भारत के तीसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, एक्सिस बैंक ने वित्त वर्ष’22 की तीसरी तिमाहीए और नौ महीने के अपने परिणामों की आज घोषणा की। इसने अभी तक का सबसे अधिक तिमाही शुद्ध मुनाफा 3,614 करोड़ रु. दर्ज कराये, जिसमेंवित्त वर्ष’21 की तीसरी तिमाही के 1,117 करोड़ रु. के मुनाफे की तुलना में 224 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष और 15 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही की वृद्धि हुई है। बैंक की शुद्ध ब्याजीय आय वित्त वर्ष’22 की दूसरी तिमाही के 7,900 करोड़ रु. और वित्त वर्ष’21 की तीसरी तिमाही के 7,373 करोड़ रु. से 17 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष’22 की तीसरी तिमाही में 8,653 करोड़ रु. हो गयी। वित्त वर्ष’22 की तीसरी तिमाही का इसका शुद्ध ब्याजीय मार्जिन (एनआईएम) 14 आधार अंक तिमाही-दर-तिमाही बढ़कर 3.35 प्रतिशत हो गया। कासा जमा में 25 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष और 7 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही की वृद्धि हुई, जबकि कासा अनुपात 189 आधार अंक बढ़कर 44 प्रतिशत हो गया। बैंक के परिचालन राजस्व में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह वित्त वर्ष’21 की तीसरी तिमाही के 10,302 करोड़ रु. से बढ़कर वित्त वर्ष’22 की तीसरी तिमाही में 12,493 करोड़ हो गया। 31 दिसंबर, 2021 तक, बैंक ने क्रमशः 3.17 प्रतिशत और 0.91 प्रतिशत का सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए दर्ज कराया, जो 30 सितंबर, 2021 को क्रमशः 3.53 प्रतिशत और 1.08 प्रतिशत था। बैंक की शुल्क आय 15 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि और 3 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि के साथ 3,344 करोड़ रु. हो गया। खुदरा शुल्क में 16 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष और 6 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही की वृद्धि हुई; और यह बैंक की कुल शुल्क आय का 65 प्रतिशत रहा। वित्त वर्ष’22 के 9 महीने के लाभ सहित बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 18.72 प्रतिशत रहा और सीईटी 1 अनुपात 15.33 प्रतिशत रहा। बैंक की घरेलू सहायक कंपनियों ने दमदार प्रदर्शन किया और कुल 872 करोड़ रु. का कर-पश्चात मुनाफा दर्ज कराया, जो वित्त वर्ष’21 के 9 महीने के कुल 541 करोड़ रु. के मुनाफे की तुलना में 61 प्रतिशत वर्ष-दर-वर्ष अधिक है।