नई दिल्ली, 28 जनवरी, 2022- व्यापारियों के लिए भारत की अग्रणी फिनटेक कंपनी भारतपे ने आज घोषणा की कि उसने पिछले 12 महीनों में अपने पीओएस व्यवसाय (भारत स्वाइप) की पहुंच को 25 गुना तक बढ़ाकर इसे 250 से अधिक शहरों तक पहुंचा दिया है। 2020 की दूसरी छमाही में अपने पीओएस के लॉन्च के बाद से कंपनी ने ऑफ़लाइन दुकानों में 1.25 लाख से अधिक भारत स्वाइप मशीनों को लगा दिया है। करीब 1.5 साल की छोटी सी अवधि में इस दुर्लभ उपलब्धि को हासिल करते हुए भारतपे ने भारत में पीओएस कारोबार में अब तक के सबसे तेज पैमाने पर इतिहास रचा है।
भारत में नंबर 3 निजी पीओएस कंपनी भारतपे ने यह भी घोषणा की कि कंपनी ने पिछले 12 महीनों में अपने पीओएस बिजनेस के जरिये वार्षिक लेनदेन मूल्य में 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी के समग्र ट्रांजेक्शन प्रोसेस्ड वैल्यू (टीपीवी) में अब भारतस्वाइप का योगदान लगभग 25 प्रतिशत है। गैर-मेट्रो शहरों की वजह से कंपनी के पीओएस व्यवसाय के विस्तार की दिशा में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। 2021 के बाद से कंपनी ने 50 प्रतिशत से अधिक भारत स्वाइप मशीनें टियर 2/टियर 3 कस्बों और शहरों में स्थापित की हैं। भारत स्वाइप को छोटे व्यापारियों और किराना, खाद्य और पेय, इलेक्ट्रॉनिक्स और ड्यूरेबल्स का विक्रय करने वाले खुदरा विक्रेताओं ने समान रूप से अपनाया है।
कंपनी की आक्रामक विस्तार योजनाओं के बारे मंे जानकारी देते हुए भारतपे के सीईओ श्री सुहैल समीर ने कहा, ‘‘भारत के पीओएस उद्योग में सबसे बड़ी विकास कहानी के तौर पर भारत स्वाइप का जिक्र किया जा सकता है। कंपनी ने 2020 में कोविड काल में मध्यम दर्जे के 10 शहरों के साथ शुरुआत करने से लेकर आज सालाना 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ट्रांजेक्शन प्रोसेस्ड वैल्यू (टीपीवी) का आंकड़ा हासिल कर लिया है। पिछले वर्ष के दौरान, हमने टियर-2, 3 और 4 शहरों और कस्बों में अपनी आक्रामक विस्तार योजनाओं के तहत पीओएस व्यवसाय में कई गुना वृद्धि दर्ज की है। हमने महसूस किया कि छोटे शहरों में बड़ी संख्या में व्यापारियों ने पीओएस से जुड़े ऊंचे किराये के कारण कभी भी पीओएस मशीन का उपयोग नहीं किया है और इसलिए, इसे हमारी जीरो-रेंटल वाली पीओएस मशीनों को आगे बढ़ाने के अवसर के रूप में लिया। हम पीओएस को अलाप्पुझा, आजमगढ़ और चालीसगांव जैसे छोटे शहरों में दूरदराज तक छोटे कारोबारियों तक पहुंचाने में कामयाब रहे। ये ऐसे इलाके हैं जहां बहुत कम डिजिटल सुविधाएं उपलब्ध हैं। देखा जाए तो हमारे 60 फीसदी से अधिक कारोबारी ऐसे हैं, जिन्होंने पहली बार पीओएस मशीन का इस्तेमाल किया है।’’
सुहैल ने आगे कहा, ‘‘डिजिटल भुगतान में इधर जो परिवर्तन आए हैं, उनसे व्यापारियों और अर्थव्यवस्था को बड़े पैमाने पर लाभ हुआ है। इनमें महामारी के समय में ग्राहकों को होने वाली आसानी, लेनदेन का बेहतर रिकॉर्ड और सबसे महत्वपूर्ण, क्रेडिट तक पहुंच शामिल है। पीओएस के जुड़ने से हम एक व्यापारी के दैनिक लेनदेन से उसकी वित्तीय ताकत का और अधिक आकलन कर सकते हैं और इस प्रकार, एनबीएफसी के साथ साझेदारी में व्यापारी की योग्यता के अनुसार व्यावसायिक ऋण की सुविधा प्रदान कर सकते हैं।’’
भारत स्वाइप भारत की पहली ज़ीरो-रेंटल कार्ड स्वीकृति मशीन है, जो व्यापारियों को शून्य लेनदेन शुल्क का विकल्प प्रदान करती है। 2020 में कोविड के बीच में लॉन्च भारत स्वाइप को अपने परिवर्तनकारी व्यवसाय मॉडल के कारण शानदार रेस्पॉन्स मिला है। भारत स्वाइप के साथ व्यापारी भारतपे यूपीआई क्यूआर पर किए गए दोनों क्यूआर लेनदेन के लिए फिजिकल रसीदें भी उत्पन्न कर सकते हैं।
पिछले साल अगस्त में भारतपे ने एक्सिस बैंक के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की थी। इस साझेदारी के एक हिस्से के रूप में, एक्सिस बैंक भारतपे के पॉइंट ऑफ़ सेल (पीओएस) व्यवसाय भारत स्वाइप के लिए अधिग्रहण करने वाला बैंक बन गया है। साथ ही, एक्सिस बैंक अब भारतपे से जुड़े व्यापारियों के लिए क्रेडिट और डेबिट कार्ड की स्वीकृति को भी सक्षम बनाता है। भारतपे ने अपने पीओएस उपकरणों पर ग्राहक अनुभव को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से बैंकों, वित्तीय संस्थानों और ब्रांड्स के साथ रणनीतिक साझेदारी को जारी रखने का निर्णय भी किया है। कंपनी मार्च 2023 तक क्यूआर और स्वाइप दोनों के माध्यम से ट्रांजेक्शन प्रोसेस्ड वैल्यू को 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखती है।
भारतपे के बारे में
भारतपे की स्थापना भारतीय व्यापारियों के लिए फाइनेंशियल इनक्लूजन को एक वास्तविकता बनाने के उद्देश्य के साथ 2018 में अशनीर ग्रोवर और शाश्वत नकर्णी ने की थी। वर्ष 2018 में भारतपे ने देश का पहला यूपीआई इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड, पहली जीरो एमडीआर भुगतान स्वीकृति सेवा को लॉन्च किया। 2020 में कोविड के बाद भारतपे ने भारत का एकमात्र जीरो एमडीआर कार्ड स्वीकृति टर्मिनल – भारत स्वाइप भी लॉन्च किया। वर्तमान में 140 से अधिक शहरों में 75 लाख से ज्यादा व्यापारियों को सेवा देने वाली यह कंपनी यूपीआई ऑफलाइन लेनदेन में अग्रणी है, जिसके पास प्रति माह 11 करोड़ से अधिक यूपीआई लेनदेन प्रोसेस होते हैं (वार्षिक लेन-देन प्रोसेस्ड वैल्यू 11 बिलियन अमेरिकी डॉलर)। लॉन्च के बाद से कंपनी पहले ही 300,000 मर्चेन्ट्स को 2800 करोड़ रुपए से अधिक के डिस्बर्समेंट की सुविधा प्रदान कर चुकी है। भारतपे का पीओएस कारोबार बढ़कर प्रतिमाह 1400 करोड़ रुपए से अधिक हो गया। भारतपे ने अब तक इक्विटी और ऋण के जरिये 650 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। कंपनी के मार्की निवेशकों की सूची में टाइगर ग्लोबल, ड्रेगोनीर इनवेस्टमेंट ग्रुप, स्टीडफास्ट केपिटल, कोएट्यू मैनेजमेंट, रिबबिट कैपिटल, इनसाइट पार्टनर्स, स्टीडव्यू कैपिटल, बीनेक्स्ट, एम्प्लो और सेक्विया कैपिटल शामिल हैं। जून 2021 में, कंपनी ने 100 मिलियन से अधिक सदस्यों के साथ देश की सबसे बड़ी मल्टी-ब्रांड लॉयल्टी प्रोग्राम कंपनी, पेबैक इंडिया के अधिग्रहण की घोषणा की। अगस्त 2021 में भारतपे ने अपनी तरह के पहले कंज्यूमर इनवेस्टमेंट प्लस लेंडिंग प्रोडक्ट 12 प्रतिशत क्लब के लॉन्च के साथ उपभोक्ता क्षेत्र में प्रवेश किया। सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (सेंट्रम) और भारतपे के कंसोर्टियम को स्मॉल फाइनैंस बैंक (एसएफबी) स्थापित करने के लिए अक्टूबर, 2021 में भारतीय रिजर्व बैंक ने लाइसेंस प्रदान किया। भारतपे ने अक्टूबर में पोस्टपे के लॉन्च के साथ बाय नाउ पे लेटर सेगमेंट में भी अपनी शानदार एंट्री की।