चेन्नई, 01 दिसंबर, 2021- खुदरा ऋण, ट्रक फाइनेंस, आवास वित्त, जीवन बीमा, सामान्य बीमा और धन प्रबंधन व्यवसायों तक फैली वित्तीय सेवाओं की दिग्गज कंपनी श्रीराम समूह ने कंपनी की रणनीति और कंपनी के दीर्घकालिक विजन को आगे बढ़ाने के लिए एक बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के गठन की घोषणा की। श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट (एसओटी) द्वारा नियुक्त प्रबंधन बोर्ड में 4 प्रमुख कार्मिक शामिल किए गए हैं- श्री डी वी रवि, एमडी, श्रीराम कैपिटल, श्री आर दुरुवासन, श्रीराम कैपिटल के पूर्णकालिक निदेशक, श्री उमेश रेवणकर, गैर-कार्यकारी निदेशक, श्रीराम कैपिटल और वीसी और एमडी, श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी और श्री जसमीत सिंह गुजराल, गैर-कार्यकारी निदेशक, श्रीराम कैपिटल और श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी के कार्यकारी वीसी। नए नेतृत्व के साथ संस्थापक आर त्यागराजन प्रबंधन बोर्ड का मार्गदर्शन करेंगे।
परिवर्तन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए समूह के संरक्षक आर त्यागराजन ने कहा, ‘‘श्रीराम समूह की वृद्धि का श्रेय उस मजबूत नेतृत्व टीम को दिया जाना चाहिए, जो समय के साथ विकसित हुई है। समूह ने चिट फंड संचालन के माध्यम से एक बहुत मामूली तरीके से अपनी शुरुआत की और फिर वित्तीय सेवाओं और बीमा स्पेक्ट्रम में अपनी गतिविधियों का लगातार विस्तार किया। समूह की विभिन्न संस्थाओं में वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल करने वाली नेतृत्व टीम उद्यमों को उनके वर्तमान विकास और लाभप्रदता स्तर तक विकसित करने में सहायक रही है। पिछले कुछ वर्षों से श्रीराम समूह की उत्तराधिकार योजना को लेकर कई सवाल उठाए गए हैं। हालांकि मैंने पहले भी संकेत दिया है कि उत्तराधिकार को एसओटी में स्थानांतरित कर दिया गया है, फिर भी इस बदलाव को लेकर और अधिक जानने की उत्सुकता बनी हुई है।’’
‘‘आंतरिक रूप से हम एक बात स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि श्रीराम समूह में प्रमोटरों की हिस्सेदारी, इसके वर्तमान और भविष्य के अग्रणी लोगों के स्वामित्व में होगी, जिनके बारे में हमारा मानना है कि वे श्रीराम के भविष्य के विकास के लिहाज से सबसे अच्छे संरक्षक साबित होंगे। इस उद्देश्य के साथ 2006 में श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट का गठन किया गया था। एसओटी एक निजी विवेकाधीन ट्रस्ट है, जो समूह के वर्तमान और भविष्य के नेतृत्व को ट्रस्ट के लाभार्थी होने का अवसर प्रदान करेगा। ये लाभार्थी श्रीराम समूह के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होंगे। विविध कौशल वाले व्यक्तियों का यह समूह श्रीराम ग्रुप के दृष्टिकोण और रणनीति को आगे बढ़ाने में सहयोग करेगा। श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट का बोर्ड लगातार अपनी नेतृत्व टीम के प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है। श्रीराम समूह के प्रबंधन के लिए स्वामित्व और नेतृत्व की निरंतरता को सुनिश्चित करने के लिए श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट का बोर्ड ट्रस्ट में अतिरिक्त सदस्यों को शामिल करता रहता है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘अलग-अलग अवसरों पर अपनी बातचीत में मैंने दोहराया है कि हमारे जैसे बड़े समूह का प्रबंधन कोई एक व्यक्ति नहीं कर सकता है। इसके लिए विभिन्न कौशल वाले व्यक्तियों के एक समूह की आवश्यकता होती है जो समूह के विजन और रणनीति को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग कर सकते हैं।
‘‘मेरे विश्वास के अनुरूप एक ऐसी नेतृत्व टीम का गठन किया गया है, जो श्रीराम समूह के प्रमोटर के रूप में एसओटी के हितों की देखरेख करेगी।’’
टीम को बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के रूप में नामित किया जाएगा और इसमें निम्नलिखित सदस्य शामिल होंगे-
- डी.वी.रवि – मैनेजिंग ट्रस्टी
- आर दुरुवासन – ट्रस्टी
- उमेश रेवणकर – ट्रस्टी
- जे.एस. गुजराल – ट्रस्टी
बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट एसओटी में उत्तराधिकार योजना का गठन करेगा।
बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट व्यक्तिगत संस्थाओं और समूह की दीर्घकालिक रणनीति को परिभाषित करने और इसके क्रियान्वयन की देखरेख के लिए जिम्मेदार होगा। बोर्ड के सदस्य आवश्यक क्षेत्रों का प्रबंधन करेंगे जो समूह को सभी संस्थाओं में प्रभावित करते हैं और जरूरी नहीं कि वे एक विशेष इकाई से जुड़े हों। वे आपस में इस प्रकार सहयोग करेंगे जिससे समूह को अधिकतम लाभ प्राप्त होगा।
वर्षों से श्रीराम समूह ने अपने सभी व्यावसायिक निर्णयों के केंद्र में ‘आम आदमी’ को रखा है। इसने ऐसे लोगों को सेवाएं उपलब्ध कराने में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जो या तो सेवाओं से वंचित थे या जिन्हें बहुत कम सेवाएं उपलब्ध थीं। ग्र्रुप ने समाज के निचले हिस्से के ऐसे लोगों तक समृद्धि पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित किया है, जिनकी जरूरतों को अब तक पूरी तरह से संगठित वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों ने पूरा नहीं किया है। अपने उधार देने वाले व्यवसायों के माध्यम से, समूह यह सुनिश्चित करता है कि विस्तारित ऋण का 95 प्रतिशत से अधिक देश में इस वर्ग की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए चौनलाइज किया जाए। श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी ऐसे वाणिज्यिक वाहन चालकों को ऋण देने में माहिर है, जो अपने एक वाहन के मालिक बनना चाहते हैं। इसी तरह श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस की ओर से फाइनेंस किए गए अधिकांश दोपहिया वाहन स्वरोजगार में जुटे वर्ग की आजीविका का समर्थन करने के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। श्रीराम सिटी में एमएसएमई व्यवसाय को आम आदमी की सेवा करने के कंपनी के लोकाचार के अनुरूप, लघु व्यवसाय वित्त के रूप में जाना जाता है, जो कि एकदम उपयुक्त ही है।
जैसा कि हम विकास के अपने अगले चरण की ओर बढ़ रहे हैं, प्रबंधन बोर्ड हमारे सभी ऑपरेटिंग संस्थाओं को हमारे ग्राहक संबंध मॉडल को सहयोग करने और मजबूत करने के लिए रणनीतिक रूप से मदद करेगा। श्रीराम कैपिटल में हमारे निकट सहयोगी के तौर पर सनलाम, पीईएल, और टीपीजी और एसओटी का प्रबंधन बोर्ड हमारे भागीदारों के साथ अगले चरण में समूह के विकास और रणनीति की देखरेख करेंगे।
घोषणा पर टिप्पणी करते हुए श्रीराम ग्रुप के संस्थापक आर. त्यागराजन ने आगे कहा, ‘‘47 वर्षों की अपनी यात्रा के दौरान मैंने देखा है कि इस क्षेत्र में कई गुना विकास हुआ है, क्योंकि हमने ऐसी पॉलिसी की शुरुआत की, जिनके माध्यम से हम कम सेवा वाले लोगों की सेवा करने में कामयाब हो पाए। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि श्रीराम समूह ने हमेशा वित्तीय समावेशन को अपनाया है और कुछ अर्थों में तो यह वित्तीय समावेशन का ही दूसरा नाम रहा है। ग्रुप ने अपने हितधारकों को और अधिक वैल्यू प्रदान करते हुए अपने सभी ग्राहकों के सामाजिक-आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी है। हम समय की कसौटी पर खरा उतरे हैं, हमने आर्थिक चक्र को आगे बढ़ाया है, और अपने ग्राहकों के साथ विश्वास भरा रिश्ता कायम किया है। यह अपने आप में हमारी टीम की क्षमता और ताकत का प्रमाण है। हमारी विभिन्न कंपनियां अपने विशिष्ट व्यवसायों में अग्रणी बन गई हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक का हमारा सफर बहुत शानदार रहा है और मुझे विश्वास है कि अन्य अग्रणी लोगों के साथ रवि, दुरुवासन, उमेश और गुजराल समूह को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का एक शानदार काम करेंगे।’’
श्रीराम कैपिटल के एमडी श्री डी वी रवि ने इस घोषणा पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘सबसे पहले हम सभी आर. त्यागराजन को धन्यवाद देते हैं, जिनकी प्रेरणा से हम आम आदमी पर एक मजबूत फोकस के साथ श्रीराम ग्रुप को इन ऊंचाइयों तक पहुंचाने में कामयाब रहे। यह उनकी दूरदृष्टि, साहस और दृढ़ संकल्प के कारण ही संभव हो पाया। ग्रुप ने 21.6 मिलियन से अधिक ग्राहकों को श्रीराम समूह के माध्यम से अपने सपनों को हासिल करने के लिए सशक्त बनाया है। हम चारों की ओर से मैं कह सकता हूं कि हम समूह में प्रबंधन बोर्ड की जिम्मेदारी लेने के लिए उत्साहित हैं। उधार और बीमा व्यवसायों में हमारी ऑपरेटिंग कंपनियां आकार और पैमाने में बढ़ी हैं, और अभी भी काफी संभावनाएं और क्षमताएं नजर आ रही हैं। इन सभी का नेतृत्व सक्षम प्रबंधन टीम और एक पेशेवर बोर्ड द्वारा किया जाता है। हमारा काम श्रीराम ब्रांड के हितों का ध्यान रखते हुए उस रणनीतिक दृष्टि का विस्तार करना होगा, जो पिछले 4 दशकों से समूह के लिए मार्गदर्शन कर रही है।’’
श्रीराम कैपिटल के बारे में
श्रीराम कैपिटल लिमिटेड (एससीएल) निवेश को बढ़ावा देने के व्यवसाय में सक्रिय है और भारतीय रिजर्व बैंक के साथ एक व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण कोर निवेश कंपनी (सीआईसी) के रूप में पंजीकृत है। एससीएल श्रीराम समूह की वित्तीय सेवाओं और बीमा संस्थाओं की होल्डिंग कंपनी है। श्रीराम समूह वाणिज्यिक वाहन (सीवी) के लिए वित्त सुविधा, रिटेल फाइनेंसिंग, चिट फंड, इक्विपमेंट फाइनेंसिंग, हाउसिंग फाइनेंसिंग, जीवन बीमा, सामान्य बीमा, स्टॉकब्रोकिंग, वित्तीय उत्पादों के वितरण और धन सलाहकार सेवाओं में प्रमुख उपस्थिति के साथ भारत का प्रमुख वित्तीय समूह है। समूह कम सेवा प्राप्त या सेवाओं से वंचित लोगों की सेवा करने पर ध्यान केंद्रित करता है और कम आय वाले परिवारों और छोटे व्यवसायों के लिए वित्त सुविधा उपलब्ध कराने के अपने वित्तीय समावेशन एजेंडे से प्रेरित है।
एससीएल और इसकी परिचालन संस्थाओं का कुल ग्राहक आधार 21.65 मिलियन से अधिक है, 4,000 शाखाओं में लगभग 67,000 कर्मचारी हैं। इसने वित्त वर्ष 21 में 2 ट्रिलियन रुपए (सितंबर-2021) से अधिक एयूएम के साथ 49 बिलियन रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया।