपीआई पर लाइव होने वाला पहला भारतीय बैंक बन गया है। इस व्यवस्था के तहत, एमटीओ इंडसइंड बैंक चैनल का उपयोग एनपीसीआई के यूपीआई भुगतान प्रणालियों से जुड़ने और लाभार्थी के खातों में क्रॉस बॉर्डर भुगतान भुगतान के निपटान के लिए करेंगे।

इंडसइंड बैंक ने यूपीआई के माध्यम से फॉरेन इनवर्ड रेमिटेंस (एफआईआर) के लिए थाईलैंड के साथ शुरुआत की है। थाईलैंड स्थित वित्तीय समाधान प्रदाता डीमनी की ओर से धन हस्तांतरण और विदेशी मुद्रा विनिमय सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। डीमनी वेबसाइट का उपयोग करने वाले ग्राहक केवल लाभार्थी की यूपीआई आईडी जोड़कर आसानी से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। इंडसइंड बैंक निकट भविष्य में यूपीआई के माध्यम से सीमा पार से भुगतान के लिए विभिन्न अन्य देशों में और भागीदारों को जोड़ने की योजना बना रहा है।

साझेदारी के बारे में जानकारी देते हुए इंडसइंड बैंक के हैड- कंज्यूमर बैंकिंग ​एंड मार्केटिंग श्री सौमित्र सेन ने कहा, ‘‘इंडसइंड बैंक में हमारी निरंतर यही कोशिश रही है कि ग्राहकों को एक सहज बैंकिंग अनुभव प्रदान किया जा सके और इसी दिशा में हम नए और अनूठे ऑफर्स सामने लाते रहे हैं। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए हमें देश की पहली यूपीआई-आधारित क्रॉस बॉर्डर रेमिटेंस की सुविधा शुरू करने के लिए एनपीसीआई के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। इस सुविधा के माध्यम से एनआरआई हमारे सहयोगी एक्सचेंज हाउस, बैंकों और मनी ट्रांसफर ऑपरेटर के माध्यम से अपनी यूपीआई आईडी का उपयोग करके भारत में एक लाभार्थी को पैसा भेज सकते हैं। रेमिटेंस की प्रक्रिया को सरल बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि विदेशों में रहने वाले व्यक्ति अब अपने बैंक खाते के विवरण को याद किए बिना, केवल अपनी यूपीआई आईडी जोड़कर लाभार्थी को आसानी से धन हस्तांतरित करने में सक्षम होंगे। हमारा मानना है कि यूपीआई के माध्यम से फॉरेन रेमिंटेंस को सक्षम करना एक प्लेटफॉर्म के रूप में इसके उपयोग को मजबूत करने की दिशा में एक प्रमुख उपलब्धि है, और दुनियाभर में रहने वाले एनआरआई द्वारा इसे अपनाने के साथ ही यह सुविधा एक लंबा रास्ता तय कर सकेगी।’’

एनपीसीआई की सीओओ सुश्री प्रवीणा राय ने कहा, ‘‘हम इंडसइंड बैंक के साथ साझेदारी करके खुशी का अनुभव कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि यह पहल यूपीआई का उपयोग करने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को रेमिंटेंस संबंधी एक बहुत ही सरल और अधिक कुशल अनुभव प्रदान करेगी। निश्चित तौर पर हमारा यह सहयोग यूपीआई के माध्यम से सीमा पार से भुगतान की प्रक्रिया के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। यूपीआई के साथ, उपभोक्ता सीमा पार लेनदेन के लिए भी एक सहज भुगतान अनुभव का आनंद लेना जारी रखेंगे।”

यह सहयोग इंडसइंड बैंक के भागीदारों को अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) और दुनिया भर में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों (पीआईओ) से उनके नॉन-रेजिडेंशियल एक्सटर्नल (एनआरई) और नॉन रेजिंडेट ऑर्डिनरी (एनआरओ) खातों में और भारत में उनके परिवारों और रिश्तेदारों को भी धन हस्तांतरित करने की सुविधा प्रदान करेगा।

सीमा पार से भुगतान के लिए यूपीआई प्रेषकों को भारत में अपने लाभार्थियों की केवल यूपीआई आईडी का उपयोग करके सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से धन भेजने में सक्षम बनाएगा। इसके लिए उन्हें लाभार्थी के खाते के विवरण, आईएफएससी को याद रखने और बैंक जाने, लंबे फॉर्म भरने आदि की जरूरत भी नहीं होगी। इंडसइंड बैंक और एनपीसीआई के बीच सहयोग से एमटीओ/एक्सचेंज हाउसेस को यूपीआई ऐप का उपयोग करने वाले लाभार्थियों को सीमा पार से भुगतान करने में मदद मिलेगी, जो आगे चलकर बैंक के अंतरराष्ट्रीय भागीदारों को भारत में रीयल-टाइम प्रेषण करने में सक्षम बनाएगा।

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